UK: जिहाद के नारों को लेकर पुलिस से सवाल करेंगी ब्रिटेन की गृह मंत्री ब्रेवरमैन, जानें क्या है पूरा मामला
UK: ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन सोमवार को मेट्रोपोलिटन पुलिस प्रमुख से मुलाकात करेंगी और उनसे प्रदर्शन में जिहाद के नारों लेकर सवाल करेंगी। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने हाल ही में बताया था कि साप्ताहांत में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शन के दौरान जिहाद के नारे लगे।

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ब्रिटेन में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शन के दौरान विवादित नारे लगाने का मामला तूल पकड़ रहा है। गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन इसको लेकर सोमवार को मेट्रोपोलिटन पुलिस प्रमुख से मुलाकात करेंगी और उनसे पूछताछ करेंगी। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने हाल ही में बताया था कि साप्ताहांत में प्रदर्शन के दौरान जिहाद के नारे लगे, हालांकि इसके बाद कोई अपराधिक घटना नहीं हुई।

हाल ही में आव्रजन मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने भी इसको लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने ब्रिटेन की सड़कों पर इस तरह के नारों की निंदा की थी। इसके बाद ही ब्रेवरमैन ने मामले में दखल दिया है।
मेट्रोपोलिटन पुलिस ने एक बयान में कहा था, अधिकारियों ने शनिवार को लंदन में हिज्ब उत-तहरीर प्रदर्शन के एक वीडियो की समीक्षा की है। इसमें एक व्यक्ति को जिहाद-जिहाद के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, इस शब्द के कई अर्थ हैं। लेकिन जनता इसे आतंकवाद से ही जोड़कर देखेगी। विशेषज्ञ अधिकारियों ने वीडियो का आकलन किया है। इस घटना से पैदा हुए किसी अपराध की पहचान नहीं की गई है।
बयान में कहा गया था, इस तरह की भाषा की व्याख्या जनता अपने तरह से करेगी और इसके विभाजनकारी प्रभाव को जानते हुए अधिकारियों ने इसमें शामिल व्यक्ति की पहचान की है और उसे इस तरह की नारेबाजी को न दोहराने के लिए कहा।
ब्रिटेन के मीडिया की खबरों में ब्रेवरमैन के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि वह इस मामले पर सीधे पुलिस आयुक्त सर मार्क राउली के साथ बात करना चाहती हैं, ताकि इस बात पर जोर दिया जा सके कि ब्रिटेन की सड़कों पर नफरत या हिंसा भड़काने के लिए कोई जगह नहीं है और पुलिस को कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने सरकार से 'कानून में खामियों' पर गौर करने का आह्वान किया है ताकि भविष्य में कड़ी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा, पिछले कुछ हफ्तों में घृणा अपराध (हेट क्राइम) में भारी वृद्धि हुई है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम घृणा अपराधों पर शिकंजा कसें, चाहे हम किसी भी राजनीतिक दल में हों।"