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P-TAL: स्टार्टअप के फाउंडर्स ने 'ठठेरा' की याद दिलाकर हासिल की ऑल शॉर्क डील, मिला इतने करोड़ का निवेश

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: कुमार विवेक Updated Wed, 03 Apr 2024 10:56 AM IST
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सार

P-TAL ने करीब 55 ऐसे ठठेरा परिवारों की मदद की है, जो पहले 2-3 हजार रुपये हर महीने कमाते थे, लेकिन आज इन परिवारों की आमदनी कम से कम 25 हजार रुपये महीना से लेकर 1 लाख रुपये है। इस स्टार्टअप को शॉर्क टैंक इंडिया में सभी शार्क्स से निवेश हासिल हुआ है।

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पी-तल - फोटो : Social Media
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पीतल, तांबा और कांसे के बर्तन तैयार कर बेचने वाले स्टार्टअप पी-तल (P-TAL) को शॉर्क टैंक इंडिया में बड़ी डील मिली है। वैसे तो कार्यक्रम के दौरान कई शार्क इस स्टार्टअप के उत्पादों को लग्जरी कहते रहे पर आखिरकार सभी ने इसमें निवेश किया। स्टार्टअप के फाउंडर्स ने काफी मोलभाव के बाद 31.25 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 3.2 फीसदी इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये का निवेश हासिल कर लिया। P-TAL का पूरा नाम 'पंजाब ठठेरा आर्ट लिगेसी' है। P-TAL स्टार्टअप की शुरुआत आदित्य अग्रवाल, कीर्ति गोयल और गौरव गर्ग ने 2019 में की। श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली में पढ़ाई के दौरान इसे एक प्रोजेक्ट के रूप शुरू किया गया था। 

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स्टार्टअप के फाउंडर्स ने बताया 'ठ से ठठेरा' का मतलब

कार्यक्रम के दौरान स्टार्टअप के फाउंडर्स ने ठठेरा शब्द का मतलब भी समझाया। ठठेरा एक ऐसी कम्युनिटी है, जो हाथों से बर्तन बनाती है। स्टार्टअप के फाउंडर्स ने कहा कि क्या खाना है, आज सिर्फ इसकी बात होती है, लेकिन किसमें पकाना है, इस पर चर्चा नहीं होती। पुराने जमाने में दादी-नानी कहा करती थीं कि पीतल में पकाओ, कांसे में खाओ और तांबे के बर्तन में पानी पीओ। इनमें बने खाने में 93 फीसदी पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं, जबकि सामान्य बर्तनों में यह आंकड़ा महज 13 फीसदी रह जाता है।

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स्टार्टअप ने ठठेरों की कमाई बढ़ाने में दिया योगदान

P-TAL ने करीब 55 ऐसे ठठेरा परिवारों की मदद की है, जो पहले 2-3 हजार रुपये हर महीने कमाते थे, लेकिन आज इन परिवारों की आमदनी कम से कम 25 हजार रुपये महीना से लेकर 1 लाख रुपये है। यह परिवार अमृतसर से करीब 30-35 किलोमीटर दूर एक छोटे से शहर जंडियाला गुरुद्वारा में रहते हैं।

मुनाफे में है स्टार्पअप, इस साल मोटी बिक्री का अनुमान

2019 में स्टार्टअप की स्थापना के बाद 2019-20 में उसकी सालाना बिक्री महज 21 लाख रुपये थी। वहीं 2020-21 में कंपनी की सेल 85 लाख रुपये हो गई। 2021-22 में कंपनी की सेल 2.76 करोड़ रुपये रही। वहीं 2022-23 में कंपनी ने 3.98 करोड़ रुपये के उत्पाद बेचे। 2023-24 में स्टार्टअप को 9 करोड़ रुपये की बिक्री होने का अनुमान है। इस स्टार्टअप का दिल्ली में एक रिटेल ऑउटलेट भी है, बाकी सारा बिजनेस ऑनलाइन है। भारत में इस तरह के उत्पादों का बाजार 30-35 हजार करोड़ रुपये का है। फिलहाल यह कंपनी मुनाफे में है।

पिछले साल P-TAL ने सीड फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक किया था पूरा

हाल ही में P-TAL ने अपने सीड फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक पूरा किया था। स्टार्टअप ने अपने सीड फंडिंग राउंड में 4.33 करोड़ रुपये जुटा थे। कंपनी की सीड फंडिंग राउंड का नेतृत्व टाइटन कैपिटल ने किया था। इसके अलावे इस फंडिंग में अनिकट कैपिटल, ममाअर्थ की गजल अलघ, ड्रूम और शॉप क्लूज के संदीप अग्रवाल, शिप रॉकेट के विशेष खुराना, वियर्दो और रीनी कॉस्मेटिक्स के आशुतोष वलानी और प्रियंका शाह, वीएएचडीएम इंडिया के बला सारदा, सिरोना के दीप और मोहित बजाज, पोसिस्ट के आशीष तुलस्यान, डॉ वैद्या और वी3 वेंचर्स से अर्जुन वैद्या और अन्य से हिस्सा लिया थाा।

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