रुड़की निकाय चुनाव 2019: भाजपा खिसकी, कांग्रेस का हार के बाद भी बढ़ा मत प्रतिशत
- पिछले निगम चुनाव के मुकाबले कांग्रेस ने दस प्रतिशत वोटों की बनाई बढ़त
- भाजपा का पिछले चुनाव के मुकाबले गिरा सात प्रतिशत मत
- बसपा के वोटों में भी आई तीन प्रतिशत की गिरावट
विस्तार
नगर निगम के पिछले चुनाव से तुलना करें तो इस बार भाजपा के मत प्रतिशत में करीब सात प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं, कांग्रेस ने हार के बावजूद उम्दा प्रदर्शन करते हुए पिछले चुनाव के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक मत प्राप्त किए हैं।
जबकि बसपा ने भी तीन प्रतिशत कम मत हासिल किए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा और बसपा का वोट बैंक खिसककर निर्दलीय गौरव गोयल और कांग्रेस के खाते में गया है।
नगर निगम 2013 के चुनाव में भाजपा ने 29.72 प्रतिशत के साथ 15653 मत हासिल किए थे। जबकि इस चुनाव में भाजपा 22.29 प्रतिशत के साथ 19142 मत हासिल कर सकी है। वहीं, कांग्रेस के राम अग्रवाल ने पिछले चुनाव में 18.49 प्रतिशत के साथ 9740 मत हासिल किए थे।
जबकि इस बार कांग्रेस के रिशु राणा ने हार के बावजूद दस प्रतिशत ज्यादा मत बटोरे हैं। रिशु राणा ने इस चुनाव में 29.84 प्रतिशत के साथ 25629 वोट प्राप्त करने में कामयाबी पाई है। यह बात अलग है कि वह चुनाव परिणाम में कामयाबी हासिल नहीं कर सके।
वहीं, बसपा के प्रदर्शन में पिछले चुनाव के मुकाबले गिरावट आई है। पिछले चुनाव में पार्टी की प्रत्याशी अख्तरी बेगम ने 8.07 प्रतिशत के साथ 4253 वोट हासिल किए थे, जबकि इस चुनाव में बसपा से खड़े पूर्व सांसद राजेंद्र बाडी ने 5.32 प्रतिशत के साथ महज 4575 वोट हासिल किए हैं। जिससे कहा जा सकता है कि वोट प्रतिशत के मामले में कांग्रेस ने बढ़त बनाई है।
भाजपा और बसपा बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी। जिससे कहा जा सकता है कि भाजपा और बसपा वोट बैंक निर्दलीय विजयी रहे गौरव गोयल और कांग्रेस रिशु राणा ने अपनी तरफ खींचने में कामयाबी पाई है।
एक हजार का आंकड़ा भी नहीं छू सके चार प्रत्याशी
चुनाव में निर्दलीय खड़े चार में से दो प्रत्याशी पांच सौ वोटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके। वहीं, एक प्रत्याशी एक हजार से पहले ही पस्त हो गए।
चुनाव परिणाम के मुताबिक, निर्दलीय प्रत्याशी आदेश त्यागी 290 वोट, दीपक कुमार 399 वोट हासिल कर पाए। जबकि स्वाति कालरा ने 640 मत हासिल किए हैं। आम आदमी प्रत्याशी अब्दुलस्सलाम महज 435 वोट ही हासिल कर पाए।
बसपा से ज्यादा वोट ले गए सुभाष सैनी
उत्तराखंड क्रांति दल समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष सैनी बसपा प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद राजेंद्र बाडी से भी ज्यादा वोट ले गए। हालाकि, उनको प्राप्त मतों से भाजपा को नुकसान होना बताया जा रहा है।
लेकिन सुभाष सैनी ने बतौर, निर्दलीय विजयी रहे गौरव गोयल के बाद निर्दलीय के रूप में दूसरे नंबर पर जगह बनाई है। उन्होंने 4650 मत हासिल किए हैं। जबकि बसपा के राजेंद्र बाडी इससे भी कम 4575 वोटों तक ही सीमित होकर रह गए।
आखिर किसका भला करते 6999 वोट
इस चुनाव में भी आम आदमी पार्टी प्रत्याशी समेत छह निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में थे। जिनमें सुभाष सैनी को छोड़कर अन्यों ने न के बराबर वोट हासिल किए। अगर ऐसे प्रत्याशियों की कुल वोट जोड़ी जाए तो यह आंकड़ा 6999 में बैठता है। जो जीत की लड़ाई में शामिल हुए किसी भी प्रमुख प्रतिद्वंदी को विजेता बना सकता था।