{"_id":"693192562f536bcfa5003a34","slug":"search-in-the-canal-for-five-kilometers-but-no-trace-of-manish-grnoida-news-c-491-1-gnd1001-1951-2025-12-04","type":"story","status":"publish","title_hn":"Noida News: पांच किमी तक नहर में तलाशा पर मनीष का सुराग नहीं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Noida News: पांच किमी तक नहर में तलाशा पर मनीष का सुराग नहीं
विज्ञापन
विज्ञापन
पुलिस ने किया था दावा, दोस्तों ने हत्या के बाद शव नहर में फेंका
संवाद न्यूज एजेंसी
दनकौर। दोस्तों के साथ लापता हुए अस्तौली गांव निवासी मनीष को गोताखोर और एनडीआरएफ की टीमें बृहस्पतिवार सुबह से शाम तक नहर में तलाशती रहीं। टीमों ने नहर में करीब पांच किलोमीटर तक चप्पा-चप्पा छान मारा लेकिन तलाश अधूरी रही। बुधवार देर शाम को पुलिस ने दावा किया था कि उसके साथ गए दोनों दोस्तों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी है और शव जमालपुर गांव के पास बने पुल से नहर में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी दोस्तों को सूरजपुर कोर्ट के बाहर से हिरासत में लिया है।
अस्तौली गांव निवासी मनीष 29 नवंबर को दो दोस्तों के साथ बाहर गया था। अगले दिन उसके परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया कि उसकी हत्या कर शव फेंकने के बाद ग्रेटर नोएडा के एक
मॉल की पार्किंग में कार को खड़ा कर दिया था। दोनों दोस्त बाइक से बुलंदशहर समेत अन्य स्थानों पर 3 दिन छिपकर अपने बचाव का तरीका तलाशते रहे। पुलिस का कहना है कि किसी अधिवक्ता की सलाह पर दोनों दोस्त न्यायालय में समर्पण करने के लिए जा रहे थे। मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था। पुलिस हिरासत में दोस्तों ने एक ट्यूबवेल पर उसकी हत्या करने की बात स्वीकार की।
घर में इकलौता था मनीष, फरवरी में थी शादी
परिजनों ने बताया कि मनीष घर का इकलौता लड़का था। फरवरी में उसकी शादी होनी थी। घर के सभी लोग शादी की तैयारी में लगे हुए थे। 2 नवंबर को उसकी पीली चिट्ठी की रस्म भी होनी थी। अब परिवार शव को अंतिम संस्कार के लिए नहर में तलाश रहा है।
11 वर्ष पुरानी दोस्ती थी
ग्रामीणों ने बताया कि मनीष व आरोपी करीब 11 साल से गहरे दोस्त थे। वर्षों से रोजाना गांव में तीनों को सभी ग्रामीण एक साथ घूमते फिरते दिखते रहे हैं। ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि दोस्ती में भी हत्या की जा सकती है। गांव के युवा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तीनों की पुरानी फ़ोटो डालकर दोस्ती में गद्दारी का ट्रेंड चला रहे हैं।
युवक को तलाशने के लिए एनडीआरएफ के गोताखोर प्रयासरत हैं। अभी उसका कोई सुराग नहीं लगा है, जल्द ही तलाश लिया जाएगा।
-मुनेंद्र सिंह, कोतवाली प्रभारी
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
दनकौर। दोस्तों के साथ लापता हुए अस्तौली गांव निवासी मनीष को गोताखोर और एनडीआरएफ की टीमें बृहस्पतिवार सुबह से शाम तक नहर में तलाशती रहीं। टीमों ने नहर में करीब पांच किलोमीटर तक चप्पा-चप्पा छान मारा लेकिन तलाश अधूरी रही। बुधवार देर शाम को पुलिस ने दावा किया था कि उसके साथ गए दोनों दोस्तों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी है और शव जमालपुर गांव के पास बने पुल से नहर में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी दोस्तों को सूरजपुर कोर्ट के बाहर से हिरासत में लिया है।
अस्तौली गांव निवासी मनीष 29 नवंबर को दो दोस्तों के साथ बाहर गया था। अगले दिन उसके परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया कि उसकी हत्या कर शव फेंकने के बाद ग्रेटर नोएडा के एक
विज्ञापन
विज्ञापन
मॉल की पार्किंग में कार को खड़ा कर दिया था। दोनों दोस्त बाइक से बुलंदशहर समेत अन्य स्थानों पर 3 दिन छिपकर अपने बचाव का तरीका तलाशते रहे। पुलिस का कहना है कि किसी अधिवक्ता की सलाह पर दोनों दोस्त न्यायालय में समर्पण करने के लिए जा रहे थे। मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था। पुलिस हिरासत में दोस्तों ने एक ट्यूबवेल पर उसकी हत्या करने की बात स्वीकार की।
घर में इकलौता था मनीष, फरवरी में थी शादी
परिजनों ने बताया कि मनीष घर का इकलौता लड़का था। फरवरी में उसकी शादी होनी थी। घर के सभी लोग शादी की तैयारी में लगे हुए थे। 2 नवंबर को उसकी पीली चिट्ठी की रस्म भी होनी थी। अब परिवार शव को अंतिम संस्कार के लिए नहर में तलाश रहा है।
11 वर्ष पुरानी दोस्ती थी
ग्रामीणों ने बताया कि मनीष व आरोपी करीब 11 साल से गहरे दोस्त थे। वर्षों से रोजाना गांव में तीनों को सभी ग्रामीण एक साथ घूमते फिरते दिखते रहे हैं। ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि दोस्ती में भी हत्या की जा सकती है। गांव के युवा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तीनों की पुरानी फ़ोटो डालकर दोस्ती में गद्दारी का ट्रेंड चला रहे हैं।
युवक को तलाशने के लिए एनडीआरएफ के गोताखोर प्रयासरत हैं। अभी उसका कोई सुराग नहीं लगा है, जल्द ही तलाश लिया जाएगा।
-मुनेंद्र सिंह, कोतवाली प्रभारी