Biz Updates: केतन पारेख को विदेश जाने की अनुुमति, 27 करोड़ जमा करने की शर्त; बंगलूरू में ठगी, 10 लोग गिरफ्तार
मुंबई की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को 2000-01 के शेयर बाजार घोटाले के आरोपी और पूर्व स्टॉक ब्रोकर केतन पारेख को विदेश यात्रा की सशर्त अनुमति दी है। अदालत ने कहा कि पारेख को यात्रा से पहले 27.06 करोड़ रुपये की बकाया राशि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में जमा करनी होगी। पारेख ने पारिवारिक अवकाश के लिए 5 से 9 नवंबर तक थाईलैंड और 18 से 28 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक शादी में शामिल होने की अनुमति मांगी थी। इससे पहले सितंबर में अदालत ने उनकी चार महीने की विदेश यात्रा की याचिका खारिज कर दी थी। सेबी की ओर से विशेष लोक अभियोजक अनुभा रस्तोगी ने पारेख की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि पिछली बार से अब तक कोई नई परिस्थिति नहीं बदली है और आरोपी ने पहले भी अदालत की छूट का दुरुपयोग किया था। हालांकि, विशेष जज आरएम जाधव ने कहा कि सीमित अवधि और पारिवारिक उद्देश्य को देखते हुए पारेश को विदेश यात्रा की इजाजत दी जा सकती है, बशर्ते पूरी राशि सेबी को जमा की जाए।
सरकारी बैंकों के निजीकरण से राष्ट्रीय हित को कोई नुकसान नहीं : सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस आशंका को खारिज कर दिया कि सरकारी बैंकों के निजीकरण से वित्तीय समावेशन व राष्ट्रीय हित को नुकसान पहुंचेगा। 1969 में किए गए बैंकों के राष्ट्रीयकरण से अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, राष्ट्रीयकरण से प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को ऋण देने और सरकारी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में मदद मिली, लेकिन सरकारी नियंत्रण ने सरकारी बैंकों को अव्यवसायिक बना दिया। सीतारमण ने कहा, राष्ट्रीयकरण के 50 वर्षों के बावजूद उद्देश्य प्राप्त नहीं हुए हैं। जब हमने बैंकों को पेशेवर बना दिया, तब वे उद्देश्य खूबसूरती से प्राप्त हो रहे हैं। पहले सरकारी बैंकों का दुरुपयोग हुआ। इससे खाताबही में गिरावट आई है। 2012-13 में दोहरे खाताबही की समस्या को ठीक करने में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद हमें छह साल लग गए। अब वही बैंक परिसंपत्ति गुणवत्ता, शुद्ध लाभ, ऋण व जमा वृद्धि व वित्तीय समावेशन के मामले में बेहतर हैं। सरकार चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद के 4.4 फीसदी के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा कर लेगी।
बैटरी में खामी के चलते स्टेलैंटिस ने 3.2 लाख वाहनों को मंगाया
वाशिंगटन। ऑटो कंपनी स्टेलैंटिस ने अमेरिका में 3,20,000 से अधिक जीप रैंगलर और ग्रैंड चेरोकी वाहनों को संभावित हाई-वोल्टेज बैटरी फेलियर के कारण वापस मंगाया है। अमेरिकी राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन (एनएचटीएसए) ने चेतावनी दी कि वाहन को मालिक अपने वाहन को किसी बाहरी स्थान पर खड़ा करें और चार्ज न करें। फ्रेंको-इतालवी-अमेरिकी कंपनी ने इससे पहले अक्तूबर में 2.98 लाख वाहनों को संभावित रोलअवे जोखिम के कारण वापस मंगाया था।
बंगलूरू: नोटों के सीरियल नंबर बदलकर ठगी करने वाले 10 लोग गिरफ्तार
बंगलूरू पुलिस ने 2,000 रुपये के नोटों के सीरियल नंबर बदलकर लोगों को ठगने वाले 10 सदस्यों के गिरोह का खुलासा किया है। ये जालसाज लोगों से कहते थे कि खास सीरियल नंबर वाले इन नोटों से मनी रेन (पैसों की बारिश) का अनुष्ठान करने पर उनका धन 100 गुना बढ़ जाएगा। वे ये नोट महंगी कीमतों पर बेचते थे। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई 17 अक्तूबर को हलासुरु गेट पुलिस स्टेशन में भारतीय रिजर्व बैंक के एक प्रबंधक की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद की गई। गिरोह से 18 लाख के 2,000 रुपये के नोट जब्त किए। नोट असली थे, लेकिन उनके सीरियल नंबर बदल दिए गए थे। गिरफ्तार लोगों में वह व्यक्ति भी शामिल है, जो सीरियल नंबर बदलता था। पुलिस फरार महिला की तलाश कर रही है।
सरकार ने विशेष स्टील क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तीसरे दौर की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात को कम करना है। केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने पीएलआई 1.2 योजना का शुभारंभ किया। पहले दो दौर में 44,000 करोड़ की निवेश प्रतिबद्धता से उत्साहित होकर यह कदम उठाया गया। सितंबर तक पहले दो दौर में भाग लेने वाली कंपनियों ने 22,973 करोड़ का निवेश किया है। 13,284 नौकरियां पैदा की हैं। तीसरे दौर से मौजूदा और नए दोनों तरह के उद्यमियों, जिनमें एमएसएमई भी शामिल हैं, के लिए नए रास्ते खुलेंगे। इस पहल के माध्यम से भारत के लिए स्टील उत्पादन के साथ दुनिया को आपूर्ति करना भी है। निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना के तीसरे दौर में कुछ ढील दी गई है। पहले दौर में 27,106 करोड़ की निवेश प्रतिबद्धता प्राप्त हुई। इसमें से 22,343 करोड़ का निवेश हो चुका है।
ब्रोकरेज हाउस एंजेल वन ने बाजार नियामक सेबी के साथ खुलासे के एक मामले को 34.57 लाख रुपये भरकर निपटा लिया है। खुलासा करने में विफल रहने पर कंपनी ने सेबी के विनियमों के प्रावधानों का उल्लंघन किया। सेबी ने आरोप लगाया कि ब्रोकरेज हाउस एंजेल वन प्रस्तावित व्यवस्था योजना से संबंधित महत्वपूर्ण घटनाक्रमों का खुलासा करने में विफल रही।
देश का विकास न केवल इस बात से तय होगा कि हम कितनी तेजी से निर्माण करते हैं, बल्कि इस बात से भी तय होगा कि हम इसे कितनी जिम्मेदारी से करते हैं। सीकेए बिड़ला समूह के अंतर्गत आने वाले इनोवेटिव इन्फ्रा एंड माइनिंग सॉल्यूशंस (आईआईएमएस) के के. विजय कुमार ने कहा, आईआईएमएस में हमारा मिशन लोगों को सशक्त बनाना, नवाचार को बढ़ावा देना और ऐसी प्रणालियां बनाना है जो हमारे देश को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ाती रहें। भारत एक निर्णायक दशक के मुहाने पर खड़ा है। सीकेए बिड़ला समूह प्रौद्योगिकी, ऑटोमोटिव, भवन निर्माण समाधान व स्वास्थ्य सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में 35,000 से अधिक को रोजगार देता है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा को सितंबर तिमाही में 3,673 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में यह 28 फीसदी अधिक है। हालांकि, इसमें इस दौरान एकमुश्त लाभ को शामिल नहीं किया गया है। राजस्व बढ़कर 46,106 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में 37,924 करोड़ रुपये था।
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन को दूसरी तिमाही में 3,120 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। लॉजिस्टिक्स, समुद्री और वैश्विक परिचालन में मजबूती से मुनाफा एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 29 फीसदी अधिक है। जुलाई-सितंबर 2025-26 की अवधि में आय बढ़कर 10,004 करोड़ रुपये हो गई। खर्च भी बढ़कर 6,103 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में 4,433 करोड़ रुपये था।
अदाणी इंटरप्राइजेज को 3,199 करोड़ का लाभ
अदाणी इंटरप्राइजेज को सितंबर तिमाही में 3,199 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले यह 84 प्रतिशत अधिक है। इसका मुख्य कारण एकमुश्त असाधारण आय थी। राजस्व घटकर 21,844 करोड़ रह गया। कंपनी विस्तार अभियान के लिए राइट्स इश्यू के जरिये रकम जुटाएगी। बोर्ड ने कंपनी के पात्र इक्विटी शेयरधारकों को राइट्स इश्यू से 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाने की मंजूरी दी है।
सुजलॉन एनर्जी को सितंबर तिमाही 1,279 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। यह एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 538 फीसदी अधिक है। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को बताया, 30 वर्षो में किसी भी तिमाही में यह उसका रिकॉर्ड फायदा है। इस दौरान इसका राजस्व भी 85 फीसदी बढ़कर 3,866 करोड़ रुपये हो गया है। विंड टर्बाइन जनरेटर में लगातार मजबूत बिक्री के कारण यह संभव हुआ है।