सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   Bank of Baroda report says People saved Rs two lakh crore as interest in three years

Report: तीन वर्षों में लोगों ने ब्याज के रूप में बचाए दो लाख करोड़, पढ़ें बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट

अजीत सिंह, नई दिल्ली Published by: जलज मिश्रा Updated Wed, 25 Oct 2023 05:48 AM IST
विज्ञापन
सार

बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्याज लागत 2021-22 के 9.02 लाख करोड़ के मुकाबले 2022-23 में 9.35 लाख करोड़ पहुंच गई। यह 2020 में रेपो दर कम होने से पहले के 10.16 लाख करोड़ से कम है। 2023-24 में अब तक ब्याज लागत 9.91 लाख करोड़ रुपये है।

Bank of Baroda report says People saved Rs two lakh crore as interest in three years
बैंक ऑफ बड़ौदा - फोटो : Social Media
loader
Trending Videos

विस्तार
Follow Us

कोरोना की वजह से भले ही अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा, लेकिन 2020 से 2022 तक यानी तीन साल में लोगों ने कर्ज पर ब्याज के रूप में 1.75 लाख करोड़ रुपये बचाए। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना के कारण आरबीआई ने रेपो दर में 2.5 फीसदी की कटौती की थी। इससे ब्याज दरें कई दशकों के निचले स्तर पर आ गईं थीं। हालांकि, ब्याज दरें बढ़ने से इस साल कर्ज पर 33,000 करोड़ ज्यादा ब्याज चुकाए हैं।

Trending Videos

बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्याज लागत 2021-22 के 9.02 लाख करोड़ के मुकाबले 2022-23 में 9.35 लाख करोड़ पहुंच गई। यह 2020 में रेपो दर कम होने से पहले के 10.16 लाख करोड़ से कम है। 2023-24 में अब तक ब्याज लागत 9.91 लाख करोड़ रुपये है।

विज्ञापन
विज्ञापन

अब भी होगा 25,000 करोड़ रुपये का फायदा
वित्त वर्ष 2024 में अपरिवर्तित वेटेज एवरेज लेंडिंग रेट की धारणा के आधार पर ब्याज लागत 9.91 लाख करोड़ तक बढ़ जाएगी। यह वित्त वर्ष 2020 से 25,000 करोड़ कम है। इससे पता चलता है कि रेपो दर बढ़ने के बाद भी ब्याज लागत कोरोना पूर्व स्तर पर नहीं पहुंची है।

61,000 करोड़ का लाभ
मार्च, 2020 से अप्रैल, 2022 में बकाया कर्जों पर ब्याज दर में 1.33 फीसदी गिरावट आई। फरवरी, 2020 तक बकाया क्रेडिट को आधार माना जाए तो यह 101.05 लाख करोड़ रुपये है। इस दौरान कुछ लोन चुकाए जा चुके होंगे और नए लोन का मूल्य संबंधित नए वेटेज एवरेज लेंडिंग रेट के बराबर किया जा सकता है। नीतिगत दर में ढील दिए जाने के साथ वित्त वर्ष 2021 में ब्याज लागत घटकर 9.55 लाख करोड़ रह गई। इस प्रकार वित्त वर्ष 2021 में ब्याज के बोझ में कमी से 61,000 करोड़ का लाभ हुआ।

विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed