{"_id":"68f8d08f1550d32f7b0242c0","slug":"accused-not-arrested-yet-in-uncle-nephew-murder-case-dadri-2025-10-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"सैंथली गांव मर्डर केस: नाली विवाद में ताऊ-भतीजे की हत्या, तीन दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर आरोपी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
सैंथली गांव मर्डर केस: नाली विवाद में ताऊ-भतीजे की हत्या, तीन दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर आरोपी
अमर उजाला नेटवर्क, नोएडा
Published by: राहुल तिवारी
Updated Wed, 22 Oct 2025 06:10 PM IST
विज्ञापन
सार
दादरी क्षेत्र के सैंथली गांव में दिवाली पर नाली के पानी को लेकर विवाद में प्रिंस भाटी और साथियों ने ताऊ-भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को तीन दिन बीतने के बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं। परिजन पुलिस आयुक्त से मिलने की तैयारी में हैं, गांव में पुलिस बल तैनात है।
गांव में पुलिस बल तैनात
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
जारचा कोतवाली क्षेत्र के सैंथली गांव में दिवाली पर नाली के पानी को लेकर विवाद में ताऊ भतीजे के हत्यारों को पुलिस तीन दिन बाद भी नहीं पकड़ पाई है। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतकों के परिजन जल्द पुलिस आयुक्त से मिलने के लिए जाएंगे। वहीं मृतक परिवार के घर रिश्तेदारों व आसपास के गांव के लोगों के अलावा राजनीतिक, सामाजिक लोग ढांढस बधाने के लिए पहुंच रहे हैं। सुरक्षा कारणों के मद्देनजर गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
दादरी के तुलसी विहार कॉलोनी निवासी धारा सिंह व अजय पाल सिंह परिवार के साथ दिवाली पर सैंथली गांव स्थित घर में साफ-सफाई और पूजा के लिए थे। तीसरे भाई दीपांशु के पिता अनूप भाटी गांव में ही रहते हैं। वहां पर पड़ोसी प्रिंस भाटी से 19 अक्तूबर की शाम को नाली के पानी निकालने को लेकर वाद विवाद हो गया था। किसी तरह ग्रामीणों ने मामला शांत कराया था। आरोप है कि प्रिंस भाटी ने उसी शाम को ही गांव में कुछ अन्य अपने साथी बदमाश भी बुलाए थे। अगले दिन 20 अक्तूबर को सुबह करीब साढ़े नौ बजे गाली-गलौज कर सबक सिखाने को शोर मचाया। जिसे सुनकर आसपास के लोग भी आ गए थे। आसपास के लोगों को आता देख दीपांशु को पहले हाथ में गोली मारी उसके बाद दूसरी गोली कनपटी पर मार दी थी। अजय पाल को भी गोली मारी गई। जिससे दोनों की मौत हो गई थी। जबकि दो लोग को गोली लगने से घायल हो गए थे।
नामी व गैंगस्टर बनने के लिए घटना को अंजाम देने की चर्चा
आरोपी प्रिंस भाटी गांव में आए दिन टशन दिखाता रहता था। लोगों को धमकाना, हथियार लहराना उसकी फितरत बन गई थी। गांव में उसके पास बदमाशों का आवागमन रहता था। जिसको लेकर कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटाता था। पेशेवर बदमाशों का गांव में आवागमन को लेकर चर्चा रहती थी। लेकिन कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं था। आरोपी ने करीब एक साल पूर्व सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के धनपुरा गांव में फायरिंग कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास भी किया गया था। पांच साल पूर्व गांव के ही छंगा को पेट में गोली मारकर घायल कर दिया गया था। जिससे वह उपचार के दौरान बच गया था। गांव में परिवार के आपसी बंटवारे को लेकर पिस्टल के बल पर मनमर्जी से हिस्सा लिया था। जिससे परिजन भी भयभीत रहते थे। नामी व गैंगस्टर बनने के लिए घटना को अंजाम दिया गया है। जिससे गांव में आसपास के लोग दहशत में आकर कुछ नहीं बोल सके।
सांत्वना देने के लिए पहुंचे दादरी विधायक
मृतक परिवार के घर पर सांत्वना देने के लिए बुधवार को विधायक तेजपाल सिंह नागर, सपा नेता राजकुमार भाटी, फकीर चंद नागर, जिला पंचायत सदस्य देवा भाटी पहुंचे। नेताओं के अलावा सामाजिक व आसपास के गांवों के लोगों का तांता लगा रहा। सभी ने हत्यारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की। भरोसा दिलाया कि पुलिस आयुक्त से मिलकर आवश्यक कार्रवाई करवाएंगे।
एसएससी की परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी का देखा था सपना
मृतक दीपांशु ने बीबीए स्नातक की पढ़ाई मेरठ के सुभारती कॉलेज से की थी। वह सरकारी नौकरी के लिए एसएससी सीजीएल की तैयारी दादरी के जीटी रोड स्थित मिहिर भोज कॉलेज के पास बनी लाइब्रेरी में कर रहा था। इंटरमीडिएट में 80 फीसदी अंक प्राप्त किए थे। सरकारी नौकरी में ऊंचे पद पर पहुंचने के सपने थे। गांव का नाम रोशन करने का लक्ष्य बना रखा था।
शादी पर तेरवहीं के बाद निर्णय लेंगे परिजन
मृतक की बहन सुरभि बीए की पढ़ाई कर रही हैं। उसकी शादी दो नवंबर को होनी है। उसकी शादी दादरी के तुलसी विहार में तय हो रखी है। मगर भाई की मौत का गम बहन नहीं भुला नहीं पा रही हैं। उसका रो-रो कर बुरा हाल है। अंतिम संस्कार में गांव रिश्तेदारों की भारी भीड़ को देख आंखें नाम थी। सभी के चेहरों पर चिंता की लकीरें खींची हुई थी। 26 अक्तूबर को शोक सभा व तेरहवीं का आयोजन होगा। इस आयोजन के बाद सुरभि की शादी के लिए निश्चित समय पर करने या अलग समय रखने की लेकर परिजन निर्णय लेंगे।
ताऊ को बचाने में भतीजे ने गंवाई जान
पुलिस जांच में पता चला है कि अजय पाल का परिवार गांव के मंदिर में पूजा करने गया था। जब दो कारें दरवाजे पर रुकीं, तो अजय पाल को शक हुआ कि प्रिंस परिवार पर हमला कर सकता है। जैसे ही वह घर पर बैठे लोगों के साथ कारों की ओर बढ़ा, अपराधियों ने हवा में पिस्तौल तान दी थी। फिर उन्होंने गोलियां चलाई थी। एक गोली अजय पाल के सीने में लगी। गोलियों की आवाज सुनकर अजय पाल का भतीजा दीपांशु अपने ताऊ को बचाने के लिए दौड़ा था। अपराधियों ने दीपांशु पर भी सीधी गोली चलाई, जो उसके सीने और कनपटी में लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
जेल से बाहर आए बदमाशों से हो रही पूछताछ
पुलिस की ओर से आरोपियों की तलाश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा जेल से हाल ही बाहर आए बदमाशों से भी आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस की ओर से घटनास्थल के अलावा आरोपी के घर में लगे सीसीटीवी की फुटेज को कब्जे में लिया गया है। वहीं कार नंबर के आधार पर सीसीटीवी के जरिये उनकी तलाश की जा रही है। लेकिन घटना के बाद से आरोपियों ने मोबाइल बंद कर रखा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी वाट्सएप कॉलिंग के जरिये ही एक दूसरे से संपर्क कर रहे हैं। पुलिस की ओर से करीब एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी के अलावा सर्विलांस के माध्यम से भी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
वहीं एसीपी ग्रेटर नोएडा अजीत कुमार का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर के अलावा गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर आदि जगह पर रहने वाले आरोपियों की रिश्तेदारियों के यहां दबिश दी गई है। कई लोगों को हिरासत में लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Trending Videos
दादरी के तुलसी विहार कॉलोनी निवासी धारा सिंह व अजय पाल सिंह परिवार के साथ दिवाली पर सैंथली गांव स्थित घर में साफ-सफाई और पूजा के लिए थे। तीसरे भाई दीपांशु के पिता अनूप भाटी गांव में ही रहते हैं। वहां पर पड़ोसी प्रिंस भाटी से 19 अक्तूबर की शाम को नाली के पानी निकालने को लेकर वाद विवाद हो गया था। किसी तरह ग्रामीणों ने मामला शांत कराया था। आरोप है कि प्रिंस भाटी ने उसी शाम को ही गांव में कुछ अन्य अपने साथी बदमाश भी बुलाए थे। अगले दिन 20 अक्तूबर को सुबह करीब साढ़े नौ बजे गाली-गलौज कर सबक सिखाने को शोर मचाया। जिसे सुनकर आसपास के लोग भी आ गए थे। आसपास के लोगों को आता देख दीपांशु को पहले हाथ में गोली मारी उसके बाद दूसरी गोली कनपटी पर मार दी थी। अजय पाल को भी गोली मारी गई। जिससे दोनों की मौत हो गई थी। जबकि दो लोग को गोली लगने से घायल हो गए थे।
विज्ञापन
विज्ञापन
नामी व गैंगस्टर बनने के लिए घटना को अंजाम देने की चर्चा
आरोपी प्रिंस भाटी गांव में आए दिन टशन दिखाता रहता था। लोगों को धमकाना, हथियार लहराना उसकी फितरत बन गई थी। गांव में उसके पास बदमाशों का आवागमन रहता था। जिसको लेकर कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटाता था। पेशेवर बदमाशों का गांव में आवागमन को लेकर चर्चा रहती थी। लेकिन कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं था। आरोपी ने करीब एक साल पूर्व सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के धनपुरा गांव में फायरिंग कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास भी किया गया था। पांच साल पूर्व गांव के ही छंगा को पेट में गोली मारकर घायल कर दिया गया था। जिससे वह उपचार के दौरान बच गया था। गांव में परिवार के आपसी बंटवारे को लेकर पिस्टल के बल पर मनमर्जी से हिस्सा लिया था। जिससे परिजन भी भयभीत रहते थे। नामी व गैंगस्टर बनने के लिए घटना को अंजाम दिया गया है। जिससे गांव में आसपास के लोग दहशत में आकर कुछ नहीं बोल सके।
सांत्वना देने के लिए पहुंचे दादरी विधायक
मृतक परिवार के घर पर सांत्वना देने के लिए बुधवार को विधायक तेजपाल सिंह नागर, सपा नेता राजकुमार भाटी, फकीर चंद नागर, जिला पंचायत सदस्य देवा भाटी पहुंचे। नेताओं के अलावा सामाजिक व आसपास के गांवों के लोगों का तांता लगा रहा। सभी ने हत्यारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की। भरोसा दिलाया कि पुलिस आयुक्त से मिलकर आवश्यक कार्रवाई करवाएंगे।
एसएससी की परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी का देखा था सपना
मृतक दीपांशु ने बीबीए स्नातक की पढ़ाई मेरठ के सुभारती कॉलेज से की थी। वह सरकारी नौकरी के लिए एसएससी सीजीएल की तैयारी दादरी के जीटी रोड स्थित मिहिर भोज कॉलेज के पास बनी लाइब्रेरी में कर रहा था। इंटरमीडिएट में 80 फीसदी अंक प्राप्त किए थे। सरकारी नौकरी में ऊंचे पद पर पहुंचने के सपने थे। गांव का नाम रोशन करने का लक्ष्य बना रखा था।
शादी पर तेरवहीं के बाद निर्णय लेंगे परिजन
मृतक की बहन सुरभि बीए की पढ़ाई कर रही हैं। उसकी शादी दो नवंबर को होनी है। उसकी शादी दादरी के तुलसी विहार में तय हो रखी है। मगर भाई की मौत का गम बहन नहीं भुला नहीं पा रही हैं। उसका रो-रो कर बुरा हाल है। अंतिम संस्कार में गांव रिश्तेदारों की भारी भीड़ को देख आंखें नाम थी। सभी के चेहरों पर चिंता की लकीरें खींची हुई थी। 26 अक्तूबर को शोक सभा व तेरहवीं का आयोजन होगा। इस आयोजन के बाद सुरभि की शादी के लिए निश्चित समय पर करने या अलग समय रखने की लेकर परिजन निर्णय लेंगे।
ताऊ को बचाने में भतीजे ने गंवाई जान
पुलिस जांच में पता चला है कि अजय पाल का परिवार गांव के मंदिर में पूजा करने गया था। जब दो कारें दरवाजे पर रुकीं, तो अजय पाल को शक हुआ कि प्रिंस परिवार पर हमला कर सकता है। जैसे ही वह घर पर बैठे लोगों के साथ कारों की ओर बढ़ा, अपराधियों ने हवा में पिस्तौल तान दी थी। फिर उन्होंने गोलियां चलाई थी। एक गोली अजय पाल के सीने में लगी। गोलियों की आवाज सुनकर अजय पाल का भतीजा दीपांशु अपने ताऊ को बचाने के लिए दौड़ा था। अपराधियों ने दीपांशु पर भी सीधी गोली चलाई, जो उसके सीने और कनपटी में लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
जेल से बाहर आए बदमाशों से हो रही पूछताछ
पुलिस की ओर से आरोपियों की तलाश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा जेल से हाल ही बाहर आए बदमाशों से भी आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस की ओर से घटनास्थल के अलावा आरोपी के घर में लगे सीसीटीवी की फुटेज को कब्जे में लिया गया है। वहीं कार नंबर के आधार पर सीसीटीवी के जरिये उनकी तलाश की जा रही है। लेकिन घटना के बाद से आरोपियों ने मोबाइल बंद कर रखा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी वाट्सएप कॉलिंग के जरिये ही एक दूसरे से संपर्क कर रहे हैं। पुलिस की ओर से करीब एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी के अलावा सर्विलांस के माध्यम से भी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
वहीं एसीपी ग्रेटर नोएडा अजीत कुमार का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर के अलावा गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर आदि जगह पर रहने वाले आरोपियों की रिश्तेदारियों के यहां दबिश दी गई है। कई लोगों को हिरासत में लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।