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India Italy Ties: इटली के उप प्रधानमंत्री ने एस जयशंकर से की मुलाकात, IMEC को आगे बढ़ाने पर हुई बात
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: बशु जैन
Updated Sat, 12 Apr 2025 01:14 PM IST
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सार
इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों, अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो ताजानी शुक्रवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) का काम आगे बढ़ाने को लेकर बात की।

विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करते इटली के उप प्रधानमंत्री।
- फोटो : PTI

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विस्तार
भारत और इटली के रिश्तों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के नेता आगे आ रहे हैं। इटली के उप प्रधानमंत्री एंटोनियो ताजानी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) का काम आगे बढ़ाने को लेकर बात की। इसके साथ ही व्यापार, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया।
इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों, अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो ताजानी शुक्रवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना (जेएसएपी) 2025-29 के ढांचे के तहत विदेश मंत्री एस जयशंकर और ताजानी की मुलाकात हुई। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में जयशंकर और तजानी ने बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। इसमें व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और लोगों से लोगों के बीच संबंध जैसे क्षेत्रों को लेकर बात हुई।
ये भी पढ़ें:पीएम मोदी बोले- भारत और ईयू की स्वाभाविक रणनीतिक साझेदारी, सात के अंत तक एफटीए पूरा होने की उम्मीद
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), साइबर, दूरसंचार, डिजिटल प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, जैव ईंधन, शिक्षा और युवाओं तथा पेशेवरों की गतिशीलता आदि क्षेत्रों में भारत-इटली सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर और तजानी ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने और जेएसएपी से परिणाम प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों मंत्रियों ने आपसी हित के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। जयशंकर ने इटली के हिंद-प्रशांत पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने का स्वागत किया । इसके अलावा उन्होंने आईएमईईसी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। विदेश मंत्री ने IMEEC के लिए इटली द्वारा विशेष दूत की नियुक्ति करने की सराहना की।
भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे का लक्ष्य सऊदी अरब, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के बीच एक विशाल सड़क, रेलमार्ग और शिपिंग नेटवर्क स्थापित करना है। इसका उद्देश्य एशिया, मध्य पूर्व और पश्चिम को एक करना है।
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इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों, अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो ताजानी शुक्रवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना (जेएसएपी) 2025-29 के ढांचे के तहत विदेश मंत्री एस जयशंकर और ताजानी की मुलाकात हुई। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में जयशंकर और तजानी ने बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। इसमें व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और लोगों से लोगों के बीच संबंध जैसे क्षेत्रों को लेकर बात हुई।
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), साइबर, दूरसंचार, डिजिटल प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, जैव ईंधन, शिक्षा और युवाओं तथा पेशेवरों की गतिशीलता आदि क्षेत्रों में भारत-इटली सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर और तजानी ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने और जेएसएपी से परिणाम प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों मंत्रियों ने आपसी हित के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। जयशंकर ने इटली के हिंद-प्रशांत पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने का स्वागत किया । इसके अलावा उन्होंने आईएमईईसी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। विदेश मंत्री ने IMEEC के लिए इटली द्वारा विशेष दूत की नियुक्ति करने की सराहना की।
भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे का लक्ष्य सऊदी अरब, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के बीच एक विशाल सड़क, रेलमार्ग और शिपिंग नेटवर्क स्थापित करना है। इसका उद्देश्य एशिया, मध्य पूर्व और पश्चिम को एक करना है।
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विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करते इटली के उप प्रधानमंत्री।
- फोटो : PTI
पीयूष गोयल से भी की मुलाकात
उप प्रधानमंत्री एंटोनियो ताजानी ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भी मुलाकात की। उन्होंने भारत-इटली व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी फोरम की सह-अध्यक्षता भी की। इस फोरम का उद्देश्य प्रौद्योगिकी सहयोग, नवाचार, शैक्षणिक और अनुसंधान एवं विकास साझेदारी, सह-उत्पादन और संयुक्त व्यापार उद्यमों को सुविधाजनक बनाना है।
इसके अलावा शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवाचार फोरम का भी आयोजन किया गया। इसमें दोनों देशों के विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों के प्रमुखों ने अनुसंधान एवं नवाचार तथा उच्च शिक्षा सहयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए भाग लिया। इस दौरान भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और इटली के विवि एवं अनुसंधान मंत्रालय ने वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।
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इसके अलावा शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवाचार फोरम का भी आयोजन किया गया। इसमें दोनों देशों के विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों के प्रमुखों ने अनुसंधान एवं नवाचार तथा उच्च शिक्षा सहयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए भाग लिया। इस दौरान भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और इटली के विवि एवं अनुसंधान मंत्रालय ने वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।
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