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Bihar News: IVF से मां बनीं भोजपुरी स्टार सिंगर देवी, जर्मनी के स्पर्म बैंक से मिला सहारा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छपरा
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Wed, 10 Sep 2025 12:52 PM IST
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सार
लोकगायिका देवी ने अविवाहित रहते हुए IVF पद्धति से मातृत्व सुख प्राप्त किया। 9 सितंबर को ऋषिकेश एम्स में उन्होंने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। परिवार ने उनके इस फैसले का समर्थन किया और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर बधाइयां दीं।

लोकगायिका देवी
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बिहार के छपरा की बेटी और देश की प्रसिद्ध लोकगायिका देवी ने अविवाहित रहते हुए मातृत्व सुख पाने का साहसिक निर्णय लिया है। 9 सितंबर को ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ऑपरेशन के जरिए उन्होंने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। फिलहाल मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और चिकित्सकों की देखरेख में अस्पताल में भर्ती हैं।
देवी के पिता, जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के अवकाश प्राप्त प्राध्यापक प्रो. प्रमोद कुमार ने बताया कि उनकी बेटी ने जर्मनी में रहते हुए स्पर्म बैंक की मदद से चिकित्सकीय पद्धति (IVF) से गर्भधारण किया था। परिवार इस निर्णय से पहले से ही अवगत था। उन्होंने यह भी बताया कि सात साल पहले भी देवी ने कृत्रिम गर्भधारण का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई थीं। देवी की बहन नीती कुमार ने सोशल मीडिया पर बच्चे की पहली तस्वीर साझा करते हुए खुशी जाहिर की और लिखा—“आज मैं मौसी बन गई हूं।”
बच्चे की पहली तस्वीर सामने आते ही सोशल मीडिया पर देवी के प्रशंसकों और शुभचिंतकों की ओर से बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। लोग उनके साहस और इस निर्णय की सराहना कर रहे हैं। लोकगायिका देवी अपने गानों और सशक्त आवाज़ के लिए हमेशा चर्चा में रही हैं। उन्होंने लोक संगीत को नई पहचान दी और देश-विदेश में लोकप्रियता हासिल की। निजी जीवन को लेकर भी वे कई बार सुर्खियों में रही हैं। 2021 में सात समंदर पार रहने वाले युवक फैब के साथ उनके लिव-इन रिलेशन की चर्चा हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी राह खुद तय की।
पढ़ें: विजिलेंस टीम ने रिश्वत मामले में डंडारी सीओ को गिरफ्तार किया, गिरफ्तारी से पहले वायरल हुआ वीडियो
देवी का यह कदम समाज में एक नई मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। भारतीय समाज में अविवाहित मातृत्व पर अक्सर सवाल खड़े किए जाते हैं, लेकिन देवी का यह निर्णय स्वतंत्र जीवनशैली और आधुनिक सोच का उदाहरण प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह साबित किया है कि मातृत्व स्त्री की व्यक्तिगत स्वतंत्रता और इच्छाशक्ति से जुड़ा हुआ अधिकार है, जिसके लिए शादी या रिश्तों पर निर्भर रहना अनिवार्य नहीं। गायन के अलावा देवी ने लेखन में भी अपनी पहचान बनाई है। उनकी किताब की सराहना साहित्यकारों ने की थी। अब मातृत्व के इस साहसिक कदम से देवी ने अपने जीवन का नया अध्याय रच दिया है।

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देवी के पिता, जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के अवकाश प्राप्त प्राध्यापक प्रो. प्रमोद कुमार ने बताया कि उनकी बेटी ने जर्मनी में रहते हुए स्पर्म बैंक की मदद से चिकित्सकीय पद्धति (IVF) से गर्भधारण किया था। परिवार इस निर्णय से पहले से ही अवगत था। उन्होंने यह भी बताया कि सात साल पहले भी देवी ने कृत्रिम गर्भधारण का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई थीं। देवी की बहन नीती कुमार ने सोशल मीडिया पर बच्चे की पहली तस्वीर साझा करते हुए खुशी जाहिर की और लिखा—“आज मैं मौसी बन गई हूं।”
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बच्चे की पहली तस्वीर सामने आते ही सोशल मीडिया पर देवी के प्रशंसकों और शुभचिंतकों की ओर से बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। लोग उनके साहस और इस निर्णय की सराहना कर रहे हैं। लोकगायिका देवी अपने गानों और सशक्त आवाज़ के लिए हमेशा चर्चा में रही हैं। उन्होंने लोक संगीत को नई पहचान दी और देश-विदेश में लोकप्रियता हासिल की। निजी जीवन को लेकर भी वे कई बार सुर्खियों में रही हैं। 2021 में सात समंदर पार रहने वाले युवक फैब के साथ उनके लिव-इन रिलेशन की चर्चा हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी राह खुद तय की।
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देवी का यह कदम समाज में एक नई मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। भारतीय समाज में अविवाहित मातृत्व पर अक्सर सवाल खड़े किए जाते हैं, लेकिन देवी का यह निर्णय स्वतंत्र जीवनशैली और आधुनिक सोच का उदाहरण प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह साबित किया है कि मातृत्व स्त्री की व्यक्तिगत स्वतंत्रता और इच्छाशक्ति से जुड़ा हुआ अधिकार है, जिसके लिए शादी या रिश्तों पर निर्भर रहना अनिवार्य नहीं। गायन के अलावा देवी ने लेखन में भी अपनी पहचान बनाई है। उनकी किताब की सराहना साहित्यकारों ने की थी। अब मातृत्व के इस साहसिक कदम से देवी ने अपने जीवन का नया अध्याय रच दिया है।