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MGKVP: काशी विद्यापीठ में 80 फीसदी उपस्थिति का शपथ पत्र देंगे एमएड के विद्यार्थी, 29 अक्तूबर को होगा सत्यापन

अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी। Published by: अमन विश्वकर्मा Updated Mon, 27 Oct 2025 02:52 PM IST
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सार

Varanasi News: विद्यार्थियों को इस बार 80 फीसदी उपस्थिति का प्रमाणपत्र देना होगा। विश्वविद्यालय में एमएड में विद्यार्थियों के प्रवेश की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब कक्षा संचालन की तैयारी चल रही है। 

M.Ed. students will submit affidavit of 80% attendance at Kashi Vidyapeeth verification done on 29 October
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ। - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एमएड सत्र (2025-27) में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन 29 अक्तूबर को शिक्षाशास्त्र विभाग में होगा। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने अपना प्रवेश शुल्क जमा करने के बाद उसकी रसीद विभाग में जमा कर दी है, वह सत्यापन के लिए विभाग में आएंगे। 



विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेंद्र राम ने बताया कि विद्यार्थी अपने सभी शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की मूलप्रति और एक सेट सभी की छायाप्रति, अंतिम संस्था द्वारा निर्गत चरित्र प्रमाणपत्र, माइग्रेशन प्रमाणपत्र (वाह्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए), स्थानांतरण प्रमाणपत्र (टीसी) लेकर आना होगा। 
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इसके साथ ही 80 प्रतिशत उपस्थिति से संबंधित शपथ-पत्र, एंटी रैगिंग एफिडेविट (पिता एवं पुत्र/ पुत्री अलग-अलग), गैपिंग एफिडेविट प्रमाणपत्र भी सत्यापन के समय विद्यार्थियों को लेकर आना होगा। विभागाध्यक्ष ने बताया कि सत्यापन के बारे में विस्तृत जानकारी विभाग से प्राप्त की जा सकती है।

समर्थ प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल की दी गई जानकारी
बीएचयू के स्टाफ डेवलपमेंट सेल की ओर से समर्थ प्लेटफॉर्म के उपयोग के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विवि के प्रशासनिक सहित अन्य कार्यों के लिए समर्थ प्लेटफॉर्म के प्रभावी उपयोग से संबंधित ज्ञान एवं व्यावहारिक कौशल प्रदान करना था।

स्टाफ डेवलपमेंट सेल के समन्वयक प्रो. सुजीत दूबे ने बताया कि दक्षता एवं पारदर्शिता बढ़ाने के लिए डिजिटल समाधानों को अपनाने के बारे में विशेष जोर दिया जा रहा है। समर्थ का उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों में डिजिटल गवर्नेंस, पारदर्शिता एवं जवाबदेही को सुदृढ़ करना है। यह स्मार्ट, पेपरलेस एवं तकनीक-आधारित प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो डिजिटल इंडिया के व्यापक विज़न के अनुरूप है। 

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