Janata Curfew In punjab Live Updates: पंजाब-चंडीगढ़ में घरों से बाहर निकले लोग, थाली, ताली बजा कोरोना से जंग का आह्वान
सुबह सात बजे से ही पूरे पंजाब की सड़कों पर सन्ना पसरा हुआ है। लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। अमृतसर हो या जालंधर, लुधियाना हो या पटियाला हर जगह जनता कर्फ्यू का असर देखने को मिल रहा है। बता दें कि पंजाब में कोरोना की वजह से एक व्यक्ति को मौत हो चुकी है। इसके बाद से ही प्रदेश में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है। जिसको लेकर लोगों में एक डर का माहौल है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पंजाब भी कोरोना से जंग में देश के साथ है।
चंडीगढ़ में दिखा जनता कर्फ्यू का व्यापक असर
चंडीगढ़ में जनता कर्फ्यू को दक्षिणी सेक्टरों में काफी समर्थन मिला। सुबह से ही कर्फ्यू का असर दिखाई दिया। मलोया बस स्टैंड से लेकर सेक्टर-48 तक एक भी वाहन सड़क पर नहीं दिखा। सेक्टर-43 आईएसबीटी पर भी वाहन नहीं चले। सेक्टरों की मुख्य सड़कों के अलावा वी फाइव रोड पर भी लोग नहीं दिखे। वहीं शाम के पांच बजते ही लोग अपने घरों की बालकोनी में पहुंचकर तालियां और थालियां बजाने लगे। महिलाएं भी इसमें साथ दिखीं। कई जगहों पर लोगों ने ढोल भी बजाए।
गुरदासपुर में पूरी तरह सफल रहा जनता कर्फ्यू
सु्प्रीम सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन और फोसवा के प्रधान वीएन शर्मा ने भी सेक्टर-40 में तालियां और थालियां बजाकर धन्यवाद किया। कई घरों के लोगों ने इस काम में उनका साथ दिया। सेक्टर-45 बुड़ैल के केशोराम कांप्लेक्स सहित सभी मार्केट बंद रहे। सेक्टर-48 का मोटर मार्केट भी बंद रहा। सेक्टर-48 से लेकर सेक्टर-51 तक सभी सोसाइटियों के गेट बंद रखे गए। इन सेक्टरों में रहने वाले लोगों ने अपने नौकरों और काम वाली बाई को भी छुट्टी दे रखी है।
सेक्टर-49 के एडवोकेट सोसाइटी के गौरव गोयल, 50 के राजेंद्र शर्मा के अलावा अमित शर्मा, संजू कुमार, गुडविल के अमित राणा, 51 के एसएस भारद्वाज, जेएन शर्मा ने कहा कि कोरोना को इसी प्रकार हराया जा सकता है। केशोराम कांप्लेक्स के प्रधान बलजिंदर गुजराल ने कहा कि कर्फ्यू शत प्रतिशत रहा। बुड़ैल की न्यू एकता मार्केट शॉपकीपर्स एसोसिएशन के चेयरमैन भूपेंद्र शर्मा और प्रधान भारत भूषण कपिला ने बताया कि बुड़ैल की मार्केट पूरी तरह से बंद रही।
गांव में भी रहा जनता कर्फ्यू
शहर के सभी गांवों में भी जनता कर्फ्यू का व्यापक असर देखने को मिला। गांव बहलाना, मलोया, धनास, खुड्डा अलीशेर, कैंबवाला, हल्लोमाजरा, दड़वा सहित सभी गांवों में व्यापक असर रहा। गांव दड़वा के पूर्व सरपंच गुरप्रीत सिंह हैप्पी ने बताया कि गांव में पूरी तरह से बंद का असर दिखा। गांव खुड्डा अलीशेर के पूर्व सरपंच हुक्म चंद ने बताया कि जनता कर्फ्यू का गांव में काफी असर रहा। गांव बहलाना निवासी और मार्केट कमेटी के पूर्व डायरेक्टर जीत सिह बहलाना ने बताया कि गांव की मार्केट ही नहीं, गलियों में भी लोग नहीं दिखे। सभी ने सहयोग के लिए गांव के लोगों का आभार जताया है।
जनता कर्फ्यू के दौरान गुरदासपुर पूरी तरह बंद रहा। गुरदासपुर में शनिवार देर शाम सात बजे से ही डीसी की ओर से व्यापारियों के साथ की गई बैठक के बाद जनता कर्फ्यू लगा दिया गया था। जनता कर्फ्यू के दौरान लोगों ने पूरी एहतियात बरतते हुए कोरोना वायरस से लड़ने में योगदान डाला और घरों में खुद को सुरक्षित किया। इस दौरान पुलिस ने शहर की विशेष नाकाबंदी कर लोगों को समझाया। इस दौरान कई के चालान भी काटे गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी बेहद सावधानी बरती गई। स्थानीय बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। रेलवे स्टेशन पर भी केवल टाटा मूरी एक्सप्रेस को छोड़ और कोई गाड़ी नहीं आई। रिक्शा वालों ने सरकार से मांग की कि सरकार को उनके लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था करनी चाहिए।
जालंधर: सुनसान सड़कों पर दौड़ती रही पुलिस की गाड़ियां
जनता कर्फ्यू का पूरा असर जालंधर में देखने को मिला। सुनसान रास्तों पर इक्का-दुक्का वाहनों के अलावा पुलिस की गाड़ियां दौड़ती दिखाई दीं। कुछ लोग और युवा नजारा देखने के लिए भी सुनसान मार्गों पर दिखाई दिए लेकिन पुलिस मुलाजिमों की ओर से उनको समझाकर घर भेजा जाता रहा। रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक पूरा सन्नाटा पसरा रहा।
जनता कर्फ्यू का पठानकोट में भी दिखा असर
आलम यह था कि सुबह सवेरे पार्कों को भी ताले लग चुके थे। मॉडल टाउन पार्क को तो अगले आदेश तक बिल्कुल बंद कर दिया गया है। बाकी कंपनी बाग व कैंट के जवाहर पार्क को सुबह सात बजे बिल्कुल बंद कर दिया गया। कुछ पार्कों में लोग थे जिनको पुलिस मुलाजिमों ने हाथ जोड़कर घर जाने के लिए कहा। जालंधर में पुलिस सुरक्षा बल में एक अतिरिक्त कमांडों की टुकड़ी मंगवाई गई थी जो चौराहों पर मुस्तैद दिखी। पुलिस कर्मचारी भूख पेट ही सुबह सड़कों पर तैनात हो गए हैं। सबसे ज्यादा मुश्किल उन कर्मचारियों की है जो रिजर्व फोर्स के तौर पर मालवा से आए हैं। खासकर कमांडों बटालियन से बुलाए कर्मचारी सुबह ही जालंधर पहुंचे हैं और यहां खाने के लिए कुछ नहीं मिल रहा। जनता कर्फ्यू की वजह से होटल-रेस्टोरेंटों में बैठाकर खिलाने पर पाबंदी थी लेकिन आज होटल-रेस्टोरेंट से लेकर ढाबे तक बंद हो गए हैं।
सड़क किनारे लगने वाली रेहड़ियां भी बंद रही। पीने के पानी तक को लेकर पुलिस मुलाजिमों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मोहल्लों में छोटी-मोटी राशन की दुकानें जरूर खुली थी। वहीं शराब के ठेके दिन भर खुले रहे। उन पर कोई पाबंदी नहीं थी। इक्का-दुक्का लोग शराब खरीदने के लिए ठेकों पर आते जाते दिखाई दिए। शहर के सबसे व्यस्त रहने वाले संकरे बाजार में दुकानें बिल्कुल बंद रहीं। एडीसीपी सिटी परमिंदर भंडाल का कहना है कि पुलिस की तरफ से श्री गुरु सिंह सभा मॉडल टाउन से तमाम मुलाजिमों के लिए लंगर तैयार करवाया गया था। इसको बांटा गया। इतना ही नहीं मुलाजिमों के लिए पानी की व्यवस्था की गई है।
पठानकोट: ‘जनता कर्फ्यू’ के बीच सैकड़ों लोगों ने बच्चों, बुजुर्गों समेत लगाया धरना
एक तरफ ‘जनता कर्फ्यू’ के चलते जहां समस्त शहरवासी घरों में बैठे हुए थे वहीं दूसरी तरफ मोहल्ला चार्जियां के सैकड़ों लोगों ने सिविल अस्पताल के बाहर पठानकोट पुलिस के खिलाफ दो घंटे तक धरना दिया। जानकारी के अनुसार 7 मार्च को मोहल्ला चार्जियां निवासी हरीश (35) पर पड़ोसी ने दातर से हमलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिस ने आरोपी पर मामूली झगड़े की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। घायल हरीश कुमार की रविवार देर रात मौत हो गई। इससे गुस्साए लोग पठानकोट-मनवाल रोड पर इकट्ठा हुए और अस्पताल के बाहर धरना दे दिया। इस दौरान लोगों ने विधायक अमित विज की गाड़ी को भी घेरा।
14 दिन पहले मोहल्ला चार्जियां निवासी हरीश कुमार पर अर्जुन नगर निवासी दीपक उर्फ अम्मा ने हमला कर दिया। सिर पर दातर लगने से हरीश के सिर पर 26 टांके आए थे। परिवार वाले पहले सिविल अस्पताल लाए गए लेकिन नाजुक हालत को देखते हुए उसे अमृतसर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। परिवार वाले उसे निजी अस्पताल ले गए। वहां से शुक्रवार शाम डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। परिवार वाले हरीश को लेकर किसी अन्य अस्पताल जा रहे थे कि उसकी मौत गई। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गया। सुबह लोगों को पता चला कि विधायक सिविल अस्पताल में सेहत विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने पहुंचे हैं तो परिवार के साथ मोहल्लावासी पहुंचे और सिविल अस्पताल के बाहर धरना दे दिया।
विधायक की गाड़ी पर हमला करने की कोशिश
सिविल अस्पताल से बाहर निकलते ही लोग विधायक अमित विज की गाड़ी पर टूट पड़े। प्रदर्शनकारी विधायक की गाड़ी जोर-जोर से थपथपाने लगे। मामले से अनभिज्ञ विधायक ने बाहर निकल लोगों से जानकारी ली और डीएसपी सिटी राजिंद्र मन्हास को आरोपी पर तुरंत हत्या का मामला दर्ज करने को कहा। हालांकि लोग धरने पर डटे रहे। उसके बाद लोग सिविल अस्पताल में घुसे और तोड़फोड़ की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कोशिश को नाकाम कर दिया। आखिरकार 2 घंटे बाद एफआईआर की कॉपी लेकर लोगों ने धरना उठाया।
पुलिस पर लगाए पक्षपात के आरोप
मृतक हरीश कुमार के भाई योगेश कुमार ने आरोप लगाया कि थाना डिवीजन नंबर-1 की पुलिस ने रसूखदार लोगों के दबाव में आकर हलकी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। योगेश ने कहा कि उनके भाई के सिर पर 30 से अधिक टांके लगे थे। पुलिस ने आरोपी को बचाने के लिए हलकी धाराएं लगाईं।
बठिंडा: लोगों ने घरों से ना निकलने में समझी बेहतरी
बठिंडा में रविवार को लोग घरों से बाहर नहीं निकले। जो लोग बिना किसी वजह रोड पर आ-जा रहे थे पुलिस की ओर से उनके वाहनों के चलान काट गए। कुछ दिहाड़ीदार मजदूर काम की तलाश में रोजाना की तरह लेबर चौक पर आए थे। सुबह सात बजे से पहले लोग घरों से बाहर जरूर निकले लेकिन जैसे ही सात बजे शहर के हर मोहल्ले में सन्नाटा छा गया।
सब्जी मंडी में कुछ दुकानें खुली थीं लेकिन वो कुछ समय बाद बंद हो गईं। शहर के बस स्टैंड में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। रेलवे स्टेशन पर 50 के करीब प्रवासी मजदूर इकट्ठा हुए थे। इनमें से अधिकतर का कहना था कि अपना घर ना होने कारण वो स्टेशन पर आ गए। जैसे ही मीडिया की टीम रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो रेलवे पुलिस हरकत में आई और उनको स्टेशन से बाहर भगा दिया।
बिना वजह सड़कों पर निकले लोगों के कटे चालान
जनता कर्फ्यू के दौरान बिना किसी काम से अपने वाहन लेकर रोड पर निकले लोगों को रोककर पुलिस की ओर से पूछताछ की गई। पुलिस ने बिना काम से आने वाले लोगों के सरकारी आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में चालान काटे। उनको चेतावनी दी कि आगे से वो ऐसा ना करें। शहर के मुख्य बाजार अजीत रोड, धोबी बाजार, माल रोड, अमरीक सिंह रोड, महना चौक समेत किला मुबारक एरिया में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा।
वीवीआईपी एरिया में भी लोग रहे घरों के अंदर
आम दिनों में पुलिस सायरन की आवाज से गूंजने वाले वीवीआईपी एरिया एसएसपी, डिप्टी कमिश्नर, पूर्व विधायकों एवं मौजूदा विधायकों के रिहाइशी एरिया में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। उक्त एरिया में भी सभी लोग अपने घरों के अंदर मौजूद थे।
कर्फ्यू में कैसे भरेगा पेट
लेबर चौक में काम की तलाश में पहुंचे दिहाड़ी मजदूर गुरजंट सिंह और भोला सिंह का कहना था कि वह जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हैं। परिवार के लोगों का पेट पालने के लिए उन्हें जान जोखिम में डालनी पड़ रही है। कर्फ्यू लगा होने कारण उन्हें कोई काम नहीं मिला। दोनों मजदूरों ने बताया कि उनके घर में कोई पैसा नहीं है। वो सुबह की चाय बनाने के लिए अपने घरों के पास स्थित राशन वाले की दुकान के पास गए तो दुकान वालों ने उधार राशन देने से साफ इंकार कर दिया।
सुनाम ऊधम सिंह वाला: दिनभर सुनसान रहे पार्क, बाग, बाजार, मोहल्ले और मुख्य सड़कें
जनता कर्फ्यू के प्रति जनता गंभीर दिखाई दी। शहर के पार्क बाग, बाजार, मोहल्ले, पुरानी व नई अनाज मंडी, मुख्य सड़कें व चौक और धार्मिक परिसरों में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड सुनसान रहे। शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की टीमें तैनात रही और हर आने-जाने वालों को रोककर पूछताछ करती रही।
साथ ही लोगों को जनता कर्फ्यू का पालन करने को प्रेरित किया गया। एसडीएम मनजीत कौर ने खुद मोरचा संभाला और स्थानीय पटियाला-बठिंडा मुख्य मार्ग पर पहुंचकर आने-जाने वाले लोगों से घरों में रहने की अपील की। इस दौरान एसडीएम ने कई वाहनों को रोका और लोगों को कोरोना वायरस रोकने में सहयोग देने संबंधी कहा।
डीएसपी सुखविंदरपाल सिंह और एसएचओ जतिंदरपाल सिंह के नेतृत्व में शहर के करीब दो दर्जन चौकों पर पुलिस बल तैनात रहा। दोनों अधिकारी शहर में पेट्रोलिंग करके हालात पर नजर रखे हुए थे। डीएसपी ने कहा कि जनता कर्फ्यू की सफलता ही कोरोना वायरस की लगाम कसेगी। सरकार ने लॉक डाउन की अवधि बढ़ा दी है। लोगों का सहयोग इस घातक बीमारी का अंत करेगा। एसएचओ ने लोगों से अपील की कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरा समाज सहयोग दे। हर नागरिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कदम का साथ दे तभी कोरोना वायरस पर अंकुश लग सकेगा। लोग अपने गांवों तक सीमित रहे हालांकि मेडिकल सेवाएं जारी रहीं।
मुक्तसर में जनता कर्फ्यू को पूर्ण समर्थन
मुक्तसर में जनता कर्फ्यू को पूर्ण समर्थन मिला। लोग दिनभर घरों में बैठे रहे। रविवार का दिन परिवार के साथ मिल-जुलकर मनाया। हालांकि सड़कों पर कई स्थानों पर युवा घूमते-फिरते नजर आ रहे थे लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की गश्ती टीम ने उन्हें समझा-बुझाकर तो कहीं सख्ती दिखाकर घरों में जाने को कहा।
रविवार को मुक्तसर, मलोट, गिद्दड़बाहा व लंबी हलका में दिन भर सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। मुक्तसर में डिप्टी कमिश्नर एमके अराविंद कुमार, एसएसपी राजबचपन सिंह संधू व थाना सिटी व सदर प्रभारियों समेत पुलिस बल सड़कों पर गश्त करता नजर आया। पुलिस अधिकारी सड़कों पर घूम रहे युवाओं को घरों में जाने को कहते नजर आए। उधर, बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा नजर आया। जलालाबाद रोड पर एक ठेका खुला नजर आया। वहां से शराब विक्रेता चोरी-छिपे आधा शटर डाउन कर शराब बेचे जा रहे थे। वहीं बठिंडा रोड बाईपास पर घूम रहे चार-पांच युवाओं को पुलिस ने आधा घंटा धूप में बैठाकर सजा दी। साथ ही आधे घंटे बाद सीधे घर जाने की नसीहत देते हुए छोड़ा।
इसी तरह सिविल अस्पताल के पास क्रिकेट खेल रहे युवाओं को भी पुलिस ने वहां से खदेड़ा। गिद्दड़बाहा में सड़कों पर घूम रहे युवाओं पर पुलिस को सख्ती भी दिखानी पड़ी। जानकारी मिली है कि गिद्दड़बाहा में पुलिस ने हल्का-फुल्का लाठी बल भी इस्तेमाल कर सड़कों पर घूम रहे लोगों को घरों में खदेड़ा।
जीरा में सफाई कर्मियों की पुलिस के बीच कहासुनी
जनता कर्फ्यू के दौरान सुबह आठ बजे ही शहर में कई शराब ठेके खुल गए। किरयाना व कोरियर की कई दुकानें खुली थीं। शहर व छावनी का बस स्टैंड, छावनी रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी व बाजार बंद थे, सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ था। पुलिस और जिला प्रशासन को शराब ठेके बंद कराए। दूसरी तरफ जीरा विधानसभा हलके में सुबह सफाई करने पहुंच कर्मियों के साथ पुलिस मुलाजिमों की कहासुनी हो गई। इसी बात को लेकर सफाई कर्मियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
सुबह 08.27 बजे शहर के मलवाल रोड पर शराब ठेका खुला हुआ था। जब ठेके के मुलाजिम से ठेका खोलने संबंधी पूछा तो उसने कहा कि ठेकेदार ने खोलने के लिए कहा है। साथ ही कोरियर की दुकान भी खुली हुई थी। दुकान के अंदर और बाहर काफी लोग एकत्र थे। दूसरी तरह शहर और छावनी के मुख्य बाजार बंद थे।
बाजारों और सड़कों पर पुलिस मुलाजिम तैनात थे। शहर, छावनी के बस स्टैंड, शहर, छावनी सब्जी मंडी व रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा छाया था। दोपहर 12.30 बजे के करीब छावनी रेलवे स्टेशन पर धनबाद एक्सप्रेस पहुंची थी, उसमें भी बहुत कम लोग सवार थे। स्टेशन के बाहर आटो और रिक्शा नहीं होने के कारण उन्हें पैदल घर जाना पड़ा। एसएसपी भूपिंदर सिंह का कहना है कि फिरोजपुर में कोरोना वायरस से पीड़ित कोई मरीज नहीं है। क्षेत्र के बाजार, सब्जी मंडी बंद है। लोगों ने जनता कर्फ्यू का पूरा सहयोग दिया है। पुलिस भी लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए जानकारी दे रही है।
पटियाला में बंद रहे बाजार, सड़कें सूनी
जिले में जनता कर्फ्यू को पूरा समर्थन मिला। जनता कर्फ्यू के कारण सारे बाजार, शापिंग माल बंद रहे। सड़कें सूनी रहीं। जो इक्का-दुक्का लोग अपने वाहनों पर बाहर निकले भी उन्हें समझा-बुझा कर या फिर जरूरत पड़ने पर सख्ती के साथ घर भेज दिया गया।
पहले ही जरूरी चीजों की कर ली थी खरीदारी
जबसे पंजाब में कोरोना वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं तो पूरी आशंका जताई जा रही थी कि लॉकडाउन लंबे समय तक चल सकता है। इस कारण लोगों ने पहले से ही जरूरी सामानों की खरीदारी कर ली थी। रविवार को लोग घरों में ही रहे।
लाउड स्पीकरों से किया जा रहा जागरूक
जिला प्रशासन की ओर से लाउड स्पीकरों से रविवार को सारा दिन लोगों को इस खतरनाक वायरस से बचाव और घरों से न निकलने की ताकीद देते हुए जागरूक किया जाता रहा। यह लाउडस्पीकर पूरे शहर में विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे थे।
जनता कर्फ्यू: दवा की दुकानें बंद, पसरा रहा सन्नाटा
मोगा में जनता कर्फ्यू के दौरान मोगा के मेन बाजार में दवाओं की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद थीं। चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था।
ऑटो चालक पर पुलिस ने बरसाई लाठियां
घर से गेहूं पिसवाने के लिए बाहुबली आटो पर घर से निकले पहाड़ा सिंह चौक निवासी एक व्यक्ति को पुलिस ने चौराहे में रोक लिया। उसकी बात सुने बिना पुलिस मुलजिमों ने उस पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। जब उससे बातचीत की गई तो उसने पुलिस का खौफ जाहिर करते हुए अपना नाम और फोटो समेत अन्य जानकारी देने से इंकार कर दिया।
सिविल अस्पताल को किया गया सैनिटाइज
सिविल सर्जन डॉक्टर अंदेश के आदेश पर सेहत विभाग की छह सदस्यीय टीम ने सिविल अस्पताल मोगा समेत, एएनएम स्कूल, आइसोलेश्न केंद्रों, वुमन होस्टल लंडेके, रीहैबिलिटेशन केंद्र जनेर और मोगा में चल रही सभी सरकारी 9 एंबुलेंस को सैनिटाइज किया गया। सेहत विभाग के हेल्थ सुपरवाइजर महिंद्रपाल लूंबा ने कहा कि फेसबुक व सोशल मीडिया पर सेहत विभाग मोगा के नाम से एक पेज बनाया गया है।
फरीदकोट: व्यापारिक संस्थान बंद, सड़कों पर सन्नाटा
जनता कर्फ्यू को फरीदकोट की जनता ने बेमिसाल समर्थन दिया। सुबह से ही जिले भर की तमाम मुख्य सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। जरूरी सेवाओं से संबंधित कुछ दुकानों को छोड़कर हर तरह के छोटे बड़े व्यापारिक संस्थान, दुकानें व फैक्टरियां बंद रहीं। जिले में कई स्थानों पर शराब के ठेके जरूर खुले देखे गए लेकिन उन पर कोई ग्राहक दिखाई नहीं दिया।
रविवार को बसों व रेलगाड़ियों का आवागमन बंद रहने के कारण बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन भी वीरान दिखाई दिए। जिले के तमाम मुख्य शहरों फरीदकोट, कोटकपूरा, जैतो समेत कस्बों व ग्रामीण क्षेत्र के भी सभी बाजार बंद रहे। दूध की कुछ डेयरियां जरूर खुली रहीं लेकिन केमिस्ट की दुकानें तक बंद रही। उधर जनता कर्फ्यू के मद्देनजर जिला पुलिस काफी मुस्तैद दिखाई दी।
पुलिस की ओर से जगह-जगह नाकाबंदी की गई थी। कोटकपूरा के मुख्य चौक में डीएसपी बलकार सिंह संधू की अगुवाई में सिटी पुलिस की ओर से नाकाबंदी करके जनता कर्फ्यू के बावजूद बिना वजह सड़कों पर वाहन लेकर घूम रहे लोगों से पूछताछ की गई और कई लोगों के चालान भी काटे गए। शाम पांच बजते ही कई स्थानों पर लोगों ने अपने-अपने घरों की दहलीज, बालकनी और छत पर खड़े होकर कोरोना वायरस से जंग में जुटे सेहत विभाग समेत विभिन्न विभागों के कर्मियों के सम्मान में तालियां और थालियां बजाईं।
कपूरथला: बाजार रहे बंद, तैनात रही पुलिस
जनता कर्फ्यू के दौरान सब्जी मंडी की पूरी मार्केट भी मुकम्मल तौर पर बंद रही। किसी भी बाजार में एक भी दुकान नहीं खुली और लोग घरों से बिल्कुल नहीं निकले। कई चौकों में एहतियात के तौर पर पुलिस फोर्स तैनात रही। सुबह सात बजे से पहले मंदिर, गुरुद्वारा साहिब समेत अन्य धार्मिकस्थलों पर श्रद्धालु प्रतिदिन की तरह पूजा-अर्चना के लिए जरूर पहुंचे लेकिन उसके बाद धार्मिक स्थलों के कपाट भी बंद हो गए।
रविवार को मुकम्मल जनता कर्फ्यू को लेकर कपूरथला के तमाम बाजार पूरी तरह से बंद रहे। शहर की सड़कें बिल्कुल सुनसान दिखाई दी। एक भी दुकान नहीं खुली। सिविल अस्पताल कपूरथला निर्धारित समय पर खुला रहा और दवा की दुकानें भी खुली थीं। शहर के एंट्री प्वाइंट डीसी चौक, करतारपुर रोड, सैनिक स्कूल चौक, शहीद भगत सिंह चौक, बस स्टैंड रोड, श्री सत्यनारायण बाजार, सब्जी मंडी मार्केट, सदर बाजार, कपूरिया बाजार, सुल्तानपुर लोधी रोड, मॉल रोड, गरारी चौक, भगवान वाल्मीकि चौक, चारबत्ती चौक, रमणीक चौक, मस्जिद चौक के अलावा बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन बिल्कुल सुनसान रहे। सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आए।
श्री हरमंदिर साहिब में भी कम पहुंचे श्रद्धालु
गुरुनगरी में जनता कर्फ्यू का जोरदार समर्थन किया गया। शहर के सभी बाजार और दुकानें बंद रहीं। शहर की चहारदीवारी में रहने वाले लोगों ने घरों से बाहर निकलने से परहेज किया। अंतरराज्यीय बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन भी वीरान दिखाई दिए। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी दिखाई दी। दुखभजन बेरी के नजदीक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या न के बराबर थी। दर्शनी ड्योढ़ी से मुख्य भवन तक के पुल पर जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए अपनी बारी का इंतजार करते थे। वहां भी इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही दिखाई दे रहे थे। श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य भवन में प्रसारित होने वाले कीर्तन की आवाज सुनाई दे रही थी।
सचखंड की तरफ जाने वाले मुख्य रास्ते हेरिटेज स्ट्रीट पर जहां हजारों श्रद्धालुओं की खचाखच भीड़ होती थी रविवार को वह सुनसान था। सचखंड के गोल्डन गलियारे में चहलपहल न के बराबर थी। श्री दुर्ग्याणा तीर्थ के द्वार बंद कर दिए गए हैं। सभी मंदिरों के पट बंद रहे। पुलिस ने शहर की सुरक्षा को तीन जोन में बांट रखा था। 10 हजार से अधिक पुलिस कर्मचारी हर चौक चौराहे के साथ-साथ पेट्रोलिंग पर तैनात किए गए थे। डीसीपी (क्राइम) जगमोहन सिंह ने बताया कि थाने में नियमित काम को प्राथमिकता नहीं दी गई। सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। लोग सहयोग कर रहे हैं।
शताब्दी-अमृतसर के कोच सी-2 में यात्रा करने वालों की तलाश
जिला प्रशासन को उन 41 रेल यात्रियों की तलाश है जो तीन दिन पहले दिल्ली-अमृतसर शताब्दी से अमृतसर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। शताब्दी एक्सप्रेस के कोच नंबर सी-2 में यात्रा कर आया एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है। इस व्यक्ति को शनिवार से श्री गुरुनानक देव जी अस्पताल में दाखिल करवा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार इस कोच में दिल्ली-सरहिंद तक दो, दिल्ली से लुधियाना तक चार, दिल्ली से जालंधर छह, दिल्ली से ब्यास तक एक और दिल्ली से अमृतसर के लिए 28 लोग सवार हुए थे। विधायक डा. राज कुमार ने इस कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों से अपील की कि वह जांच के लिए स्वेच्छा से जिला प्रशासन के साथ संपर्क स्थापित करें।
दुबई से आए दो नौजवानों की जांच के लिए घर पहुंची टीम
श्री राम तीर्थ के गांव बोपाराय बाज सिंह निवासी दो नौजवानों के साथ सेहत विभाग की टीम ने पूछताछ की है। यह दोनों 18 मार्च को दुबई से घर पहुंचे थे। सेहत विभाग की टीम में शामिल गगनदीप सिंह खालसा व अमनजीत कौर रविवार सुबह उनके घर पहुंचे। दोनों नौजवानों ने जिला सेहत विभाग को दुबई से आने की जानकारी नहीं दी गई थी।
श्री गुरु राम दास इंटरनेशनल एयरपोर्ट में लैंड करने के बाद उनकी कोई भी जांच नहीं की गई थी। इन दोनों को सीधे घर भेज दिया गया था। सेहत विभाग की टीम ने इन दोनों को घर में एक अलग कमरे में रहने की सलाह दी। टीम ने दोनों की जांच भी की। टीम ने बताया की उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं है। वह रोज जांच के लिए उनके पास पहुंचेंगे।
पंजाब-चंडीगढ़ में शाम पांच बजते ही लोग घरों से बाहर निकले शु्रू हो गए हैं। सभी छतों में लोग थाली, ताली बजाते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान गायत्री मंत्र भी गूंजता रहा है। प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार को जनता कर्फ्यू में मोगा वासियों ने भरपूर सहयोग किया। शाम पांच बजे लोगों ने अपने घरों में टेलीविजन के सामने तालियां बजाने समेत बर्तन खटखटाकर कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने वाले लोगों का अभिनंदन किया। वहीं बंद के एलान के बाद शनिवार को ही मोगा वासियों ने अपनी जरूरत की सभी चीजें अपने घरों में स्टोर कर ली थी ताकि उन्हें रविवार के दिन किसी प्रकार की समस्या पेश न आए।
चंडीगढ़ के मनीमाजरा में मकानों की छतों पर जाकर लोगों ने जमकर प्लेट, चम्मच और ढोल नगाड़ों बजाएं। पंजाब के मोगा में अपने घर की छत पर तालियां बजाकर कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने वाले लोगों का अभिनंदन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार को जनता कर्फ्यू में मोगा वासियों ने भरपूर सहयोग डाला। शाम पांच बजे लोगों ने अपने घरों में टेलीविजन के सामने तालियां बजाने समेत बर्तन खटखटाकर कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने वाले लोगों का अभिनंदन किया। वहीं बंद के एलान के बाद शनिवार को ही मोगा वासियों ने अपनी जरूरत की सभी चीजें अपने घरों में स्टोर कर ली थी ताकि उन्हें रविवार के दिन किसी प्रकार की समस्या पेश न आए।
मानसा, बुढलाडा, बरेटा, सरदूलगढ़, भीखी, झुनीर व बोहा रहे बंद
मानसा में हर छोटी, बड़ी दुकान और आम कारोबार बंद रहा। लोग अपने घरों में बैठे रहे। इस दौरान पुलिस का चप्पे-चप्पे पर पहरा रहा। हर आने-जाने वाले व गाड़ियों पर पुलिस की नजर रही। पुलिस ने कुछ वाहनों को जब्त भी किया। इस दौरान बुढलाडा से एक दुकानदार की ओर से अधिक रेट में मास्क बेचने की वीडियो भी सोशल मीडिया पर चलती रही। शाम के समय शहर व गांवों में लोगों ने थालियां और तालियां बजाकर इस दौरान ड्यूटी देने वाले लोगों का आभार जताया। शाम के समय बोहा क्षेत्र से एक कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उसे पटियाला रेफर कर दिया गया। इस दौरान मानसा, बुढलाडा, बरेटा, सरदूलगढ़, भीखी, झुनीर व बोहा में बसे, ट्रेन व अन्य गाड़ियां, ऑटो रिक्शा व निजी वाहन पूर्ण तौर पर बंद रहे। बाजार सूने नजर आए। लोगों ने इस बंद का पूर्ण समर्थन किया।
रोपड़ में सड़कों पर नहीं दिखे लोग
प्रधानमंत्री की ओर से जनता कर्फ्यू की कॉल को लेकर रविवार को सारा जिला बंद रहा। जिले की सभी तहसीलें और शहर बंद रहे। शहरों के बाजार भी पूरी तरह से बंद रहे। रोपड़, श्री चमकौर साहिब, मोरिंडा, श्री कीरतपुर साहिब, श्री आनंदपुर साहिब और नंगल में सारे बाजार बंद रहे। रोपड़ में पांच दवाओं की दुकानें सरकारी अस्पताल के सामने और दो दवाओं की दुकानें ज्ञानी जैल सिंह नगर में खुली रही। मुख्य सड़कों पर न तो वाहन दिखे और न ही लोग। जिले के सभी लोग अपने घरों पर ही रहे और शाम तक बाहर नहीं निकले। शाम पांच बजते ही शहर में तालियों और थाली बजाने की आवाजें शुरू हो गईं। लोगों ने अपने घरों की छत पर चढ़कर और घरों के बाहर निकलकर तालियां व शंख बजाए।
जनता कर्फ्यू को मिला पूर्ण समर्थन
जनता कर्फ्यू का असर रविवार को पठानकोट में पूरी तरह दिखाई दिया। शहर के सभी बाजार बंद रहे और सबसे व्यस्त रहने वाले मार्ग और मुख्य चौकों पर सन्नाटा पसरा रहा। शहर के मुख्य गांधी चौक पर जहां हर रविवार को संडे मार्केट में इतनी भीड़ होती थी कि वाहन तो दूर की बात लोगों को पैदल निकलने की जगह नहीं मिलती थी। रविवार को वह चौक सुनसान दिखाई दिया। इसके अलावा गाड़ी अहाता चौक, रेलवे रोड, डलहौजी रोड, ढांगू रोड, ढाकी रोड पर सभी दुकानें बंद रहीं। होटल, रेस्टोरेंट, शापिंग मॉल बंद रहे।
लुधियाना: बिना वजह बाहर निकलने वालों को पुलिस ने खदेड़ा
जनता कर्फ्यू को आम लोगों ने अपना पूरा समर्थन दिया। कुछ लोगों को छोड़ ज्यादातर लोग अपने घरों से बाहर निकले। इस दौरान शहर के सभी मेन चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा। यहां बिना वजह घर से निकलने वाले लोगों को वापस घर भेजा गया। वहीं कुछ स्थानों में बात नहीं मानने पर पुलिस ने लाठी का इस्तेमाल भी किया। कर्फ्यू के दौरान मेडिकल शॉप खुली रही।
बाहर से आने वालों के उठानी पड़ी परेशानी
रेल विभाग ने शनिवार रात को ट्रेन बंद करने का एलान कर दिया था। ज्यादा दूरी की ट्रेनों को रास्ते में नहीं रोका गया। ऐसे में सुबह जब यह ट्रेन लुधियाना रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। ऑटो से लेकर बस सब कुछ बंद था। लुधियाना के थ्रीके निवासी अशोक शर्मा अपने तीन बच्चों और पत्नी के साथ वृंदावन से लुधियाना पहुंचे थे।
रेलवे स्टेशन से उनका घर लगभग 10 किमी की दूरी है। साधन नहीं मिलने के कारण वह पैदल जाने के लिए मजबूर थे। इसी तरह जीरा निवासी सुरजीत सिंह भी अपनी पत्नी के साथ सुबह रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। उन्होंने यहां से आगे बस में जीरा की तरफ से जाना था। बसों के बंद होने के कारण उन्हें कोई साधन नहीं मिला। रेलवे स्टेशन पर ऐसे कई और मुसाफिर थे जिन्होंने आगे जाना था लेकिन कोई सुविधा नहीं होने के कारण परेशान होते दिखे।
मुक्तसर में बेची गई शराब
जलालाबाद रोड पर एक ठेका खुला नजर आया। वहां से शराब विक्रेता चोरी-छिपे आधा शटर डाउन कर शराब बेचे जा रहे थे।
मोगा में देर शाम तक खुले रहे ठेके
मोगा में शहर के बीचोंबीच मेन बाजार में शराब के ठेके देर शाम तक खुले रहे। जब डीसी संदीप हंस को फोन किया गया तो उनके मोबाइल नंबर 81461-56777 पर एसडीएम मोगा सतवंत सिंह ने फोन उठाया। जब उन्हें मेन बाजार में शराब के ठेके खुले होने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में उक्त मामला आ चुका है। वह इस संबंध में बैठक भी कर रहे हैं। जब एसडीएम सतवंत सिंह से कार्रवाई संबंधी पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ दिया कि आप कार्रवाई की बात में न पड़ें। प्रशासन की ओर से शराब ठेकों को बंद करवाया जा रहा है।
शराब खरीदने पहुंचते रहे लोग
पटियाला में रेलवे स्टेशन के पास, अर्बन इस्टेट इलाके में, अनारदाना चौक समेत ज्यादातर इलाकों में शराब के ठेके खुले पाए गए। वहां दिन भर लोग आकर शराब की खरीदारी करते रहे। जिला प्रशासन का कहना है कि सरकार की आबकारी नीति के तहत शराब के ठेकों को जनता कर्फ्यू के दौरान खुले रखने की छूट है। कोरोना के इस खतरे में शराब खरीदने को लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं।
पठानकोट के सरना में शराब की सप्लाई रही जारी
जनता कर्फ्यू को पठानकोट के तीनों विधानसभा क्षेत्र में जनता का पूर्ण रूप से समर्थन रहा। कस्बा सरना में दावा के साथ-साथ दारू की सप्लाई जारी रही। शराब ठेकेदारों ने सुबह तड़के ही शराब के ठेके खोल दिए। उनका कहना था कि उनका नुकसान होगा। जैसे ही डीसी को इस संबंधी शिकायत पहुंची तो एक्साइज विभाग के अधिकारियों ने ठेके बंद करवाए। शराब ठेकेदार साहिल भल्ला ने बताया कि शराब के ठेके बंद करने के लिए उन्हें कोई निर्देश नहीं मिले। वहीं डीसी गुरप्रीत सिंह खैरा का कहना है कि यह जनता कर्फ्यू है। हर दुकानदार को सहयोग देने का आग्रह किया गया है। यदि शराब के ठेके खुले हैं तो वह अभी बंद करवा देंगे।