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Bihar: बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट में दरभंगा के तीन युवकों की मौत, अब तक कुल 13 घायल; पहचान के लिए परिजन रवाना
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दरभंगा
Published by: हिमांशु प्रियदर्शी
Updated Mon, 05 Jun 2023 01:23 PM IST
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सार
Bihar News: बालासोर में हुई रेल दुर्घटना में बिहार के दरभंगा जिला के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के मनयारी गांव के दो युवकों की मौत हो गई है। इसके अलावा दरभंगा शहर के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अललपट्टी मुहल्ला के रहने वाले एक युवक की भी मौत हो गई है। वहीं, रेल हादसा में दरभंगा जिले के घायलों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है।

ओडिशा रेल दुर्घटना
- फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
ओडिशा के बालासोर से भीषण ट्रेन हादसे में कई लोग ऐसे भी हैं जिनपर खुदा की रहमत रही और अपने घर जिंदा लौट पाए। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी रहे जिन्हें मौत ने अपने आगेश में लिया। रेल हादसा में दरभंगा जिले के घायलों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। वहीं, इस रेल हादसे में तीन लोगों की मौत होने की सूचना मिल रही है। उनका अभी तक किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिनमें बहादुरपुर प्रखंड के मनियारी गांव के अखिलेश, बौवा सहनी और अल्लपट्टी निवासी विनोद यादव शामिल हैं। वहीं, मौत सूचना मिलने के बाद परिवार के सदस्य मृतकों की पहचान के लिए ओडिशा रवाना हो चुके हैं।

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बालासोर में हुई रेल दुर्घटना में बिहार के दरभंगा जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के मनयारी गांव के दो युवकों की मौत हो गई है। इनकी पहचान नरेश यादव के बेटे अखिलेश यादव (22) और जगरनाथ सहनी के बेटे बौवा सहनी (20) के रूप में हुई है। रविवार की रात परिजनों को जैसे ही यह सूचना मिली तो पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। दोनों मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। अखिलेश के दो भाई और एक बहन है, जिनमें यह सबसे बड़ा था। अखिलेश की शादी अभी एक महीने पहले ही हुई थी। वह चेन्नई में रहकर मजदूरी का काम करता था।
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वहीं, बौआ सहनी के तीन भाई और तीन बहन हैं। वह अपने सभी भाई-बहनों में सबसे छोटा था। बौआ के दो भाई भी चेन्नई में साथ रहकर मजदूरी काम करते हैं। बौआ के भाई ने फोन करके घरवालों को जानकारी दी है।
घटना के बारे में गांव के मुखिया प्रतिनिधि जनक पासवान ने बताया कि दोनों मृतकों के परिजन सूचना मिलते ही बालासोर के लिए रवाना हो गए हैं।

मृतक विनोद यादव
दूसरी तरफ दरभंगा शहर के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अललपट्टी मुहल्ला के विनोद यादव की मौत की खबर है। मृतक के परिजनों को देर रात फोन पर जानकारी दी गई है।
बिरौल अनुमंडल के नारायणपुर गांव के शिवेश पासवान, सुभाष पासवान और संजय महतो रेल हादसे में घायल होकर अपने घर लौटे। उन्होंने बताया कि वे अपने गांव से नौ लोगों के साथ कोरोमंडल एक्सप्रेस के S2 कोच से चेन्नई जा रहे थे। उनमें रामप्रकाश पासवान के बेटे शिवेश पासवान, रामदेव पासवान के बेटे गोविंद पासवान, विनोद पासवान के बेटे विक्रम पासवान, राजू पासवान के बेटे सुधीर कुमार, श्रवण पासवान के बेटे चंदन पासवान, महेंद्र मुखिया के बेटे सूरज मुखिया, रामकिशुन मुखिया के बेटे बाबूसाहब मुखिया, मुसन मुखिया के बेटे संजय मुखिया और उदेश्वर पासवान के बेटे सुभाष पासवान शामिल थे।
उन्होंने बताया कि उसी दौरान तेज आवाज के साथ उनका कोच दूसरे कोच के ऊपर चढ़ गया। इसके कारण हम लोग काफी देर तक अंदर ही फंसे रहे। उसके बाद स्थानीय लोगों के सहयोग S2 बोगी का शीशा तोड़ा गया और लोगों के द्वारा लाई गई सीढ़ी के सहारे नीचे उतर सके। उन्होंने बताया कि बोगियों के टूटे हुए कांच से कई लोगों का हाथ पैर भी कट गया है। वहां पर प्राथमिक इलाज के बाद सरकारी व्यवस्था पर हम लोगों को घर पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां का माहौल काफी भयावह था। लोग पानी-पानी चिल्ला रहे थे। स्थानीय लोगों के आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
वहीं, दूसरी तरफ जिले के बहेड़ा थाना क्षेत्र के उफरदाहा गांव के चार युवक भी कोरोमंडल एक्सप्रेस से रोजगार के लिए ओडिशा से चेन्नई जा रहे थे। उसी दौरान रेल हादसा हो गया, जिसमें वे चारों घायल हो गए। घायलों में विष्णुदेव लालदेव के बेटे संजय लालदेव, दयाराम यादव के बेटे राकेश यादव, बतहू पासवान के बेटे सतो पासवान और विक्रम पासवान एक ही साथ S1 कोच के 74 ,75 और 76, 77 नंबर बर्थ पर यात्रा कर रहे थे। इस हादसे में इन लोगों के हाथ-पैरों में चोट लगी है।
घायल संजय लालदेव ने बताया कि नाश्ता कर सभी लोग आराम से बैठे थे कि शाम करीब सात बजे अचानक जोरदार धक्का लगा और आवाज हुई। इतने में सब कुछ बिखर गया। उन्होंने कहा कि भगवान का लाख-लाख शुक्र है जो हम लोग बच गए, जिस बोगी में सफर कर रहे थे उसका आधा हिस्सा भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। दुर्घटना होते ही रेलवे, स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों ने घायलों की मदद की। उन्होंने बताया कि इस हादसे में राकेश यादव के दोनों पांव टूट गए हैं। राकेश का इलाज कोलकाता के पीजी अस्पताल में चल रहा है।
बिरौल के अंचलाधिकारी बिमल कुमार कर्ण ने बताया कि सरकार द्वारा जारी सूची में नारायणपुर गांव के नौ लोगों के घायल होने की सूची उन्हें मिली है। उसके बाद सभी घायलों को कल रात मधुबनी जिले के अररिया से रिसीव कर उनके घर पहुंचा दिया गया है।