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US-India Tariff: वाणिज्य मंत्रालय को भरोसा- कृषि वस्तुओं पर शुल्क घटाए जाने से भारत को लाभ होगा; जानिए मामला

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला। Published by: ज्योति भास्कर Updated Mon, 17 Nov 2025 10:29 PM IST
सार

अमेरिका ने कृषि वस्तुओं पर शुल्क घटाने का फैसला लिया है। भारत ने इसका स्वागत किया है। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि चाय, कॉफी और मसालों जैसे कुछ कृषि उत्पादों पर पारस्परिक शुल्क (Raciprocal Tariff) वापस लेने का फैसला 13 नवंबर से प्रभावी हो चुका है। अमेरिका के इस फैसले से भारत को लाभ होने की उम्मीद है।

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US-India Tariff Commerce Ministry benefit to India from reduced duties on agricultural goods know hindi detail
भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ से जुड़े कई सवाल सुलझने बाकी (सांकेतिक) - फोटो : अमर उजाला प्रिंट
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केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय ने भरोसा जताया है कि अमेरिका अगर कुछ कृषि वस्तुओं पर पारस्परिक शुल्क घटाता है तो इससे भारत को लाभ होगा। कटौती से भारत को होने वाले लाभ पर वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, 13 नवंबर से प्रभावी ये छूट सभी व्यापारिक साझेदारों पर लागू होते हैं। इससे भारतीय निर्यातकों के लिए समान अवसर भी पैदा होते हैं।

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सरकार को भरोसा- निर्यातकों को अवसर मिलेंगे; थिंक टैंक ने कही ये बात
बता दें कि व्हाइट हाउस की तरफ से गत 12 नवंबर को कार्यकारी आदेश जारी किया गया। भारत ने इस पर सोमवार को प्रतिक्रिया दी। वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव दर्पण जैन ने संवाददाताओं के एक सवाल पर कहा, अब हमारे निर्यातकों को समान अवसर मिलेंगे। हालांकि, थिंक टैंक- जीटीआरआई का मानना है कि अमेरिका के इस कदम से भारत को मामूली लाभ होगा।
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टमाटर, खट्टे फल, खरबूजे, केले जैसी श्रेणियों में भारत की मौजूदगी कम
जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, टमाटर, खट्टे फल, खरबूजे, केले, अधिकांश ताजे फल और फलों के रस जैसी कई श्रेणियों में भारत की उपस्थिति लगभग ना के बराबर है। अमेरिका ने इन श्रेणियों को ही सबसे अधिक छूट देने का फैसला लिया है।

जब तक भारत अपने पैमाने का विस्तार नहीं करता, लाभ की उम्मीद...
श्रीवास्तव ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ नीति में बदलाव से मसालों और विशिष्ट बागवानी के क्षेत्र में भारत की स्थिति थोड़ी मज़बूत हो सकती है। हालांकि, व्यापक लाभ मुख्य रूप से प्रमुख लैटिन अमेरिकी, अफ्रीकी और आसियान कृषि निर्यातक देशों को ही मिलेगा। उन्होंने कहा, जब तक भारत अपने पैमाने का विस्तार नहीं करता, कोल्ड-चेन क्षमता का निर्माण नहीं करता और अपने कृषि निर्यात में विविधता नहीं लाता, बहुत बड़े लाभ की उम्मीद करना बेमानी है।

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किन वस्तुओं का निर्यात करता है भारत
बता दें कि भारत सालाना एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य की वस्तुओं का निर्यात करता है। इन उत्पादों में फल और मेवे, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, मसाले, चाय और कॉफी, आवश्यक तेल, और सब्जियों के अलावा खाने पीने में इस्तेमाल होने वाली जड़ वाली वस्तुएं भी शामिल हैं।

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क्या है व्हाइट हाउस का नया आदेश, 13 नवंबर से रियायत का एलान 
गौरतलब है कि विगत 12 नवंबर को व्हाइट हाउस ने अपने कार्यकारी आदेश में कहा- कॉफी, चाय, उष्णकटिबंधीय फल, फलों के रस, कोको, मसाले, केले, संतरे, टमाटर, बीफ और कुछ उर्वरकों को पारस्परिक शुल्क व्यवस्था से बाहर रखा गया है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने इसी साल जनवरी में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद कई देशों में 2 अप्रैल से टैरिफ लगाने का एलान किया था। हालांकि, सात महीने के बाद 13 नवंबर से छूट देने का एलान भी किया गया।

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