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Sabrimala Case: सबरीमाला मामले में सबूत जुटा रही एसआईटी, मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन को बंगलूरू लेकर गई
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, तिरुवनंतपुरम
Published by: नितिन गौतम
Updated Fri, 24 Oct 2025 02:04 PM IST
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सार
त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के अध्यक्ष पी एस प्रशांत ने शुक्रवार को कहा कि बोर्ड सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर से सोना गायब होने के मामले में चल रही एसआईटी जांच से पूरी तरह संतुष्ट है।
सबरीमाला मामले का मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी
- फोटो : एएनआई
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विस्तार
सबरीमाला मंदिर से सोने के गायब होने की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) शुक्रवार को सबूत इकट्ठा करने के लिए मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी को बंगलूरू ले गई। एसआईटी SIT टीम, पोट्टी के साथ, सुबह-सुबह तिरुवनंतपुरम में क्राइम ब्रांच ऑफिस से सड़क के रास्ते बेंगलुरु के लिए रवाना हुई। एसआईटी सबरीमाला मंदिर मामले में सबूत इकट्ठा करने के लिए आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी को बंगलूरू के बाद चेन्नई और हैदराबाद भी ले जा सकती है। मजिस्ट्रेट अदालत ने 30 अक्तूबर तक एसआईटी को पोट्टी की हिरासत सौंपी है।
जांच में हुए खुलासे
जांच में पता चला है कि साल 2019 में त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड (TDB) ने सबरीमाला मंदिर के द्वारपालकों (रक्षक देवता) की सोने की परत चढ़ी प्लेटें उन्नीकृष्णन पोट्टी को इलेक्ट्रोप्लेटिंग के लिए दी थीं। आरोप है कि चेन्नई की एक फर्म में प्लेटों की इलेक्ट्रोप्लेटिंग करवाने के बाद, उसने कथित तौर पर बिना इजाजत के इन प्लेटों को चेन्नई, बंगलूरू और केरल में अलग-अलग जगहों पर दिखाया। उन्नीकृष्णन पोट्टी द्वारपालक मूर्तियों की प्लेटों और श्रीकोविल के दरवाजे के फ्रेम से सोने के गायब होने से जुड़े दो मामलों में मुख्य आरोपी है। हाल ही में एसआईटी ने सबरीमाला के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बी मुरारी बाबू को भी गिरफ्तार किया था।
TDB ने एसआईटी जांच को लेकर जताई संतुष्टि
त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के अध्यक्ष पी एस प्रशांत ने शुक्रवार को कहा कि बोर्ड सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर से सोना गायब होने के मामले में चल रही एसआईटी जांच से पूरी तरह संतुष्ट है और उम्मीद है कि खोया हुआ सोना वापस मिल जाएगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
ये भी पढ़ें- केरल: सबरीमाला मंदिर से सोने के गायब होने का मामला, एसआईटी ने पूर्व प्रशासनिक अधिकारी को किया गिरफ्तार
पीएस प्रशांत ने कहा कि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की जांच प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रही है और त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड (TDB) को इस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने आगे कहा कि यह हाल ही में गिरफ्तार किए गए पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बी मुरारी बाबू ही थे जो 'द्वारपालक' (रक्षक देवता) मूर्तियों की सोने की परत वाली तांबे की क्लैडिंग को सोने की परत चढ़ाने के लिए बंगलूरू के बिजनेसमैन उन्नीकृष्णन पोट्टी को सौंपना चाहते थे।
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जांच में हुए खुलासे
जांच में पता चला है कि साल 2019 में त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड (TDB) ने सबरीमाला मंदिर के द्वारपालकों (रक्षक देवता) की सोने की परत चढ़ी प्लेटें उन्नीकृष्णन पोट्टी को इलेक्ट्रोप्लेटिंग के लिए दी थीं। आरोप है कि चेन्नई की एक फर्म में प्लेटों की इलेक्ट्रोप्लेटिंग करवाने के बाद, उसने कथित तौर पर बिना इजाजत के इन प्लेटों को चेन्नई, बंगलूरू और केरल में अलग-अलग जगहों पर दिखाया। उन्नीकृष्णन पोट्टी द्वारपालक मूर्तियों की प्लेटों और श्रीकोविल के दरवाजे के फ्रेम से सोने के गायब होने से जुड़े दो मामलों में मुख्य आरोपी है। हाल ही में एसआईटी ने सबरीमाला के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बी मुरारी बाबू को भी गिरफ्तार किया था।
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TDB ने एसआईटी जांच को लेकर जताई संतुष्टि
त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के अध्यक्ष पी एस प्रशांत ने शुक्रवार को कहा कि बोर्ड सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर से सोना गायब होने के मामले में चल रही एसआईटी जांच से पूरी तरह संतुष्ट है और उम्मीद है कि खोया हुआ सोना वापस मिल जाएगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
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पीएस प्रशांत ने कहा कि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की जांच प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रही है और त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड (TDB) को इस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने आगे कहा कि यह हाल ही में गिरफ्तार किए गए पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बी मुरारी बाबू ही थे जो 'द्वारपालक' (रक्षक देवता) मूर्तियों की सोने की परत वाली तांबे की क्लैडिंग को सोने की परत चढ़ाने के लिए बंगलूरू के बिजनेसमैन उन्नीकृष्णन पोट्टी को सौंपना चाहते थे।