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Meghalaya: वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा- पारिस्थितिक तंत्र-विकास में संतुलन जरूरी; दो करदाताओं को किया सम्मानित

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, शिलांग Published by: रिया दुबे Updated Sat, 12 Jul 2025 06:41 PM IST
सार

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मेघालय जैसे क्षेत्रों में विकास की आकांक्षाओं के साथ पारिस्थितिक संरक्षण को संतुलित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही ग्रामीण और वन क्षेत्रों में बदलती गतिशीलता के लिए आधुनिक बुनियादी ढांचे की जरूरत पर चर्चा की। 

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Finance Minister Sitharaman said- balance between ecosystem and development is necessary
निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री - फोटो : X / @nsitharaman
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विस्तार
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को शिलांग में एक संवाद सत्र के दौरान विकास और इकोलॉजिकल संरक्षण के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से मेघालय जैसे क्षेत्रों में यह संतुलन बेहद अहम है। 

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मौसम उपकरण भी जलवायु संकट का पता लगाने में नाकाम

वित्त मंत्री ने स्वीकार किया कि जलवायु संकट इस हद तक बढ़ गया है कि सर्वोत्तम मौसम विज्ञान उपकरण भी मौसम के स्वरूप का सटीक अनुमान नहीं लगा सकते। उन्होंने आगे कहा कि चरम मौसम घटनाएं आम बात हो गई हैं। जो बारिश पहले कई महीनों तक होती थी, अब एक ही दिन में हो रही है। इससे अचानाक बाढ़ आ रही है और लोगों और संपत्ति को भारी नुकसान हो रहा है।

ग्रामीण और वन क्षेत्रों में डिजिटलीकरण की जरूरत
ग्रामीण और वन क्षेत्रों में बदलती गतिशीलता की ओर इशारा करते हुए उन्होंने आधुनिक बुनियादी ढांचे की आवश्यकता पर बल दिया। कंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें कनेक्टिविटी के लिए ऑप्टिकल फाइबर और डिजिटल उपकरणों के माध्यम से वैश्विक पहुंच की जरूरत है ताकि किसान और कारीगर अपने उत्पादों का विपणन कर सकें। इसका मतलब है कि हमें उन क्षेत्रों में विस्तार करना होगा, जो सदियों से हरे-भरे रहे हैं।

संवेधनशील पारिस्थितिकी क्षेत्रों में विकास का निर्णय स्थानीय स्तर पर हो
वित्त मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि संवेदनशील पारिस्थितिकी क्षेत्रों में विकास संबंधी निर्णय स्थानीय स्तर पर लिए जाने चाहिए। उन्होंने पूछा कि अगर पूरी तरह से विकास से इनकार कर दिया जाए, तो क्या वे लोग, जो सदियों से बिना बदलाव के रहे हैं और अब बेहतर जीवन की आकांक्षा रखते हैं, संतुष्ट रहेंगे? सीतारमण ने बताया कि यह बहस न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। 

जलवायु शिखर सम्मेलन की चर्चा 
उन्होंने जानकारी दी कि अगला वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन ब्राजील के अमेजन वर्षावन के किनारे एक सुदूर क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। इससे यह संकेत मिलता है कि अब यह चर्चा दुनिया के सबसे संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्रों तक पहुंच चुकी है।

मेघालय की दो महिला करदाता का हुआ सम्मान 
वित्त मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार कर ढांचे को सरल बनाने और वित्तीय प्रणालियों को अधिक सुलभ बनाने पर काम कर रही है ताकि पारदर्शिता और भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि "क्षेत्र-विशेष की योजनाएं और स्थानीय मुद्दे संबंधित मंत्रालयों और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) के माध्यम से भेजे जाना चाहिए। इससे समय पर मूल्यांकन और कार्रवाई हो सकेगी। इस अवसर पर उन्होंने मेघालय की दो प्रमुख महिला करदाताओं रिमिफुल शायला और वंजोप्लिन को सम्मानित किया और कर प्रणाली में उनके सराहनीय योगदान की सराहना की। केंद्रीय वित्त मंत्री गुरुवार से मेघालय के चार दिवसीय दौरे पर हैं।

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