Gold Silver Price: सर्राफा बाजार में लंबी छलांग; सोना ₹5080 चढ़कर नए शिखर पर, चांदी ₹1.28 लाख के पार पहुंची
Gold Silver Price: मंगलवार को सोने का भाव 5,080 रुपये की तेजी के साथ 1,12,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं चांदी की कीमत भी 2,800 रुपये बढ़कर 1,28,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

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मजबूत वैश्विक रुख के अनुरूप राजधानी दिल्ली में मंगलवार को सोने का भाव 5,080 रुपये की तेजी के साथ 1,12,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं चांदी की कीमत भी 2,800 रुपये बढ़कर 1,28,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने इसकी पुष्टि की है।

सोने की कीमतों में हुई 43 प्रतिशत की वृद्धि
चालू कैलेंडर वर्ष में सोने की कीमतों में 33,800 रुपये प्रति 10 ग्राम या लगभग 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह 31 दिसंबर, 2024 को 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 10 ग्राम हो गई है।
वैश्विक बाजार में सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा सोना
वैश्विक बाजारों में मंगलवार को सोना 3,659.27 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। बाद में यह कीमती धातु 16.81 डॉलर या 0.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,652.72 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 35 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 97.29 पर कारोबार कर रहा था।
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अमेरिकी श्रम बाजार के कमजोर आंकड़ों ने सोने को दिया बल
व्यापारियों का कहना है कि पिछले हफ्ते अमेरिकी श्रम बाजार के कमजोर आंकड़ों ने मौद्रिक नीति में ढील की संभावना बढ़ा दी है। इससे निवेशकों का रुझान सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों की ओर बढ़ा है। डॉलर में गिरावट ने सर्राफा कीमतों में तेजी को और बल दिया।
इन कारणों से बढ़ी सोने की कीमत
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि केंद्रीय बैंकों की मजबूत मांग, एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में निवेश और ब्याज दरों में कटौती की अटकलों से कीमती धातुओं में रिकॉर्ड तोड़ तेजी आई है।
गांधी ने आगे कहा कि सुरक्षित-आश्रय परिसंपत्तियों की निरंतर मांग भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के कारण है व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ के वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव की चिंताओं ने भी इस तेजी में योगदान दिया है।
ब्रोकरेज फर्म ट्रेडजिनी के मुख्य परिचालन अधिकारी त्रिवेश डी ने कहा कि वैश्विक बाजारों में पीली धातु 3,659 डॉलर प्रति औंस के आसपास घूम रही है। यह नए रिकॉर्ड बना रही है।
फेड रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने सोने को दिया बल
त्रिवेश डी ने कहा कि यह उछाल अमेरिकी फेड के आशावाद की प्रतिक्रिया मात्र नहीं है, बल्कि यह वृहद कारकों का एक आदर्श तूफान है। फेड (फेडरल रिजर्व) द्वारा अगली तिमाही में ब्याज दरों में दो से तीन बार कटौती किए जाने की व्यापक उम्मीद है। इससे वास्तविक प्रतिफल कम होगा और सोने का आकर्षण बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि डॉलर के प्रभुत्व पर दबाव पड़ रहा है क्योंकि केंद्रीय बैंक लगातार अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड से अलग अपने भंडार में विविधता ला रहे हैं। यह प्रवृत्ति तीन साल से भी ज्यादा समय से जारी है। उन्होंने आगे कहा कि, रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर बढ़ते टैरिफ खतरों तक, भू-राजनीतिक जोखिम को देखते हुए, सुरक्षित-आश्रय परिसंपत्तियों की मौलिक खरीद अधिक मजबूत हो गई है।
निवेशकों को है अमेरिकी मुद्रास्फीति आंकड़ों का इंतजार
कोटक सिक्योरिटीज में एवीपी कमोडिटी रिसर्च, कायनात चैनवाला के अनुसार, बाजार प्रतिभागी इस सप्ताह के अंत में अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे। यह चौथी तिमाही में ब्याज दरों में कटौती की दिशा को प्रभावित कर सकता है। हालांकि इससे सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों में बदलाव की संभावना नहीं है।