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Chandigarh-Haryana News: तबादला नीति व बिजली बिल के खिलाफ बिजली कर्मियों ने किया प्रदर्शन
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-बिजली निजीकरण के खिलाफ 30 जनवरी को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन का एलान
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। बिजली कर्मचारियों के प्रमुख संगठन ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के बैनर तले ऑनलाइन ट्रांसफर पाॅलिसी, बिजली (अमेंडमेंट) बिल व लेबर कोड्स के खिलाफ बुधवार को हजारों बिजली कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पंचकूला में बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के मुख्यालय के बाहर किया गया। प्रदर्शन के बाद एसीएस को संबोधित ज्ञापन डायरेक्टर नवीन वर्मा को सौंपा गया। उन्होंने एसीएस के साथ जल्द मीटिंग कर मांगों के समाधान का आश्वासन दिया।
राज्य प्रधान सुरेश राठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के निजीकरण के खिलाफ संघर्ष के एक साल पूरे होने पर वीरवार को सब डिवीजन स्तर पर विरोध गेट मीटिंग की जाएगी। बिजली अमेंडमेंट बिल के खिलाफ 30 जनवरी को संसद कूच में भी बिजली कर्मचारी भाग लेंगे।
पहले मार्च निकाला, पुलिस से हुई नोंकझोंक
प्रदर्शन से पहले कर्मचारियों ने पंचकूला के यवनिका पार्क से निकलकर प्रसारण व उत्पादन निगम के लिए मार्च किया। उनका मार्च हरियाणा बिजली उत्पादन निगम पहुंचा तो पुलिस ने मुख्य गेट बंद कर दिया। इस कारण कर्मचारियों व पुलिस में नोंकझोंक हुई और आधा घंटे तक वहां नारेबाजी के बाद मेन गेट खोला गया।
मुख्य मांगें -
-ऑनलाइन तबादला नीति को किया जाए।
-कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए।
- एनपीएस से रिटायर्ड कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा दें।
-बिजली कर्मचारियों को 7000 प्रति माह रिस्क भत्ता दिया जाए।
-सभी शिकायत केंद्र व बिजली घरों में लोड अनुसार पदों पर भर्ती की जाए।
- महिलाओं के लिए क्रेच रूम व काम के घंटों में छूट दी जाएद्ध सभी कर्मचारियों को यूटिलिटी बदलने की अनुमति दी जाए।
- एक्स ग्रेसिया नीति में लगाई गई शर्तों को हटाया जाए।
- सभी शिफ्टों में फील्ड में कर्मचारी तैनात किया जाए।
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अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। बिजली कर्मचारियों के प्रमुख संगठन ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के बैनर तले ऑनलाइन ट्रांसफर पाॅलिसी, बिजली (अमेंडमेंट) बिल व लेबर कोड्स के खिलाफ बुधवार को हजारों बिजली कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पंचकूला में बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के मुख्यालय के बाहर किया गया। प्रदर्शन के बाद एसीएस को संबोधित ज्ञापन डायरेक्टर नवीन वर्मा को सौंपा गया। उन्होंने एसीएस के साथ जल्द मीटिंग कर मांगों के समाधान का आश्वासन दिया।
राज्य प्रधान सुरेश राठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के निजीकरण के खिलाफ संघर्ष के एक साल पूरे होने पर वीरवार को सब डिवीजन स्तर पर विरोध गेट मीटिंग की जाएगी। बिजली अमेंडमेंट बिल के खिलाफ 30 जनवरी को संसद कूच में भी बिजली कर्मचारी भाग लेंगे।
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पहले मार्च निकाला, पुलिस से हुई नोंकझोंक
प्रदर्शन से पहले कर्मचारियों ने पंचकूला के यवनिका पार्क से निकलकर प्रसारण व उत्पादन निगम के लिए मार्च किया। उनका मार्च हरियाणा बिजली उत्पादन निगम पहुंचा तो पुलिस ने मुख्य गेट बंद कर दिया। इस कारण कर्मचारियों व पुलिस में नोंकझोंक हुई और आधा घंटे तक वहां नारेबाजी के बाद मेन गेट खोला गया।
मुख्य मांगें -
-ऑनलाइन तबादला नीति को किया जाए।
-कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए।
- एनपीएस से रिटायर्ड कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा दें।
-बिजली कर्मचारियों को 7000 प्रति माह रिस्क भत्ता दिया जाए।
-सभी शिकायत केंद्र व बिजली घरों में लोड अनुसार पदों पर भर्ती की जाए।
- महिलाओं के लिए क्रेच रूम व काम के घंटों में छूट दी जाएद्ध सभी कर्मचारियों को यूटिलिटी बदलने की अनुमति दी जाए।
- एक्स ग्रेसिया नीति में लगाई गई शर्तों को हटाया जाए।
- सभी शिफ्टों में फील्ड में कर्मचारी तैनात किया जाए।