The Bonus Market Update: शेयर बाजार में छह दिन की बढ़त पर लगाम; सेंसेक्स 344 अंक टूटा, निफ्टी 25800 के नीचे
Sensex-Nifty Closing Bell: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 344.52 अंक गिरकर 84,211.88 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 96.25 अंक गिरकर 25,795.15 अंक पर आ गया।
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छह दिन की तेजी और ताजा विदेशी पूंजी निकासी के बाद एफएमसीजी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली के बीच शुक्रवार को बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 344.52 अंक या 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,211.88 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 599.25 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर 83,957.15 अंक पर बंद हुआ। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 96.25 अंक या 0.37 प्रतिशत गिरकर 25,795.15 पर आ गया। भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद और वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे बढ़कर 87.78 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
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पीयूष गोयल ने व्यापार वार्ता को लेकर की टिप्पणी
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा शुक्रवार को यह कहे जाने के बाद बाजार की धारणा और कमजोर हो गई कि भारत जल्दबाजी में या सिर पर बंदूक तानकर व्यापार समझौते नहीं करता। गोयल ने जर्मनी में बर्लिन डायलॉग में कहा कि हम यूरोपीय संघ के साथ सक्रिय बातचीत कर रहे हैं। हम अमेरिका से बात कर रहे हैं, लेकिन हम जल्दबाजी में सौदे नहीं करते और न ही हम समय सीमा तय करके या बंदूक तानकर सौदे करते हैं।
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर में सबसे अधिक 3.20 प्रतिशत की गिरावट आई। अल्ट्राटेक सीमेंट, कोटक महिंद्रा बैंक, अदानी पोर्ट्स, टाइटन, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक भी गिरावट में रहे। वहीं भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सन फार्मा लाभ में रहे।
पीयूष गोयल की टिप्पणी का पड़ा असर
ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा, "वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की इस टिप्पणी के बाद कि भारत प्रतिबंधात्मक शर्तों के साथ व्यापार समझौते करने में जल्दबाजी नहीं करेगा, शेयर बाजारों में सप्ताह के अंत में मंदी रही। इस टिप्पणी से भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के शीघ्र होने की उम्मीदें धूमिल हो गईं। इससे सप्ताह के शुरू में आई जोरदार तेजी के बाद सभी क्षेत्रों में मुनाफावसूली हुई।"
यूरोपीय बाजारों में रहा मिला-जुला रुख
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। गुरुवार को अमेरिकी बाज़ार सकारात्मक दायरे में बंद हुए।
रूसी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध का पड़ा असर
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख (धन प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, "निफ्टी 96 अंक गिरकर 25,795 पर बंद हुआ, जिससे छह दिनों की तेजी थम गई। रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों और निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली से बाजार पर दबाव रहा।"
ब्रेंट क्रूड का भाव गिरकर 65.83 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत गिरकर 65.83 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 1,165.94 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालाँकि, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) शुद्ध खरीदार रहे, जिन्होंने पिछले कारोबार में 3,893.73 करोड़ रुपये के शुद्ध शेयर खरीदे। गुरुवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ सेंसेक्स 130.06 अंक या 0.15 प्रतिशत चढ़कर 84,556.40 पर बंद हुआ। निफ्टी 22.80 अंक या 0.09 प्रतिशत बढ़कर 25,891.40 पर बंद हुआ।