ONDC: अब ओनएनडीसी पर बिना कागजी कार्रवाई के उपलब्ध होगा लोन, ग्राहकों को छह मिनट में ही उपलब्ध होगी ऋण की राशि
ONDC: ओपन नेटवर्क डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) ने ई कॉमर्स पर 12 मिलियन का मासिक लेन देन को पार कर लिया है। प्लेटफॉर्म पर अब बिना किसी कागजी कार्रवाई के ऋण भी उपलब्ध होगा। यह पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस लोन होगा और ग्राहकों को केवल छह मिनट में उपलब्ध हो जाएगा।

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ओपन नेटवर्क डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) ने ई कॉमर्स पर 12 मिलियन का मासिक लेन देन को पार कर लिया है। अब इस प्लेटफॉर्म पर ऋण मुहैया कराने से जुड़े उत्पाद भी उपलब्ध होंगे। यह पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस लोन होगा जो ग्राहकों को केवल छह मिनट में उपलब्ध होगा। इस नए उत्पाद को प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराने के लिए 9 खरीदार एप्लिकेशन (जिन्हें लेंडिंग सर्विस प्रोवाइडर कहा जाता है) और 3 लेंडर्स को एकीकृत किया गया है, जो क्रेडिट सेवाओं की एक्सेसिबिलिटी और दक्षता को बेहतर बनाने में ओएनडीसी नेटवर्क के मिशन को आगे बढ़ाएंगे।

इस डिजिटल लेंडिंग पहल का पहला उत्पाद वेतनभोगी और स्वनियोजित व्यक्तियों के लिए होगा। प्लेटफॉर्म पर खरीदारी एप्लिकेशन के रूप में ईजीपे, पैसाबाजार, टाटा डिजिटल, इवॉइसपे, क्लीनिक360, इंडिपे, टायरप्लेक्स और पेनियरबाय को शामिल किया गया है। जबकि ऋणदाता के रूप में आदित्य बिड़ला फाइनेंस, डीएमआई फाइनेंस और कर्नाटक बैंक को शामिल किया गया है।
ओएनडीसी के उत्पाद से डिजिटल लैंडिंग की दिशा में आएंगे व्यापक बदलाव
ओएनडीसी के अनुसार ऋण की सुविधा डिजिटली और कागजरहित तरीके से मात्र छह मिनट में उपलब्ध होगी। लोन देने के लिए, पूरी क्रेडिट प्रक्रिया में चार डिजिटल पब्लिक गुड्स को एकीकृत किया गया है- जैसे डेटा के लिए अकाउंट एग्रीगेटर, केवाईसी के लिए डिजिलॉकर/आधार, पुनर्भुगतान के लिए ईएनएसीएच/ईमैंडेट, और एग्रीमेंट साइन करने के लिए आधार ईसाइन की जरूरत होगी। यह सुविधा देश के दूरदराज और कम सुविधाओं वाले इलाकों तक क्रेडिट की पहुंचाने में मददगार साबित होगा। ओएनडीसी पर उपलब्ध इस सुविधा से भारत में डिजिटल लैंडिंग की दिशा में व्यापक बदलाव आएंगे।
उधार लेने के अनुभव को सरल बनाना है लक्ष्य
ओएनडीसी के एमडी और सीईओ, टी कोशी ने बताया डिजिटल माध्यम से ऋणों की उपलब्धता और व्यापक प्रसार करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। एक ही प्रक्रिया में कई डिजिटल सिस्टम्स को एकीकृत करके, हम उधार लेने के अनुभव को सरल बना रहे हैं। इस सुविधा के जरिए दूरदराज व कम सुविधाओं वाले इलाकों में भी ऋण की उपलब्धता का विस्तार होगा। इस सुविधा के शुरू होने से ना केवल ऋणदाता और खरीदार एप्लिकेशंस कीकी परिचालन लागत में कमी आती है, बल्कि वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिलता है। इससे पूरे देश में आर्थिक विकास होता है और अवसरों में विस्तार होता है।
बी2बी क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधा भी शुरू होने की संभावना
उन्होंने बताया कि इस डिजिटल क्रेडिट मॉडल के विस्तार में रुचि रखने वाले खरीदार एप्लिकेशंस की मजबूत पाइपलाइन है, जैसे कि मोबिक्विक, रुपीबॉस और समृद्ध.एआई, और लेंडर्स भी उपलब्ध हैं जैसे कि एचडीएफसी बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, फेयरसेंट, पहल फाइनेंस, फाइब, टाटा कैपिटल, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस फाइनेंस, एफटीकैश और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया। छह मिनट में लोन लॉन्चिंग की सुविधा के बाद ओएनडीसी नेटवर्क ने सितंबर 2024 के अंत तक जीएसटी इनवॉइस फाइनेंसिंग लोन शुरू करने की योजना बनाई है। असुरक्षित क्रेडिट लाइन पर बोलते हुए ओएनडीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (वित्तीय सेवाएं) हृषिकेश मेहता ने कहा, हम कार्यशील पूंजी से शुरुआत कर रहे हैं, फिर हम बी2बी क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधा शुरू कर सकते हैं।