NEET 2025: ₹20-30 लाख में नीट परीक्षा पास... विक्रम भी संजीव मुखिया से जुड़ा तो नहीं! बिहार में भी खेल
NEET Paper : एक तरफ मेडिकल प्रवेश परीक्षा में अति उच्चस्तरीय प्रश्न पूछे जाने पर हंगामा मचा है और दूसरी तरफ फिर नीट परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में बिहार का नाम आ रहा है। कल से आज तक जो कार्रवाई हुई, उसमें संजीव मुखिया भी जुड़ा है?


विस्तार
मेडिकल में दाखिल के लिए होने वाले नेशनल इलिजिबलिटी-कम-इंट्रेस टेस्ट (NEET) के पेपर को लेकर परीक्षार्थी परेशान हैं कि यह बहुत मुश्किल था। लेकिन, अब एक परेशानी फिर खड़ी है कि देशभर में परीक्षा के दिन रविवार को गिरफ्तार 11 शातिरों के साथ अब बिहार के अंदर से भी इस परीक्षा में खेल करने वाले पकड़े जा रहे हैं। नोएडा में रविवार को पकड़ाए गैंग का सरगना बिहार के दरभंगा का विक्रम कुमार साह निकला। अब बिहार के समस्तीपुर में बेगूसराय का एक डॉक्टर हत्थे चढ़ा है। इन सभी का अंतरराज्यीय परीक्षा माफिया संजीव मुखिया से कोई जुड़ाव है या नहीं, यह अनुसंधान का विषय बन गया है। संजीव मुखिया नीट यूजी 2024 प्रश्नपत्र लीक का मुख्य अभियुक्त है और रविवार तक उससे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पूछताछ कर रही थी।
संजीव मुखिया सबसे बड़ा चेहरा
नीट परीक्षा का मुश्किल पेपर इस बार चर्चा में है, लेकिन उस खबर को दबा देने वाली खबरें अब देशभर से सामने आ रही हैं। राजस्थान, ओडिशा, केरल के साथ नोएडा में रविवार को गिरफ्तारियां हुई थीं। बिहार में परीक्षा से पहले शनिवार की रात पुलिस ने एक परीक्षा माफिया मिथिलेश समेत तीन को पूछताछ के लिए दबोचा था। लेकिन, अब नोएडा में पकड़े गए गिरोह के मुख्य सरगरान विक्रम कुमार साह के दरभंगा निवासी होने की खबर आई और इधर समस्तीपुर में एक डॉक्टर समेत दो की कई एडमिट कार्ड और भारी नगदी के साथ गिरफ्तारी हुई। नाेएडा गैंग नीट पास कराने का 20-30 लाख रुपए ले रहा है। समस्तीपुर वाले तो 5 लाख में भी डील की बात कह रहे। इन सभी का संजीव मुखिया से क्या जुड़ाव है या नीट परीक्षा पास कराने वाले बिहार के कई गैंग अलग-अलग पैटर्न पर काम कर रहे हैं, इसी पड़ताल अब शुरू हो गई है। अबतक संजीव मुखिया नीट परीक्षा पास कराने वाला सबसे बड़ा सरगना माना जा रहा है। नीट यूजी 2024 प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई उससे लगातार पूछताछ कर अब बेउर जेल भेज चुकी है।
पुलिस-प्रशासन के अफसरों की सांसें फूल रहीं
संजीव मुखिया पहले तो जांच एजेंसियों के हत्थे नहीं चढ़ रहा था। पिछले महीने लंबी जद्दोजहद के बाद स्पेशल टास्क फोर्स ने उसे पकड़ा तो पुलिस-प्रशासन के अफसरों से लेकर नेताओं की भी सांसें फूलने लगीं। संजीव मुखिया ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सीबीआई को बताया है कि पुलिस, प्रशासन के अफसरों और नेताओं के बेटों को उसने नीट परीक्षा के जरिए डॉक्टर बनाया है। उसने पिछड़े वर्ग के लड़कों को बगैर पैसा लिए भी डॉक्टरी की यह परीक्षा पास कराए जाने की जानकारी दी। पूछताछ के दौरान पता चला कि नीट यूजी 2024 प्रश्नपत्र लीक के समय वह गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में सेटिंग कर रहा था। उसने सीबीआई को यह भी बताया था कि उसने नीूट यूजी 2024 के दौरान पटना में दो जगह अपने जाल में फंसे अभ्यर्थियों को प्रश्न और उत्तर रटवाए थे।
पैटर्न अलग होने के कारण गिरोह भी अलग संभव
संजीव मुखिया नीट प्रश्नपत्र को ही लीक कर डील करने वाले परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र रटवाता था। इस बार की परीक्षा में अबतक स्कॉलर बैठाकर परीक्षा दिलाने की बात आ रही है। दोनों अलग पैटर्न है। एक में प्रश्नपत्र ही लीक करवाने की बात है, जबकि दूसरे में परीक्षार्थी बदलकर उसकी जगह स्कॉलर बैठाने की। ऐसे में यह संभव है कि कई तरह के गिरोह हों, जो अलग-अलग जगह से ऑपरेट किए जा रहे हों। संजीव मुखिया का जो मामला खुला था, उसमें यह सामने आया था कि उसने गुजरात के प्रिंटिंग प्रेस में छप रहे प्रश्नपत्र को हासिल करने के बाद झारखंड के हजारीबाग में उसे सॉल्व कराया और फिर अलग-अलग जगह मोबाइल से भेजकर उसे परीक्षार्थियों को याद कराया गया। अबतक बिहार, झारखंड और गुजरात के अलावा संजीव मुखिया के राजस्थान से भी तार जुड़े होने की जानकारी सीबीआई को मिल चुकी है। अब नीट परीक्षा 2025 में हेरफेर का पैटर्न देखकर उससे भी इसका कनेक्शन जांचा जा रहा है।