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Ghaziabad News: गत्ता व पेपर निर्माता फैक्टरी में लगी आग
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साहिबाबाद। लिंकरोड के औद्योगिक क्षेत्र स्थित साइट चार में संचालित गत्ता फैक्टरी विकास ओवरसीज क्राफ्ट और ईशान पेपर्स में सोमवार सुबह करीब 3ः30 बजे से आग लग गई। इससे वहां पर रखा पेपर और गत्ता देखते ही देखते जलने लगा और आग की लपटों ने पूरी फैक्टरी को चपेट में ले लिया। फैक्टरी के अंदर सो रहे कर्मचारियों ने किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। सूचना पर पहुंची दमकल की 18 गाड़ियों और ऑटोमेटिक कंट्रोल मशीन की मदद से देर शाम तक आग बुझाने के प्रयास किए गए।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 3ः30 बजे वैशाली फायर स्टेशन पर फैक्टरी में आग लगने की सूचना मिली थी। शुरुआत में वैशाली फायर स्टेशन से तीन वाटर टेंडर को मौके पर भेजा गया, लेकिन आग इतनी भीषण हो चुकी थी कि मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, कोतवाली और लोनी फायर स्टेशन से भी 18 वाटर टेंडर बुलाकर मौके पर भेजे गए।
आग ईशान पेपर्स के बेसमेंट और भूतल पर रखे पेपर की शीट्स और रोल में लगी हुई थी। हालात ऐसे थे कि पेपर और गत्ता जलने की वजह से उठने वाले काले धुएं की वजह से करीब आधा किमी दूर तक लोगों का खड़ा होना मुश्किल हो गया।
किसी तरह दमकल कर्मियों ने ऑटोमेटिक कंट्रोल मशीन की मदद से आग बुझाना शुरू किया। इस दौरान गत्ता फैक्टरी की दीवार तोड़कर पहले उसमें लगी आग को बुझाया गया, लेकिन पेपर फैक्टरी की आग शाम पांच बजे तक सुलगती रही। उसका कारण था बेसमेंट में भरे डिलीवरी के लिए तैयार पेपर रोल और रोल में लगी प्लास्टिक।
सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। शुरुआती जांच में शॉर्ट-सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है। सीएफओ ने बताया कि एक टीम हादसे की जांच करेगी।
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मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 3ः30 बजे वैशाली फायर स्टेशन पर फैक्टरी में आग लगने की सूचना मिली थी। शुरुआत में वैशाली फायर स्टेशन से तीन वाटर टेंडर को मौके पर भेजा गया, लेकिन आग इतनी भीषण हो चुकी थी कि मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, कोतवाली और लोनी फायर स्टेशन से भी 18 वाटर टेंडर बुलाकर मौके पर भेजे गए।
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आग ईशान पेपर्स के बेसमेंट और भूतल पर रखे पेपर की शीट्स और रोल में लगी हुई थी। हालात ऐसे थे कि पेपर और गत्ता जलने की वजह से उठने वाले काले धुएं की वजह से करीब आधा किमी दूर तक लोगों का खड़ा होना मुश्किल हो गया।
किसी तरह दमकल कर्मियों ने ऑटोमेटिक कंट्रोल मशीन की मदद से आग बुझाना शुरू किया। इस दौरान गत्ता फैक्टरी की दीवार तोड़कर पहले उसमें लगी आग को बुझाया गया, लेकिन पेपर फैक्टरी की आग शाम पांच बजे तक सुलगती रही। उसका कारण था बेसमेंट में भरे डिलीवरी के लिए तैयार पेपर रोल और रोल में लगी प्लास्टिक।
सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। शुरुआती जांच में शॉर्ट-सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है। सीएफओ ने बताया कि एक टीम हादसे की जांच करेगी।