CBSE: सीबीएसई एलओसी डेटा सुधार के लिए कल आखिरी मौका, इस वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं संशोधन
CBSE Board Exams 2026: सीबीएसई ने कक्षा 10 और 12 के छात्रों के एलओसी डेटा सुधार के लिए अंतिम मौका दिया है। स्कूल प्राचार्य इसे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आज अपडेट कर सकते हैं।
विस्तार
CBSE: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूल प्राचार्यों को एलओसी (List of Candidates) डेटा करेक्शन विंडो के माध्यम से कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण सुधारने की सुविधा दी है। इसमें छात्रों के नाम, माता-पिता का विवरण, जन्मतिथि और विषय सहित अन्य जानकारी में संशोधन किया जा सकता है।
यह सुधार विंडो 13 अक्तूबर, 2025 से खुली थी और 27 अक्तूबर, 2025 को बंद हो जाएगी, इसलिए जिन स्कूलों ने अभी तक डेटा अपडेट नहीं किया है, उन्हें आखिरी मौका आज ही इसका उपयोग करना होगा।
यदि स्कूलों ने एलओसी में छात्रों का सही डेटा जमा नहीं किया है, तो बोर्ड ने उन्हें एलओसी डेटा सुधारने का आखिरी मौका दिया गया है। इसमें परीक्षार्थियों के व्यक्तिगत विवरण, विषय और अन्य शैक्षणिक जानकारी को सही किया जा सकता है। इसके बाद डेटा में किसी भी प्रकार का परिवर्तन या सुधार करने का कोई अवसर नहीं मिलेगा।
सीबीएसई प्रैक्टिकल परीक्षा
सीबीएसई ने 2026 के लिए प्रैक्टिकल परीक्षा का शेड्यूल भी जारी हो चुका है। प्रैक्टिकल परीक्षा 17 फरवरी से 15 जुलाई, 2026 तक सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक आयोजित की जाएगी, जबकि पेंटिंग और ऑटोमोटिव जैसे कुछ विषयों के लिए यह दोपहर 12:30 बजे समाप्त होगी।
इस वर्ष लगभग 45 लाख छात्र कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। कक्षा 10 की परीक्षा दो-बोर्ड प्रणाली में कराई जाएगी।
सीबीएसई ने चेतावनी दी है कि यदि स्कूल या अभिभावक डेटा सत्यापन में कोई गलती करते हैं, तो इससे परीक्षा कार्यक्रम, प्रवेश पत्र जारी करना और शैक्षणिक दस्तावेज तैयार करने में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए छात्रों और स्कूलों को अपने विवरणों की समय पर जांच और सुधार करना बेहद जरूरी है।
अभिभावकों के लिए निर्देश
- छात्र का नाम, जन्मतिथि और माता-पिता के नाम पूरा और सही लिखा जाए, संक्षिप्त रूप में नहीं।
- उपनाम शामिल करना अनिवार्य है, विशेषकर उन छात्रों के लिए जो विदेश में पढ़ाई की योजना बना रहे हैं।
- जन्मतिथि पासपोर्ट, पैन कार्ड या आधार कार्ड पर दर्ज तारीख से मेल खानी चाहिए।
- विषयों का चयन सावधानीपूर्वक किया जाए, क्योंकि सुधार अवधि के बाद कोई बदलाव स्वीकार नहीं किया जाएगा।