'पसीना नहीं टपका तो आप टपक जाओगे': भारत फिर कैसे बनेगा आर्थिक महाशक्ति? संवाद के मंच पर बाबा रामदेव ने बताया
Amar Ujala Samwad: अमर उजाला के मंच पर बाबा रामदेव ने सेहता का ध्यान रखने की नसीहत देते हुए कहा कि अगर आपने पसीना नहीं बहाया तो टपक जाओगे। उन्होंने स्वदेशी, कॉरपोरेट मंत्र और भारत को 100 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने का रोडमैप भी साझा किया। आइए इस बारे में पढ़ें।
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योग गुरु बाबा रामदेव ने अमर उजाला संवाद के मंच से देश के कॉरपोरेट्स और आम जनता को सेहत, सफलता और राष्ट्र निर्माण का एक अनूठा मंत्र दिया। अपनी बेबाक शैली के लिए पहचाने जाने वाले रामदेव ने रिफाइंड तेल से लेकर बालों में लगाने वाले मिनरल ऑयल तक, सिंथेटिक उत्पादों को सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। साथ ही, उन्होंने भारत को दोबारा विश्व की आर्थिक महाशक्ति बनाने का रोडमैप भी साझा किया। उन्होंने कहा कि बाजार में टिके रहने के लिए लोगों के शरीर का मजबूत होना जरूरी है और इसके लिए पसीना बहाना जरूरी है।
'भारत की इकोनॉमी कभी 100 ट्रिलियन की थी'
शिक्षा के भगवाकरण के आरोपों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बाबा रामदेव ने कहा, "सबके भीतर भगवा है। भारत सनातन परंपरा का देश है और इसे नकारा नहीं जा सकता।" देश की आर्थिक क्षमता पर बात करते हुए उन्होंने याद दिलाया कि 250 साल पहले भारत की अर्थव्यवस्था संभवतः 100 ट्रिलियन की रही होगी, जिसे लूटकर दरिद्र बना दिया गया। उन्होंने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपनी हैसियत समझनी होगी।
रामदेव ने कहा, "भारत को दोबारा वह मुकाम हासिल करने में 5 से 25 साल लग सकते हैं, लेकिन यह पुरुषार्थ हमें करना होगा। जिस दिन देश के 140 करोड़ लोग पूरी ऊर्जा के साथ राष्ट्र निर्माण में जुट जाएंगे, भारत जनशक्ति, धनशक्ति और सैन्यशक्ति-हर मामले में दुनिया का नेतृत्व करेगा।"
'दिसंबर हो या जनवरी, पसीना तो बहाना पड़ेगा'
मंच पर अपने कॉरपोरेट मंत्र और फिटनेस के राज के बारे में बात करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि अगर बाजार में टिके रहना है और शरीर को मजबूत रखना है, तो सिंथेटिक लाइफस्टाइल को छोड़ना होगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "लोग बालों में मिनरल ऑयल लगा रहे हैं और खाने में रिफाइंड ऑयल। यही चीजें दिल में ब्लॉकेज पैदा करती हैं।"
फिटनेस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, "मैं 15 मिनट में पांच किलोमीटर दौड़ लगाता हूं। चाहे दिसंबर की सर्दी हो या जनवरी की, शरीर से पसीना जरूर टपकना चाहिए। अगर पसीना नहीं टपकेगा, तो आप टपक जाओगे।"
अनपढ़ माता-पिता का बेटा आज दे रहा पांच लाख लोगों को रोजगार
अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए योग गुरु ने स्वदेशी और प्रमाणिकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता अनपढ़ थे और परिवार में कोई भी पांचवीं-सातवीं से ज्यादा नहीं पढ़ा था, लेकिन आज रामदेव के नेतृत्व में 5,000 डॉक्टर काम कर रहे हैं।
उन्होंने गर्व के साथ बताया, "हम आज 5 लाख लोगों को रोजगार दे रहे हैं और अब तक एक लाख करोड़ रुपये का चैरिटी कार्य कर चुके हैं।" रामदेव ने कहा कि सफलता का सूत्र यही है कि नीयत में खोट न हो और काम में 100 प्रतिशत प्रमाणिकता हो। जो काम एक बार शुरू कर दिया, फिर पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए, चाहे लाख बाधाएं आएं।