World: बांग्लादेश के EC ने वेबसाइट से हटाया अवामी लीग का चुनाव चिह्न; ईरान पर प्रतिबंध के लिए पश्चिम लामबंद

अमेरिका के उत्तर-पूर्वी हिस्से में आए एक तूफान के दौरान न्यू जर्सी में दो लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग उस समय मारे गए जब उनकी गाड़ी बाढ़ के पानी में बह गई। न्यू जर्सी के गवर्नर फिल मर्फी ने बताया कि ये घटना उत्तरी न्यू जर्सी के प्लेनफील्ड शहर में हुई। इससे पहले भी 3 जुलाई को तूफान के चलते यहां दो और लोगों की जान जा चुकी है। पास के इलाके नॉर्थ प्लेनफील्ड में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। गवर्नर मर्फी ने बर्कले हाइट्स इलाके में तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद कहा, 'हम अकेले नहीं हैं, लेकिन इस समय बहुत ज्यादा नमी, गर्मी और तेज तूफान का सामना कर रहे हैं। सभी को सतर्क रहना चाहिए।' इन दो नई मौतों के बारे में अभी तक पीड़ितों के नाम नहीं बताए गए हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि तूफान के दौरान उनकी गाड़ी एक नाले में बह गई थी।

बांग्लादेश: चुनाव आयोग ने अवामी लीग के चुनाव चिह्न को अपनी वेबसाइट से हटाया
बांग्लादेश के चुनाव आयोग (ईसी) ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग का चुनाव चिह्न अपनी वेबसाइट से हटा दिया। यह कदम देश में पार्टी के दशकों पुराने राजनीतिक अस्तित्व को खत्म करने की एक नई कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग सचिवालय के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि ‘नाव’ का चिह्न ऊपर के अधिकारियों के निर्देश पर वेबसाइट से हटाया गया है।
पिछले हफ्ते चुनाव आयुक्त अब्दुर रहमानेल मसूद ने कहा था कि अवामी लीग अपना नाव वाला चुनाव चिह्न बनाए रख सकती है, क्योंकि उस पर कभी प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। स्थानीय न्यूज पोर्टल के मुताबिक, मसूद ने कहा, नाव का चुनाव चिह्न एक पार्टी को दिया गया था, लेकिन चुनाव चिह्न चुनाव आयोग के होते हैं। अगर किसी पार्टी को भंग कर भी दिया जाए, तो उसका चिह्न आयोग के पास रहता है और वह दोबारा किसी और को दिया जा सकता है। हम चुनाव चिह्न को खत्म नहीं करते।
राष्ट्रीय नागरिक पार्टी (एनसीपी) अवामी लीग के चुनाव चिह्न को चुनाव चिह्नों की सूची से हटाने की मांग कर रही है। 12 मई को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने एक गजट अधिसूचना जारी कर अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों की सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। यह प्रतिबंध आतंकवाद-रोधी कानून के तहत तब तक लागू रहेगा, जब तक बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) में पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ चल रही सुनवाई पूरी नहीं हो जाती।
पूर्व नाइजीरियाई राष्ट्रपति बुहारी को हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई
नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके उत्तर स्थित गांव में किया गया। हजारों लोग उन्हें आखिरी बार देखने और विदाई देने के लिए सड़कों पर जमा हो गए। बुहारी का निधन रविवार को लंदन में हो गया। वे 82 साल के थे और कुछ समय से बीमार चल रहे थे। 2023 में सत्ता छोड़ने के बाद से वे सार्वजनिक रूप से ज्यादा दिखाई नहीं देते थे। उनके अंतिम संस्कार में नाइजीरिया के वर्तमान राष्ट्रपति बोला टीनुबू और कई अन्य नेता भी शामिल हुए। सेनेगल की राष्ट्रपति बसिरू फेय ने बुहारी को 'नाइजीरिया और अफ्रीका के राजनीति जगत का एक बड़ा नेता' बताया।
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो पर तख्तापलट की साजिश का आरोप
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो पर 2022 के चुनाव हारने के बाद तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगा है। ब्राजील के मुख्य अभियोजनक-जनरल पाउलो गोनेट ने इस मामले में कोर्ट से बोल्सोनारो को दोषी करार दिए जाने की मांग की है। उन्होंने सोमवार (स्थानीय समयानुसार) देर रात जारी 517 पन्नों की रिपोर्ट में कहा, 'सबूत स्पष्ट हैं, अभियुक्त ने अपने कार्यकाल के दौरान और चुनावों में हार के बाद भी, विद्रोह भड़काने और लोकतांत्रिक कानून व्यवस्था को अस्थिर करने के लिए व्यवस्थित रूप से काम किया।' वहीं, बोल्सोनारो ने सभी आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी लोकतंत्र या संविधान का उल्लंघन नहीं किया। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यह मुकदमा एक 'चुड़ैल का शिकार' था, जो पिछले हफ्ते अपने दक्षिण अमेरिकी सहयोगी के बचाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द की याद दिलाता है।
सीनेट ने ट्रंप के 9 अरब डॉलर के खर्च कटौती अनुरोध को आगे बढ़ाया
ईरान पर फिर लग सकते हैं प्रतिबंध
बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के गृहनगर गोपालगंज में बुधवार को नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) की एक रैली के दौरान हुई झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई। प्रोथोम अलो समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, गोपालगंज एक तरह से युद्धक्षेत्र में बदल गया, जब उनकी बेटी और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग के सैकड़ों समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। अखबार के अनुसार, मृतकों में से दो की पहचान 25 वर्षीय दीप्टो साहा और 18 वर्षीय रमजान काजी के रूप में हुई है। गोली लगने से घायल नौ अन्य लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। अर्धसैनिक बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की चार अतिरिक्त टुकड़ियां (करीब 200 सैनिक) गोपालगंज भेजी गईं हैं। मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के कार्यालय ने कहा कि गोपालगंज में बुधवार रात 8 बजे से 22 घंटे का कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि एनसीपी पर हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।