दो महीने में 40 फीसदी बढ़ गया हवाई किराया, गर्मी की छुट्टियों में दिखेगा असर
पिछले दो महीने के सुस्त समय में हवाई किराया 40 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है। ऐसे में लोगों के लिए गर्मी की छुट्टियों में हवाई सफर के लिए ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ सकता है। जेट एयरवेज के विमान खड़े होने और इंडिगो के पायलटों द्वारा मार्च में हड़ताल पर रहने से असर देखने को मिला था। वहीं स्पाइसजेट के भी 12 बोइंग 737 मैक्स विमान खड़े कर दिए गए हैं।
मेट्रो-नॉन मेट्रो रूट्स पर इतना बढ़ गया किराया
फरवरी से लेकर मार्च के बीच हवाई किराये में मेट्रो और नॉन मेट्रो रूट्स पर बढ़ोतरी देखने को मिली है। इन दो माह में मेट्रो रूट पर 39 फीसदी और नॉन मेट्रो रूट पर 24 फीसदी बढ़ोतरी हो गई थी। वहीं औसतन किराये में 29 और नौ फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है।
इस रूट पर बढ़ा सबसे ज्यादा किराया
मेट्रो रूट पर बात करें तो सबसे ज्यादा मुंबई-चेन्नई रूट पर किराये में बढ़ोतरी देखी गई है, जहां पर 39 फीसदी है। दूसरे नंबर पर दिल्ली-मुंबई रूट है जहां पर 38 फीसदी किराया बढ़ गया था। तीसरे नंबर पर कोलकाता-मुंबई रहा जहां किराया 27 फीसदी, बंगलूरू-दिल्ली पर 12 फीसदी का इजाफा देखने को मिला।
कोलकाता, बंगलूरू यहां से सस्ता
नॉन मेट्रो रूट में चेन्नई-मदूरै रूट रहा जहां किराया 24 फीसदी बढ़ गया था। मुंबई-वडोदरा में 18 फीसदी, मुंबई-देहरादून में 16 फीसदी, दिल्ली-जबलपुर रूट पर 11 फीसदी, दिल्ली-गोवा और मुंबई-गोवा रूट पर नौ फीसदी और दिल्ली-पटना रूट पर आठ फीसदी का इजाफा देखने को मिला। वहीं कोलकाता-बागडोगरा और बंगलूरू-जयपुर रूट किराये में क्रमशः एक व चार फीसदी की कमी देखने को मिली।
अभी किराये में कमी नहीं होने के संकेत
जेट एयरवेज के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। ऐसे मे अगर इस महीने के आखिर तक जेट एयरवेज की स्थिति में किसी तरह का कोई सुधार नहीं हुआ तो फिर आगे हवाई किराया और बढ़ सकता है। वहीं बोइंग 737 मैक्स पर रोक से भी विदेशी उड़ानों पर असर पड़ेगा।