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पंतजलि के शोध को वैश्विक स्तर पर मिली पहचान, रिसर्च जर्नल के शीर्ष 100 शोधपत्रों में मिली जगह
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Published by: मार्केटिंग डेस्क
Updated Mon, 31 Mar 2025 02:36 PM IST
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आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव
- फोटो : Marketing Desk
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योगगुरु स्वामी रामदेव की प्रेरणा व पतंजलि के वैज्ञानिकों के साक्ष्य आधारित आयुर्वेदिक दवा अनुसंधान से निर्मित रीनोग्रिट के शोध को विश्व प्रसिद्ध प्रकाशक नेचर पोर्टफोलियो के वैज्ञानिक रिसर्च जर्नल के वर्ष 2024 के शीर्ष 100 शोध में शामिल किया गया है।

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साइंटिफिक रिपोर्ट का इंपैक्ट फैक्टर 3.8 है और यह विश्व का पांचवा सबसे ज्यादा संदर्भित जर्नल है। रीनोग्रिट पर प्रकाशित इस शोध पत्र को 2,568 लोगों ने डाउनलोड किया है। यह इसका संकेत है कि आयुर्वेदिक औषधियां न केवल रोगों को दूर करने में सफल प्रमाणित हो रही हैं, अपितु यह वैज्ञानिकों के लिए भी एक कौतुहल का विषय है कि किस प्रकार जड़ी–बूटियों से बनी कोई औषधि बिना किसी दुष्प्रभाव के बड़े से बड़े रोग को दूर करने में सक्षम है।
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इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा 'रीनोग्रिट की यह सफलता आयुर्वेद की वैज्ञानिक प्रमाणिकता को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दर्शाता है कि जब आयुर्वेद को नवीन तकनीकों की कसौटी पर परखा जाता है तो किस प्रकार अभूतपूर्ण परिणाम प्राप्त होते हैं।'
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