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Tiger Terror: पौड़ी के बाघ प्रभावित क्षेत्रों में 21 अप्रैल तक बंद रहेंगे आंगनबाड़ी केंद्र व स्कूल, आदेश जारी

संवाद न्यूज एजेंसी, पौड़ी Published by: अलका त्यागी Updated Tue, 18 Apr 2023 11:41 PM IST
सार

जिलाधिकारी डाॅ. आशीष चौहान ने सुरक्षा के लिहाज से बाघ प्रभावित क्षेत्रों में 18 अप्रैल तक अवकाश घोषित किया गया था। अब अवकाश बढ़ा दिया गया है।

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Uttarakhand Pauri News: Anganwadi centres and schools will remain closed till April 21 in tiger affected areas
बाघ - फोटो : सोशल मीडिया(प्रतीकात्मक तस्वीर)
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विस्तार
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पौड़ी जनपद के बाघ प्रभावित गांवों के आंगनबाड़ी केंद्र व स्कूल अब 21 अप्रैल तक बंद रहेंगे। डीएम ने स्कूलों में अवकाश घोषित करते हुए आदेश जारी कर दिया है। बीते 13 व 15 अप्रैल को बाघ ने तहसील रिखणीखाल व तहसील धुमाकोट में दो ग्रामीणों को मार डाला था। जिलाधिकारी डाॅ. आशीष चौहान ने सुरक्षा के लिहाज से बाघ प्रभावित क्षेत्रों में 18 अप्रैल तक अवकाश घोषित किया गया था। अब अवकाश बढ़ा दिया गया है।

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डीएम डाॅ. आशीष चौहान ने तहसील रिखणीखाल के ग्राम डल्ला पट्टी पैनो-चार, मेलधार, क्वीराली, तोल्यूं, गाडियूं, जुई, कांडा, कोटडी तथा तहसील धुमाकोट में ग्राम ख्यूणांई तल्ली, ख्यूणांई मल्ली, ख्यूणांई बिचली, उम्टा, सिमली मल्ली, चमाड़ा, सिमली तल्ली, घोडकन्द मल्ला, घोडकन्द तल्ला, कांडी तल्ली, कांडी मल्ली, मन्दियार गांव, खड़ेत, गूम, बेलम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में 21 अप्रैल तक अवकाश घोषित कर दिया। 

डल्ला गांव में हमलावर बाघ को ट्रैंकुलाइज करने का प्रयास विफल


रिखणीखाल ब्लॉक के बाघ प्रभावित ग्राम पंचायत मेलधार के डल्ला गांव (लड्वासैंण) में दिनभर दोनों बाघों की मूवमेंट बनी रही। इस दौरान वन विभाग की ट्रैंकुलाइज टीम ने हमलावर बाघ को ट्रैंकुलाइज करने का प्रयास किया, लेकिन रेंज से बाहर होने के कारण सफलता नहीं मिल पाई।
ग्राम पंचायत मेलधार के प्रधान खुशेंद्र सिंह ने बताया कि डल्ला गांव के लड्वासैंण में बाघ मंगलवार को भी दिनभर गांव के आसपास मंडराते रहे। इस दौरान बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के कई प्रयास किए। लेकिन हमलावर बाघ ट्रैंकुलाइज गन की रेंज में नहीं आया। इसके बाद जैसे ही वह ट्रैंकुलाइज गन की रेंज में आया तो टीम ने उस पर निशाना दागा। लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। इसके अलावा बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के लिए एक छोटा पिंजरा भी लगाया गया है।

गढ़वाल रेंज के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में बाघ को पकड़ने अथवा ट्रैंकुलाइज करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मंगलवार को मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक भी डल्ला गांव पहुंच गए हैं। कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग के डीएफओ नीरज शर्मा, लैंसडौन के डीएफओ दिनकर तिवारी, एसीएफ हरीश नेगी समेत वन अधिकारियों की टीमें बाघ प्रभावित क्षेत्र में ड्रोन व ट्रैंकुलाइजर आपरेशन टीम में काम कर रहे हैं।


कैमरा ट्रेप एवं ड्रोन से की जा रही बाघ की गतिविधियों की निगरानी

कोटद्वार। गढ़वाल के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि स्थानीय ग्रामीण को सतर्क रहने हेतु जागरूक किया जा रहा है। कैमरा ट्रेप व ड्रोन से बाघ की गतिविधियों की निरंतर निगरानी की जा रही है। ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु ग्राम डल्ला, जुई व पापड़ी में स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। ग्रामीणों से अकेले घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। ग्रामीणों से अपील की गयी है कि यदि किसी भी व्यक्ति को बाघ की गतिविधि या उपस्थिति दिखाई दे तो इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी जाए।

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