{"_id":"641eda7323455f6d52068513","slug":"uks-king-charles-honours-queen-elizabeth-iis-pallbearers-2023-03-25","type":"story","status":"publish","title_hn":"UK: ग्रेनेडिअर गार्ड्स के आठ जवान रॉयल विक्टोरियन मेडल से सम्मानित, महारानी एलिजाबेथ के ताबूत को दिया था कंधा","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
UK: ग्रेनेडिअर गार्ड्स के आठ जवान रॉयल विक्टोरियन मेडल से सम्मानित, महारानी एलिजाबेथ के ताबूत को दिया था कंधा
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला ब्यूरो, लंदन
Published by: निर्मल कांत
Updated Sat, 25 Mar 2023 04:56 PM IST
विज्ञापन
सार
किंग चार्ल्स तृतीय ने शनिवार को उन आठ ग्रेनेडिअर गार्ड्स को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले साल दिवंगत क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में ताबूत को कंधा दिया था।

क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में ग्रेनेडियर गार्ड्स
- फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
किंग चार्ल्स तृतीय ने शनिवार को उन आठ ग्रेनेडिअर गार्ड्स को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले साल दिवंगत क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में ताबूत को कंधा दिया था। उन्हें सिल्वर रॉयल विक्टोरियन मेडल से सम्मानित किया गया है। उन्हें इसके लिए विशेष सम्मान के रूप में पहले नामित किया गया था।

Trending Videos
क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की पिछले साल सितंबर में 96 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी। रॉयल विक्टोरियन ऑर्डर (आरवीओ) के तहत क्वीन की सेवा करने के लिए किंग द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इसमें प्रधानमंत्री की सलाह नहीं ली जाती है। यह किंग और शाही परिवार की सेवा करने वालों को विशेष मान्यता देने के लिए है।
विज्ञापन
विज्ञापन
यह भी पढ़ें: राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बीच किंग चार्ल्स का पेरिस दौरा रद्द, 26 से 29 मार्च तक तय थी यात्रा
इसे 19वीं शताब्दी में शुरू किया गया था और 1896 में क्वीन विक्टोरिया द्वारा स्थापित किया गया था। लांस सर्जिएंट एलेक्स टर्नर, लांस कॉर्पोरल टॉन फ्लाइन, लांस सर्जिएंट एलियास ओरलॉवस्की, गार्ड्समैन फ्लैचर कोक्स, गार्ड्समैन जेम्स पैटर्सन, लांस सर्जिएंल रयान ग्रिफ्फिथस, गार्ड्समैन लूक सिम्पसन और गार्ड्समैन डेविड सांडरसन ने पिछले साल 19 सितंबर,1922 को दुनिया के सामने क्वीन एलिबेथ के अंतिम संस्कार के दौरान ताबूत को कंधा दिया था।
ग्रेनिडियर गार्ड्स की इस यूनिट का क्वीन के साथ घनिष्ठ संबंध था, क्योंकि हर दशक में उन्होंने इसकी व्यक्तिगत समीक्षा की। एडिनबर्ग में क्वीन के पार्थिव शरीर के ताबूत को ले जाने वाले सिपाहियो को विशेष सम्मान सूची में शामिल किया गया है।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.
विज्ञापन
विज्ञापन