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Delhi News: राजधानी वासियों ने मनाया गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव
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भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण को भोग अर्पित, मंदिरों व घरों में गूंजे गोवर्धन महाराज की जय के जयघोष
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। राजधानी में बुधवार को प्रमुख मंदिरों में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग अर्पित किया और गोवर्धन महाराज की जय के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। स्वामिनारायण अक्षरधाम, इस्कॉन द्वारका, झंडेवाला देवी मंदिर, हनुमान वाटिका सहित सैकड़ों मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और आरती के लिए उमड़े।
अक्षरधाम मंदिर में 1232 से अधिक सात्त्विक व्यंजनों से भव्य अन्नकूट तैयार किया गया। सुबह आरंभ हुई वैदिक पूजा में संतों और भक्तों ने मिलकर गोवर्धन पर्वत की प्रतीकात्मक प्रतिकृति की आराधना की। मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रों, भजनों और संगीत की गूंज से भक्तिभाव का अद्भुत वातावरण बना रहा। महंत स्वामी महाराज ने संदेश दिया कि इस शुभ अवसर पर सभी तन, मन और धन से सुखी बनें और सबके गुण ग्रहण करें, अवगुणों से बचें। वहीं आसफ अली रोड स्थित हनुमान वाटिका मंदिर में भी गोवर्धन पूजा का आयोजन हुआ, यहां महंत श्रीरामगोपालदास महात्यागी महाराज के नेतृत्व में भगवान श्रीकृष्ण की आरती और पूजा की गई। भक्तों ने अपने घरों से विभिन्न पकवान लाकर भगवान को भोग लगाया। मंदिर में 56 भोग अर्पित करने के बाद प्रसाद का वितरण किया गया।
इस्कॉन द्वारका में आयोजित गोवर्धन पूजा महोत्सव का दृश्य भी अत्यंत आकर्षक रहा। यहां भक्तों ने 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा गोवर्धन पर्वत चावल, मिठाइयों और फलों से बनाया। इस अन्नकूट में हलवा, पूरी, कचौरी, मिठाइयां, फल और दही जैसे अनेक व्यंजन भगवान को अर्पित किए गए। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्ति संगीत, कीर्तन और झांकियों का सिलसिला चलता रहा। गोमाता और बछड़े की पूजा से आरंभ हुए कार्यक्रम में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। इसी तरह, झंडेवाला देवी मंदिर में भी परंपरागत तरीके से गोवर्धन महाराज की पूजा की गई। मंदिर प्रांगण में गोबर से पर्वत का स्वरूप बनाया गया और वैदिक विधि से पूजा-अर्चना की गई। महिला कीर्तन मंडली ने भजनों से वातावरण को भक्ति से भर दिया। पूजा के बाद भक्तों को अन्नकूट भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया, जो देर शाम तक चलता रहा।
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अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। राजधानी में बुधवार को प्रमुख मंदिरों में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग अर्पित किया और गोवर्धन महाराज की जय के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। स्वामिनारायण अक्षरधाम, इस्कॉन द्वारका, झंडेवाला देवी मंदिर, हनुमान वाटिका सहित सैकड़ों मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और आरती के लिए उमड़े।
अक्षरधाम मंदिर में 1232 से अधिक सात्त्विक व्यंजनों से भव्य अन्नकूट तैयार किया गया। सुबह आरंभ हुई वैदिक पूजा में संतों और भक्तों ने मिलकर गोवर्धन पर्वत की प्रतीकात्मक प्रतिकृति की आराधना की। मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रों, भजनों और संगीत की गूंज से भक्तिभाव का अद्भुत वातावरण बना रहा। महंत स्वामी महाराज ने संदेश दिया कि इस शुभ अवसर पर सभी तन, मन और धन से सुखी बनें और सबके गुण ग्रहण करें, अवगुणों से बचें। वहीं आसफ अली रोड स्थित हनुमान वाटिका मंदिर में भी गोवर्धन पूजा का आयोजन हुआ, यहां महंत श्रीरामगोपालदास महात्यागी महाराज के नेतृत्व में भगवान श्रीकृष्ण की आरती और पूजा की गई। भक्तों ने अपने घरों से विभिन्न पकवान लाकर भगवान को भोग लगाया। मंदिर में 56 भोग अर्पित करने के बाद प्रसाद का वितरण किया गया।
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इस्कॉन द्वारका में आयोजित गोवर्धन पूजा महोत्सव का दृश्य भी अत्यंत आकर्षक रहा। यहां भक्तों ने 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा गोवर्धन पर्वत चावल, मिठाइयों और फलों से बनाया। इस अन्नकूट में हलवा, पूरी, कचौरी, मिठाइयां, फल और दही जैसे अनेक व्यंजन भगवान को अर्पित किए गए। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्ति संगीत, कीर्तन और झांकियों का सिलसिला चलता रहा। गोमाता और बछड़े की पूजा से आरंभ हुए कार्यक्रम में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। इसी तरह, झंडेवाला देवी मंदिर में भी परंपरागत तरीके से गोवर्धन महाराज की पूजा की गई। मंदिर प्रांगण में गोबर से पर्वत का स्वरूप बनाया गया और वैदिक विधि से पूजा-अर्चना की गई। महिला कीर्तन मंडली ने भजनों से वातावरण को भक्ति से भर दिया। पूजा के बाद भक्तों को अन्नकूट भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया, जो देर शाम तक चलता रहा।