सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   Business Updates CRISIL US Tariffs RBI SEBI Share Market USD INR Value Commerce Trade Import Export Hindi News

Biz Updates: छह करोड़ से ज्यादा ITR दाखिल, कल आखिरी तारीख; ग्रोक से 500 लोगों को निकालेंगे मस्क

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला। Published by: ज्योति भास्कर Updated Sun, 14 Sep 2025 01:19 AM IST
विज्ञापन
Business Updates CRISIL US Tariffs RBI SEBI Share Market USD INR Value Commerce Trade Import Export Hindi News
बिजनेस अपडेट - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

आयकर निर्धारण वर्ष 2025-26 के लिए अब तक छह करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं। रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 सितंबर है। विभाग ने अपील की है कि अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए समय रहते ही अपना आयकर रिटर्न दाखिल कर लें। विभाग का हेल्पडेस्क चौबीसों घंटे काम कर रहा है।

loader
Trending Videos


ग्रोक के विकास में शामिल 500 लोगों को निकालेंगे मस्क
एलन मस्क की एक्सएआई ने डाटा का विश्लेषण करने वाली टीम के 500 सदस्यों को कंपनी से निकालने का फैसला किया है। ये कर्मचारी ग्रोक चैटबोट के विकास में मददगार थे। बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने शुक्रवार रात कर्मचारियों को ईमेल के जरिये सूचित किया कि वह एआई ट्यूटर्स की टीम को छोटा करने पर काम कर रही है।

विज्ञापन
विज्ञापन

CRISIL की रिपोर्ट- US टैरिफ से भारत में इक्विटी को अधिक झटका, अगस्त में 4 अरब USD की शुद्ध निकासी
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) ने कहा कि अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ से अगस्त में भारत के घरेलू वित्तीय स्थिति पर असर पड़ा। इससे शेयर बाजारों को सबसे अधिक झटका लगा है। क्रेडिट रेटिंग इन्फॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लि. (क्रिसिल) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत का वित्तीय स्थिति सूचकांक (एफसीआई) जुलाई के माइनस 0.4 से घटकर अगस्त में माइनस 0.5 हो गया है। एफसीआई एक मासिक संकेतक है जो मुद्रा, ऋण, इक्विटी और विदेशी मुद्रा बाजारों के मापदंडों को जोड़ता है। कम एफसीआई यह बताता है कि वित्तीय स्थितियां पिछले महीने की तुलना में ज्यादा कड़ी थी। वहीं नकारात्मक मूल्य का अर्थ है कि यह दीर्घावधि औसत (अप्रैल 2010 से मापा गया) से ज्यादा कड़ी थी। इस मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद भारत का एफसीआई मानक विचलन के बेहतर दायरे में बना हुआ है।

एफपीआई की लगातार निकासी और टैरिफ के असर से चिंता
रेटिंग एजेंसी के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) से शुद्ध निकासी लगातार तीसरे महीने जारी रही। एफपीआई की लगातार निकासी और टैरिफ के प्रभाव को लेकर चिंता के कारण इक्विटी बाजारों के प्रदर्शन में गिरावट आई और बेंचमार्क सूचकांकों में महीने-दर-महीने आधार पर 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। एफपीआई की निकासी से रुपये पर भी दबाव बढ़ा है, जो अगस्त में डॉलर के मुकाबले 87.8 के सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है और मासिक आधार पर 1.6 प्रतिशत कमजोर हुआ है।

इक्विटी में शुद्ध निकासी अगस्त में बढ़ी
रिपोर्ट के अनुसार, इक्विटी में शुद्ध निकासी बढ़कर 4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई (जुलाई में 2.1 अरब अमेरिकी डॉलर की तुलना में), जो जनवरी के बाद से सबसे अधिक है। एफपीआई ने ऋण बाजार में 0.9 अरब डॉलर की तुलना में 1.5 अरब डॉलर का शुद्ध निवेश किया, जो पांच महीने का उच्च स्तर है। यह अमेरिकी यील्ड में नरमी और कच्चे तेल की कीमतों के कारण हुआ। अगस्त में 10 साल के अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में 13 आधार अंक (बीपीएस) की गिरावट आई और यह औसतन 4.26 प्रतिशत पर आ गया।

विनिर्माताओं की ओर से डीलरों को दी जाने वाली छूट पर जीएसटी नहीं
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने कहा कि विनिर्माताओं की ओर से डीलरों को केवल प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण और बिक्री को बढ़ावा देने के लिए दी जाने वाली बिक्री के बाद की छूट वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अधीन नहीं होगी। हालांकि, ऐसी छूट पर जीएसटी देय होगा यदि निर्माता और डीलर ने एक समझौता किया है जिसके तहत डीलर निर्माता की ओर से सह-ब्रांडिंग, विज्ञापन अभियान या बिक्री अभियान जैसी प्रचार गतिविधियां संचालित करता है। जीएसटी के अंतर्गत सेकंडरी (द्वितीयक) या बिक्री-पश्चात छूट के संबंध में परिपत्र जारी करते हुए सीबीआईसी ने कहा कि उसे इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगने वाले आवेदन मिले हैं। जब डीलरों को बिक्री के बाद ऐसी छूट मिलती है तो वे बिक्री बढ़ाने के लिए प्रचार गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं। हालांकि, इन गतिविधियों से अंततः डीलरों के स्वामित्व वाली वस्तुओं की बिक्री में वृद्धि होती है, जिससे उनका अपना राजस्व भी बढ़ता है। इस संदर्भ में, छूट केवल माल की बिक्री कीमत को कम करती है और निर्माता को दी गई किसी भी स्वतंत्र सेवा से जुड़ी नहीं होती है।

त्रिपुरा: धोखाधड़ी में यूको बैंक की कैशियर गिरफ्तार
त्रिपुरा में यूको बैंक की महिला कैशियर को 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने जाली चेक के जरिए अगरतला नगर निगम  के खाते से यह रकम निकाली थी। उप-मंडल पुलिस अधिकारी डीपी रॉय ने शनिवार को बताया कि आरोपी की पहचान असम के नागांव की रहने वाली रामायणी श्रीमयी के तौर पर की गई।
विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed