Jitendra Singh: मंत्री जितेंद्र सिंह ने टॉपर छात्राओं को वितरित किए लैपटॉप, बोले- यह 'ईज ऑफ एजुकेशन' की पहल
Dr. Jitendra Singh: केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र के पांच जिलों की टॉपर छात्राओं को लैपटॉप देकर सम्मानित किया। दिवाली के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में मंत्री ने इसे 'ईज ऑफ एजुकेशन' की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम बताया।

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Dr. Jitendra Singh: केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र के हर जिले की दो-दो टॉपर छात्राओं को सम्मानित किया। दसवीं की बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाली इन छात्राओं को मंत्री ने लैपटॉप भेंट किए।

सुबह आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न जिलों की टॉपर छात्राएं मंत्री के आवास पर नाश्ते और मिठाई वितरण समारोह में शामिल हुईं। इनमें कई छात्राएं दूरस्थ और पहाड़ी इलाकों जैसे कि किश्तवाड़ जिले के छतरो और पाडर क्षेत्र तथा रामबन जिले के पोगल क्षेत्र से आई थीं।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में होगी आसानी
लैपटॉप प्रदान करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि यह गर्व की बात है कि ये छात्राएं ऐसे छोटे-छोटे गांवों और कस्बों से आती हैं, जहां से अब प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा, "यह दिवाली का समय है, और इस शुभ अवसर पर मेधावी छात्राओं के लिए शिक्षा को सुगम बनाने का इससे बेहतर उपहार नहीं हो सकता। जैसे हम 'ईज ऑफ बिजनेस' और 'ईज ऑफ लिविंग' की बात करते हैं, वैसे ही यह 'ईज ऑफ एजुकेशन' और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में आसानी की पहल है।"
डॉ. सिंह ने कहा कि आज के छात्र अब माता-पिता की पसंद तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अपनी रुचियों और योग्यता के अनुसार विषय चुनने की आजादी रखते हैं। उन्होंने इसे भारत की शिक्षा प्रणाली में एक प्रगतिशील बदलाव बताया, जहां युवा अब अपनी आकांक्षाओं और जुनून के आधार पर करियर चुन रहे हैं।
“Gen Z daughters of 21st century India are going through an overwhelming aspirational surge, visible across the country including in B towns and rural areas…. accompanied by an equally strong urge to lead than to be led”.#Jammu pic.twitter.com/NAwwYvbwIo
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) October 23, 2025
महिलाओं की भूमिका पर डाला प्रकाश
उन्होंने कहा, "आज देश में अवसरों और आकांक्षाओं का वास्तविक लोकतंत्रीकरण हुआ है।" मंत्री ने बताया कि छात्र-युवा संबंधी मंत्रालयों में अपने अनुभव से प्रेरित होकर उन्होंने यह नई परंपरा शुरू की है, ताकि प्रतिभाशाली छात्राओं को प्रोत्साहन मिल सके।
उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में देश में करीब 1.75 लाख स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं, जिनमें से 50 से 60 हजार महिलाएं नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने कहा, "सिविल सेवा परीक्षा में भी इस साल की तीनों ऑल इंडिया टॉपर लड़कियां ही हैं, जबकि 2022 में 11वीं ऑल इंडिया रैंक पूंछ डिग्री कॉलेज की छात्रा ने हासिल की थी।"
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि अंतरिक्ष मिशनों जैसे आदित्य-एल1 और चंद्रयान-3 में भी महिलाओं की अग्रणी भूमिका रही है। अंत में उन्होंने छात्राओं से अपील की कि वे तकनीक का उपयोग न केवल अपनी पढ़ाई के लिए करें बल्कि समाज के विकास के लिए भी उसका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकार ने समाज के हर वर्ग और हर लिंग के छात्रों के लिए अवसरों के लोकतंत्रीकरण को सुनिश्चित किया है।