सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Chhattisgarh ›   Raipur AIIMS Medical Staff Bus Overturned In Chhattisgarh Jagdalpur, One Daed, 14 Injured

Chhattisgarh: AIIMS के मेडिकल स्टाफ से भरी बस पलटी, एक की मौत, 14 घायल, बस्तर जा रहे थे घूमने

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जगदलपुर Published by: मोहनीश श्रीवास्तव Updated Tue, 27 Sep 2022 01:35 PM IST
विज्ञापन
सार

रायपुर स्थित AIIMS का स्टाफ बस में सवार था। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि स्टाफ में डॉक्टर या कौन-कौन शामिल थे। 

Raipur AIIMS Medical Staff Bus Overturned In Chhattisgarh Jagdalpur, One Daed, 14 Injured
जगदलपुर में रायपुर AIIMS स्टाफ से भरी बस के हादसाग्रस्त हो जाने के बाद उसे बाहर निकाला गया। - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

विस्तार
Follow Us

छत्तीसगढ़ AIIMS के मेडिकल स्टाफ से भरी बस मंगलवार सुबह रायपुर-जगदलपुर हाईवे पर पलट गई। हादसे में एक स्टाफ की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल हैं। इनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल सभी घायलों को डिमरापाल स्थित जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी मृतक स्टाफ और घायलों के नाम सामने नहीं आ सके हैं। हादसा भानपुरी क्षेत्र में हुआ है।
विज्ञापन
loader
Trending Videos


पोल से टकराकर रेलिंग तोड़ते खेत में पलटी
जानकारी के मुताबिक, रायपुर स्थित AIIMS से मेडिकल स्टाफ को लेकर मंगलवार सुबह ट्रेवेल बस जगदलपुर आ रही थी। बस में करीब 15 लोग सवार थे। जुगानी के पास NH-30 पहुंची थी कि तेज रफ्तार बस अचानक सड़क किनारे लगे पोल से टकरा गई। इसके बाद अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए खेत में पलट गई। इस दौरान बस के नीचे दबने से एक मेडिकल स्टाफ की मौत हो गई। 
विज्ञापन
विज्ञापन



(हादसे में घायल स्टाफ को 108 एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।)

ड्राइवर को झपकी आने के चलते हादसे की आशंका
बस में सवार मेडिकल स्टाफ जगदलपुर में चित्रकोट वॉटरफाल और बस्तर दशहरा देखने के लिए आ रहे थे। इससे करीब 50 किमी पहले ही हादसे का शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि हादसा ड्राइवर को झपकी आने के चलते हुआ है। हालांकि अभी हादसे का सही कारण सामने नहीं आ सका है। मरने वाला मेडिकल स्टाफ को AIIMS का डॉक्टर बताया जा रहा है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। 


(डिमरापाल स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती घायल स्टाफ।)

दुनियाभर से आते हैं बस्तर दशहरा देखने लोग
दरअसल, 75 दिनों तक चलने वाले बस्तर दशहरा को देखने के लिए देश के साथ ही दुनियाभर से हर साल लोग पहुंचते हैं। कोरोना के चलते दो साल बाद एक बार फिर बस्तर दशहरे की धूम है। एक दिन पहले ही सबसे खास रस्म काछनगादी की गई है। इसमें पनका जाति की 6 साल की कन्या पीहू ने पर काछन देवी आईं। इसके बाद उसने बेल के कांटों से बने झूले पर झूल कर राजपरिवार को बस्तर दशहरा का पर्व मनाने की अनुमति दी है। 
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed