सरकारी स्कूल की कक्षाओं में रखीं ईवीएम मशीनें, जमीन पर बैठ पढ़ने को मजबूर 'देश का भविष्य'
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जवाहर कैंप के छात्र सभी सुविधाएं होने के बावजूद जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। क्योंकि स्कूल के ज्यादातर क्लास रूम को प्रशासन ने वीवीपैट और ईवीएम मशीन रखकर सील कर रखा है। इन मशीनों की सुरक्षा के लिए बाकायदा पुलिस बल भी तैनात किया गया है। क्लास रूम बंद होने के कारण छात्र तेज धूप में बाहर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
वहीं गुरुवार को हुई बरसात ने छात्रों के लिए और मुश्किल पैदा कर दी। स्कूल प्रबंधक के पास भी इस समस्या से निपटने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान जितनी भी ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया गया था।
उन्हें लगभग 45 दिन सुरक्षित रखना होता है। चुनाव घोषणा के बाद प्रशासन ने मशीनों को सुरक्षित रखने के लिए सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जवाहर कैंप का चुनाव कर लिया।
हालांकि उस समय स्कूल में छुट्टियां चल रही थी। इसलिए किसी को कोई परेशानी नहीं हुई। अब छुट्टियों के बाद स्कूल खुले तो आधे से ज्यादा क्लास रूम सील होने के कारण छात्रों के बैठने के लिए कोई जगह नहीं बची।
स्कूल प्रिंसिपल अराधना नंदा का कहना है कि इस मामले को लेकर वह शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को अवगत करवा चुकी हैं। उन्हें आश्वासन मिला था कि 8 जुलाई तक मशीनों को यहां से हटा लिया जाएगा लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है।
चुनाव होने के बाद लगभग 45 दिन तक ईवीएम को सुरक्षित रखना जरूरी होता है। इसलिए मशीनों को स्कूल में जिला प्रशासन ने सील कर रखा है। फिलहाल यह देखा जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने चुनाव को लेकर हाईकोर्ट में कोई याचिका दायर तो नहीं की है।
यह सारी प्रक्रिया जांच करने के बाद ही मशीनों को वहां से हटाया जा सकता है। उम्मीद है कि अगले दो या तीन दिन में स्थिति साफ हो जाएगी और मशीनों को स्कूल से हटा लिया जाएगा। -डॉ एस करुणा राजू, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पंजाब