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Nuh News: दो करोड़ की लागत से चार गांवों में बनेंगे उप स्वास्थ्य केंद्र
संवाद न्यूज एजेंसी, नूंह
Updated Wed, 10 Sep 2025 10:32 PM IST
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पुन्हाना। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पंचायत विभाग की ओर से उपमंडल के चार गावों में नए उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। इसके लिए दो करोड़ से अधिक की लागत स्वीकृत की गई है। अधिकारियों के मुताबिक, गुलालता, सिरोली, जेवंत और तिरवाड़ा गांव में निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, गुलालता गांव में 59.66 लाख, सिरोली में 51.4 लाख, जेवंत में 58 लाख और तिरवाड़ा में 48.32 लाख रुपये की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। इन केंद्रों के बनने से न सिर्फ ग्रामीणों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं गांव में ही मिलेंगी, बल्कि टीकाकरण अभियान को भी नई गति मिलेगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं और बच्चों को प्राथमिक उपचार के लिए शहर के अस्पतालों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
ग्रामीणों की बड़ी समस्या होगी हल
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी कई किलोमीटर दूर स्थित सरकारी अस्पतालों या निजी क्लीनिकों पर जाना पड़ता है। कई बार आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी के कारण मरीज समय पर इलाज नहीं करवा पाते। उप स्वास्थ्य केंद्र बनने से ग्रामीणों की यह परेशानी दूर होगी।
टीकाकरण अभियान को मिलेगी गति
इन उप स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए नियमित टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे समय पर टीकाकरण हो सकेगा और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। गावों में स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने के कारण इसका प्रभाव टीकाकरण अभियान पर पड़ता था लेकिन स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद यहां टीकाकरण अभियान में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
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ग्रामीणों को बुखार, खांसी-जुकाम, चोट-चपेट जैसी सामान्य बीमारियों का इलाज गांव में ही मिल सकेगा। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं गांव ही मिलेंगी तो ग्रामीणों को इसका फायदा होगा। -मुजीबुर्रहमान, गुलालता
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गांव में कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। ऐसे में ग्रामीण निजी और झोलाछाप डॉक्टरों के पास अपना इलाज कराते हैं। स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद यहां ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। -यूसुफ, तिरवाडा
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हमारे गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत सीमित हैं। डॉक्टर या नर्स न होने के कारण हमें इलाज के लिए पुन्हाना जाना पड़ता है। नए स्वास्थ्य केंद्र से गांव वालों को काफी राहत मिलेगी। -सब्बीर नंबरदार, सिरौली
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स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद ग्रामीणों का इसका लाभ मिलेगा। बदलते मौसम में गांव में वायरल बुखार सहित कई प्रकार की बीमारियां फैलती हैं जिसके बाद ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेते हैं। -असलूप, जैवंत
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जिले में करीब 24 उप स्वास्थ्य केंद्र व स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण होना है, जिसका निर्माण पंचायत विभाग की ओर से कराया जा रहा है। पुन्हाना के चार गावों के लिए स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की कागजी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। -योगेश शर्मा, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज, नूंह

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जानकारी के अनुसार, गुलालता गांव में 59.66 लाख, सिरोली में 51.4 लाख, जेवंत में 58 लाख और तिरवाड़ा में 48.32 लाख रुपये की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। इन केंद्रों के बनने से न सिर्फ ग्रामीणों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं गांव में ही मिलेंगी, बल्कि टीकाकरण अभियान को भी नई गति मिलेगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं और बच्चों को प्राथमिक उपचार के लिए शहर के अस्पतालों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
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ग्रामीणों की बड़ी समस्या होगी हल
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी कई किलोमीटर दूर स्थित सरकारी अस्पतालों या निजी क्लीनिकों पर जाना पड़ता है। कई बार आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी के कारण मरीज समय पर इलाज नहीं करवा पाते। उप स्वास्थ्य केंद्र बनने से ग्रामीणों की यह परेशानी दूर होगी।
टीकाकरण अभियान को मिलेगी गति
इन उप स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए नियमित टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे समय पर टीकाकरण हो सकेगा और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। गावों में स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने के कारण इसका प्रभाव टीकाकरण अभियान पर पड़ता था लेकिन स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद यहां टीकाकरण अभियान में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
ग्रामीणों को बुखार, खांसी-जुकाम, चोट-चपेट जैसी सामान्य बीमारियों का इलाज गांव में ही मिल सकेगा। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं गांव ही मिलेंगी तो ग्रामीणों को इसका फायदा होगा। -मुजीबुर्रहमान, गुलालता
गांव में कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। ऐसे में ग्रामीण निजी और झोलाछाप डॉक्टरों के पास अपना इलाज कराते हैं। स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद यहां ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। -यूसुफ, तिरवाडा
हमारे गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत सीमित हैं। डॉक्टर या नर्स न होने के कारण हमें इलाज के लिए पुन्हाना जाना पड़ता है। नए स्वास्थ्य केंद्र से गांव वालों को काफी राहत मिलेगी। -सब्बीर नंबरदार, सिरौली
स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद ग्रामीणों का इसका लाभ मिलेगा। बदलते मौसम में गांव में वायरल बुखार सहित कई प्रकार की बीमारियां फैलती हैं जिसके बाद ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेते हैं। -असलूप, जैवंत
जिले में करीब 24 उप स्वास्थ्य केंद्र व स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण होना है, जिसका निर्माण पंचायत विभाग की ओर से कराया जा रहा है। पुन्हाना के चार गावों के लिए स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की कागजी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। -योगेश शर्मा, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज, नूंह