Oman: भारत-ओमान आर्थिक रिश्तों को मिलेगी नई ऊंचाई, मस्कट में कल मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
भारत और ओमान गुरुवार को मस्कट में व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर करेंगे। यह समझौता पीएम मोदी की मौजूदगी में होगा। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, सेवाओं और निवेश को बढ़ावा देना है। ओमान जीसीसी देशों में भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। 2024-25 में भारत-ओमान द्विपक्षीय व्यापार करीब 10.5 अरब डॉलर रहा।
विस्तार
भारत और ओमान आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गुरुवार को मस्कट में मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस समझौते पर पीएम मोदी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए जाएंगे। मोदी चार दिवसीय त्रिपक्षीय दौरे पर हैं। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए मस्कट पहुंच चुके हैं। अधिकारी ने बताया कि वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल भी ओमान पहुंचेंगे।
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मुक्त व्यापार समझौते का उद्देश्य
मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत, जिसे आधिकारिक तौर पर सीईपीए (व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता) कहा जाता है, औपचारिक रूप से नवंबर 2023 में शुरू हुई और वार्ता इस वर्ष समाप्त हुई। मुक्त व्यापार समझौतों में, दोनों व्यापारिक साझेदार अपने बीच व्यापार की जाने वाली वस्तुओं की अधिकतम संख्या पर सीमा शुल्क को काफी हद तक कम कर देते हैं या समाप्त कर देते हैं। वे सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने और निवेश आकर्षित करने के लिए नियमों में ढील भी देते हैं।
जीसीसी में ओमान भारत के लिए तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य
खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों में ओमान भारत के लिए तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। भारत का पहले से ही जीसीसी के एक अन्य सदस्य देश, संयुक्त अरब अमीरात के साथ इसी तरह का समझौता है, जो मई 2022 में लागू हुआ था। परिषद के अन्य सदस्य बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और कतर हैं। भारत और कतर भी जल्द ही व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू करेंगे।
2024-25 में भारत-ओमान का द्विपक्षीय व्यापार लगभग 10.5 अरब डॉलर (निर्यात 4 अरब डॉलर और आयात 6.54 अरब डॉलर) था। भारत के प्रमुख आयात पेट्रोलियम उत्पाद और यूरिया हैं। ये आयात का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा हैं। अन्य प्रमुख उत्पादों में प्रोपलीन और एथिलीन पॉलिमर, पेट कोक, जिप्सम, रसायन, लोहा और इस्पात तथा अपरिष्कृत एल्युमीनियम शामिल हैं।
भारत द्वारा ओमान को निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुओं में खनिज ईंधन, रसायन, बहुमूल्य धातुएं, लोहा और इस्पात, अनाज, जहाज, नावें और तैरती संरचनाएं, विद्युत मशीनरी, बॉयलर, चाय, कॉफी, मसाले, वस्त्र और खाद्य पदार्थ शामिल हैं।