Gold Silver Price: मजबूत मांग के बीच सोने की कीमत में 800 रुपये की बढ़त, जानें सर्राफा बाजार का हाल
Gold Silver Price: मजबूत मांग के बीच शुक्रवार को सोने की कीमत 800 रुपये की तेजी के साथ 1,14,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी। वहीं चांदी 500 रुपये बढ़कर 1,32,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर पहुंच गई।

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भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने व अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव बढ़ने के बीच सोने-चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली। मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 800 रुपये की तेजी के साथ 1,14,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 700 रुपये बढ़कर 1,13,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। चांदी की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की गई और यह 500 रुपये बढ़कर 1,32,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने इसकी पुष्टि की है।

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इन कारणों से बढ़ा सोने का भाव
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में सोने का भाव सकारात्मक रहा, और कीमती धातुओं के प्रति रुझान तेजी का बना रहा। यह आशावाद कई कारणों से देखने को मिली। इसमें इस साल एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स में मजबूत निवेश और केंद्रीय बैंकों द्वारा सक्रिय रूप से सोने की खरीदारी शामिल है।
उन्होंने कहा कि इस बीच, 2025 के अंत से पहले अमेरिकी फेड द्वारा अतिरिक्त ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें, और चल रहे भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार संबंधी मुद्दों के कारण सुरक्षित निवेश की लगातार मांग बनी हुई है।
फेड की स्वतंत्रता पर बहस शुरू
कारोबारियों ने कहा कि भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं ने पीली धातु की सुरक्षित निवेश मांग को बढ़ा दिया है। वहीं फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता पर बहस फिर से शुरू हो गई है। हालांकि, डॉलर में मजबूती ने पीली धातु के लिए प्रतिकूल रुख अपनाया और इसकी बढ़त को सीमित कर दिया।
वैश्विक स्तर पर बढ़े सोने-चांदी के दाम
वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 0.18 प्रतिशत बढ़कर 3,651.18 डॉलर प्रति औंस हो गया। वहीं हाजिर चांदी लगभग एक प्रतिशत बढ़कर 42.16 डॉलर प्रति औंस हो गई।
आगामी अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर नजर
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (कमोडिटी एवं करेंसी) जतीन त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं और अब ध्यान अगले सप्ताह के प्रमुख अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों पर केंद्रित है। इनमें जीडीपी, विनिर्माण एवं सेवा पीएमआई, व पीसीई मूल्य सूचकांक शामिल हैं - जो आगे की प्रवृत्ति को दिशा देंगे।
मुद्रास्फीति की चिंता ने सुरक्षित निवेश को सहारा दिया
ऑग्मोंट की अनुसंधान प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा इस सप्ताह ब्याज दरों में कटौती करने के बाद सोने और चांदी की कीमतों पर दबाव आया, लेकिन मुद्रास्फीति की निरंतर चिंता के बीच भविष्य में दरों में कटौती की गति को लेकर सतर्कता का संकेत दिया गया।
फेड ने बुधवार को ब्याज दरों में कटौती फिर से शुरू कर दी व अतिरिक्त नीतिगत ढील के लिए दरवाजा खुला छोड़ दिया, लेकिन उसके संयमित मार्गदर्शन से इस बात पर संदेह पैदा हो गया कि आगे कितनी जल्दी कटौती की जाएगी।