Chandigarh: स्वस्थ नारी का संदेश देने में गर्भवती महिलाओं की कर दी फजीहत, एसी हॉल में बैठे रहे अधिकारी
जीएमएसएच 16 में ऑक्सीजन प्लांट के पीछे खुले एरिया में मेगा कैंप की व्यवस्था की गई थी। वहां 11 बजे के बाद चिलचिलाती धूप में 1 मिनट रुकना भी मुश्किल हो रहा था।

विस्तार
स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत बुधवार को जीएमएसएच 16 में लगाए गए मेगा हेल्थ कैंप में सबसे ज्यादा फजीहत महिलाओं की ही हुई।

कैंप के दौरान गायनी की ओपीडी में सारी सेवाएं ठप रही। वहां आने वाली गर्भवतियों व अन्य महिलाओं को कैंप में जाने की सूचना देने के लिए कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। पूरा विभाग खाली पड़ा था। स्थिति यह थी कि वहां इलाज न मिलने पर निराशा महिलाएं ना चाहते हुए भी कैंप में जाने को मजबूर नजर आई।
इस दौरान जिन महिलाओं को ऑपरेशन की डेट दी गई थी उनका ऑपरेशन भी नहीं हो पाया। वहीं यहां से वहां गर्मी में चक्कर लगाने के दौरान गर्भवती महिलाओं की हालत खराब हुई। महिलाओं का कहना था कि अगर इलाज की व्यवस्था में बदलाव करना था तो इसकी सूचना पहले से दे देनी चाहिए थी।
किसी का ऑपरेशन टला, तो किसी की हालत बिगड़ी
इस दौरान गायनी डिपार्टमेंट में चेकअप और इलाज कराने आई महिलाओं व गर्भवतियों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। ओपीडी में आने के बाद उन्हें वहां से कैंप में भेजा गया। कैंप में गाइनी के स्टॉल पर नाम और डिटेल दर्ज कराने के बाद वह निराश होकर वहां से लौट गई। क्योंकि बीपी और वजन कराने के साथ ही उन्हें अपना इलाज भी करना था जो नहीं मिल पाया। ऐसे में धूप में एक जगह से दूसरे जगह का चक्कर लगाते हुए कई गर्भवती महिलाओं की हालत भी बिगड़ी। जीएमएसएच 16 में नसबंदी कराने आई शालू ने बताया कि उन्हें डॉक्टर ने बुधवार सुबह 9 बजे का समय दिया था लेकिन यहां आने पर बताया गया कि कैंप चल रहा है। दोपहर के 1 बज गए हैं लेकिन अभी तक कोई कुछ बता नहीं रहा कि ऑपरेशन होगा कि नहीं।
क्या गर्मी सिर्फ अधिकारियों को ही लगती है
जीएमएसएच 16 में ऑक्सीजन प्लांट के पीछे खुले एरिया में मेगा कैंप की व्यवस्था की गई थी। वहां 11 बजे के बाद चिलचिलाती धूप में 1 मिनट रुकना भी मुश्किल हो रहा था। उस दौरान कार्यक्रम में शामिल होने आए आला अधिकारी चंद मिनट वहां रुकने के बाद सामने स्थित एयर कंडीशन सभागार में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम लाइव देखने के लिए चले गए। जबकि कैंप में जिन डॉक्टर और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी वह वहां कड़ी धूप और उमस में बैठे रहे।
बुला बुला कर बढ़ाई भीड़
मेगा हेल्थ कैंप में भीड़ बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शहर के अन्य जगहों से महिलाओं को बसों में भरकर बुलवाया था। उन महिलाओं को छोड़ने के लिए बस की व्यवस्था की गई थी। दोपहर 12:00 बजे के बाद उन महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग की महिला कर्मचारी साथ लेकर वापस छोड़ने जाती हुई नजर आई।
एक तरफ चकाचक दूसरी तरफ बीमारी का इंतजार
जीएमएसएच में स्वास्थ्य विभाग में मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन करके स्वस्थ रहने का संदेश दिया। इस दौरान जहां पर कैंप लगाया गया था वहां तो सब कुछ चकाचक नजर आया, लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी के सामने के बिल्डिंग के पीछे बनाए गए पार्किंग एरिया में डेंगू, मलेरिया के साथ ही संक्रामक फैलाने की पूरी व्यवस्था नजर आई। वहां पर बारिश का पानी लगा हुआ था। उसे जगह अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मचारी भी काफी संख्या में वहां पार्क करती हैं। उनका कहना है कि ऐसी व्यवस्था में स्वास्थ्य विभाग अपने ही महिला कर्मचारियों की सेहत को बचाने में असफल है फिर वे शहर भर की महिलाओं को स्वस्थ रहने का संदेश कैसे दे सकता है।
पोर्टेबल एक्सरे रहा खास
हेल्थ कैंप में टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए लगाए गए वैन में पोर्टेबल एक्स-रे की सुविधा थी। एक्स रे कर रहे रेडियोग्राफर रमन ने बताया कि इस मशीन का उपयोग सड़क पर भी किया जा सकता है। इसकी खास बात यह है कि इसमें एक्स-रे लेने के बाद एआई की मदद से तत्काल इस बात की पुष्टि हो जाती है कि मरीज को टीबी है या नहीं। मौके पर ही मरीजों के बलगम की भी जांच की गई।