‘प्ले योर पार्ट... बी टायर स्मार्ट’ थीम पर ऑटो एक्सपो में टायर सुरक्षा के प्रति किया गया जागरूक

लोगों के बीच जागरूकता लाने के उद्देश्य से ऑटोमोटिव टायर मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (एटीएमए) द्वारा बनाए गए टायर सेफ्टी जोन ने ऑटो एक्सपो 2020 में आने वाले विजिटर्स को खूब लुभाया। ‘प्ले योर पार्ट, बी टायर स्मार्ट’ की थीम पर तैयार टायर सेफ्टी जोन में लोगों को खेलों के जरिये टायर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।

‘प्ले योर पार्ट’ की टेगलाइन में ‘पार्ट’ (पीएआरटी) चार अलग-अलग शब्दों को दर्शाता है। इसमें पी से प्रेशर, ए से अलाइनमेंट, आर से रिपेयर व रोटेशन और टी से ट्रेड होता है। एटीएमए का कहना है कि वाहन चालकों को इन बिंदुओं के प्रति जागरूक करना टायर सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। एटीएमए की टेक्निकल विंग इंडियन टायर टेक्निकल एडवाइजरी कमेटी (आईटीटीएसी) ने इस पहल का संचालन किया।
आईटीटीएसी के चेयरमैन श्री वी. के. मिश्रा ने कहा, “एटीएमए लंबे समय से टायर क्लीनिक और वाहन चालकों से सीधे संवाद के जरिये टायर सुरक्षा को लेकर जागरूकता फेला रहा है। इस बार हमने टायर सुरक्षा के इस कॉन्सेप्ट को कुछ आकर्षक गेम और एनीमेटेड क्विज के जरिये और ज्यादा रोचक बनाया, जिससे विशेष तौर पर युवाओं तक टायर सुरक्षा का यह संदेश पहुंच सके।“
इस दौरान बास्केटबॉल का एक खेल रखा गया, जिसमें रिंग की जगह पर टायर लगा था। साथ ही प्रेशर, अलाइनमेंट, रिपेयर, रोटेशन और ट्रेड के नाम से पांच गेंदें थीं। खिलाड़ी को इन पांचों बिंदुओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए पांचों गेंदों को रिंग में डालना था। इसी तरह कैरम बोर्ड और डायस गेम को भी टायर सुरक्षा के इन पांच अहम बिंदुओं से जोड़ते हुए तैयार किया गया था।
ऑटो एक्सपो में टायर सुरक्षा के प्रति जागरूकता की दिशा में एक एनीमेटेड क्विज को भी खूब पसंद किया गया। क्विज और विभिन्न खेलों के विजेताओं को आकर्षक इनाम भी दिए गए, जिससे विजेता ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में बताने के लिए प्रेरित हो सकें।
एटीएमए के महानिदेशक श्री राजीव बुधराजा ने कहा, “ऑटो एक्सपो में आने वाले लोग कारों, नई ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी और कॉन्सेप्ट की जानकारी को लेकर मानसिक रूप से तैयार रहते हैं। निश्चित तौर पर टायर सुरक्षा का विषय भी इससे मेल खाता है। ऐसे में ऑटो एक्सपो में लोगों को इस बारे में जागरूक करने की पहल प्रभावी रही।“
देश में सड़क सुरक्षा की दिशा में जागरूकता फेलाने के उद्देश्य से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एटीएमए को अधिकृत किया है। घिसे हुए टायर के खतरे और टायर के ट्रेड वियर इंडीकेटर (टीडब्ल्यूआई) समय-समय पर जांचते रहने की आवश्यकता के बारे में मंत्रालय के साथ मिलकर एटीएमए ने पोस्टर तैयार किए हैं। टीडब्ल्यूआई टायरों पर बना हुआ इंडीकेटर होता है, जिससे यह पता चलता है कि टायर कितना घिस चुका है।
भारतीय राजमार्गों पर घिसे हुए टायरों का प्रयोग किया जाना सुरक्षा के लिए बड़े खतरे के रूप में सामने आया है। टीडब्ल्यूआई को इसीलिए बनाया गया है कि इसकी मदद से वाहन चालक को आसानी से यह पता चल सके कि कब उसे टायर बदल देना चाहिए। घिसे हुए टायरों को ब्रेक लगाने के बाद भी रुकने में वक्त लगता है, जिससे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है।
टायर सुरक्षा अभियान में हिस्सा लेने वाले एटीएमए के सदस्यों में अपोलो टायर्स, बिड़ला टायर्स, ब्रिजस्टोन इंडिया, सिएट, कॉन्टिनेंटल इंडिया, गुडईयर इंडिया, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज, मिशलिन, एमआरएफ, टीवीएस टायर्स और योकोहामा शामिल हैं।