साल दर साल इस तरह बढ़ी लालू और उनके बेटों की संपत्ति
आय से अधिक संपत्ति के मामले में राजनीति के दिगज नेता लालू प्रसाद यादव की संपत्ति के बारे में जब पटना हाईकोर्ट ने जानना चाहा था तो उनके वकील ने लालू को उनकी ससुराल से मिले गिफ्ट के बारे में जिक्र किया। वकील के मुताबिक लालू को उनकी ससुराल से कुछ गाय मिली थीं, जो कि साल दर साल बढ़ती गईं। जिसके बाद उन्होंने अपना डेयरी का व्यवसाय शुरू किया।
यही आधिकारिक तौर पर लालू परिवार का व्यवसाय है। जिसके बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में 2006 में बिहार के इस दिग्गज नेता को मुक्त कर दिया गया। एक दशक के बाद एक बार फिर बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने लालू के परिवार पर एक और बिजनेस चलाने का आरोप लगाया है, जिसका उन्होंने हलफनामें में जिक्र नहीं किया है।
लालू के परिवार का ये बिजनेस औरंगाबाद में मोटरसाईकिल का एक शोरूम है। इस शोरूम की जमीन लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने 2012 में खरीदी थी। उन्होंने इसका उल्लेख 2015 के चुनावों के दौरान दिए गए हलफनामे में भी नहीं किया। तेज प्रताप यादव अब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री हैं। दस्तावेजों के मुताबिक शोरूम एक कंपनी से संबंधित है और जिसके मुख्य स्टेकहोल्टर तेजप्रताप यादव ही हैं।
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लालू प्रसाद यादव की संपत्ति
(2009 लोकसभा चुनाव के मुताबिक, सारन और पाटलीपुत्र)
कुल संपत्ति
3.21 करोड़
चल संपत्ति
70.63 लाख
(70 हजार के शेयर भी शामिल)
अचल संपत्ति
2.50 करोड़
(लालू और रावड़ी के नाम कुल संपत्ति जिसमें 7 आश्रितों की संपत्ति भी शामिल)
कर्ज
16.27 लाख
तेज प्रताप यादव की संपत्ति
(2015 विधानसभा चुनाव, महुआ विधानसभा में दिया हलफनामा)
कुल संपत्ति
2.01 करोड़
चल संपत्ति
1.12 करोड़
(25.10 लाख के शेयर)
अचल संपत्ति
88.72 लाख
(पटना और गोपालगंज में 52.32 लाख के 11 प्लॉट शामिल)
कर्ज 18.54 लाख
तेजश्वी प्रसाद यादव की संपत्ति
(2015 विधानसभा चुनाव, राघोपुर)
कुल संपत्ति
2.32 करोड़
चल संपत्ति
1.41 करोड़
(5.38 लाख के शेयर शामिल)
अचल संपत्ति
91.52 लाख
(52.32 लाख के पटना और गोपालगंज में 11 प्लॉट शामिल)
कर्ज
34 लाख