{"_id":"68c2fe5ddbf3db0f110ee4b6","slug":"karnataka-ratna-2025-vishnuvardhan-saroja-devi-honoured-posthumously-2025-09-11","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Karnataka Ratna Award: विष्णुवर्धन-सरोजा देवी को मरणोपरांत मिलेगा कर्नाटक रत्न पुरस्कार, सरकार का बड़ा फैसला","category":{"title":"Entertainment","title_hn":"मनोरंजन","slug":"entertainment"}}
Karnataka Ratna Award: विष्णुवर्धन-सरोजा देवी को मरणोपरांत मिलेगा कर्नाटक रत्न पुरस्कार, सरकार का बड़ा फैसला
एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला
Published by: हिमांशु सोनी
Updated Thu, 11 Sep 2025 10:22 PM IST
विज्ञापन
सार
Karnataka Ratna Award to Vishnuvardhan & Saroja Devi: गुरुवार को कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए अभिनेता विष्णुवर्धन और अभिनेत्री बी सरोजा देवी को राज्य का सर्वोच्च पुरस्कार देने का ऐलान किया है।

विष्णुवर्धन और सरोजा देवी
- फोटो : एक्स
विज्ञापन
विस्तार
बेंगलुरु में आयोजित मंत्रिमंडल बैठक में गुरुवार को एक बड़ा फैसला लिया गया। कर्नाटक सरकार ने घोषणा की कि कन्नड़ सिनेमा के दो दिग्गज कलाकार साहस सिंहा कहलाने वाले विष्णुवर्धन और सदाबहार अदाकारा बी सरोजा देवी को मरणोपरांत कर्नाटक रत्न से सम्मानित किया जाएगा। यह राज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है और इन दोनों कलाकारों को यह उपलब्धि पाकर कुल मिलाकर 11 हस्तियां इस सम्मान की सूची में शामिल हो जाएंगी।
अभिनेता विष्णुवर्धन को चुना गया
18 सितंबर 1950 को जन्मे विष्णुवर्धन का असली नाम संपथ कुमार था। चार दशक से ज्यादा लंबे करियर में उन्होंने लगभग 220 फिल्मों में अभिनय किया। कन्नड़ सिनेमा के साथ-साथ उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। दमदार संवाद, एक्शन और रोमांटिक अदाकारी से दर्शकों का दिल जीतने वाले विष्णुवर्धन को दर्शक ‘साहस सिंहा’ के नाम से जानते हैं। 30 दिसंबर 2009 को उनका निधन हो गया, लेकिन आज भी उनका नाम कन्नड़ फिल्मों के स्वर्णिम अध्याय में दर्ज है।
ये खबर भी पढ़ें: Lokah Chapter 1 Box Office Collection: 'लोका चैप्टर 1' ने बॉक्स ऑफिस पर लगाया शतक, जानें गुरुवार का कलेक्शन
बी सरोजा देवी का भी नाम शामिल
7 जनवरी 1938 को जन्मीं और 14 जुलाई 2025 को इस दुनिया से विदा हुईं सरोजा देवी ने करीब 200 फिल्मों में काम किया। दक्षिण भारतीय सिनेमा की यह स्टार अदाकारा हिंदी फिल्मों में भी अपनी खास पहचान बनाने में सफल रहीं। राजेंद्र कुमार के साथ उनकी फिल्म ससुराल हिंदी पट्टी में सुपरहिट साबित हुई। वहीं कन्नड़ सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्म कित्तूर रानी चेनम्मा में उनके किरदार को आज भी याद किया जाता है। सौंदर्य, अभिनय और गरिमामय व्यक्तित्व से सजी सरोजा देवी को कर्नाटक रत्न मिलना सिनेमा जगत के लिए गर्व का विषय है।
पुरानी परंपरा और सम्मान की निरंतरता
कर्नाटक रत्न की शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी जब डॉ. राजकुमार और कवि कुवेंपू को यह सम्मान दिया गया। इसके बाद संगीत सम्राट भीमसेन जोशी, वैज्ञानिक सी.एन.आर. राव, समाजसेवी वीरेंद्र हेगड़े, शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र के डॉ. जे. जावरेगोड़ा जैसे कई दिग्गज इस सूची में शामिल हुए। वर्ष 2022 में यह सम्मान दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत प्रदान किया गया था। अब विष्णुवर्धन और सरोजा देवी का नाम जुड़ना इस सम्मान को और भी भव्य बनाता है।
जनता की मांग पर लिया गया फैसला
कुछ दिन पहले अभिनेत्री एवं पूर्व मंत्री जयंमाला, अभिनेत्री श्रुति और मलविका अविनाश ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की थी और दोनों दिग्गज कलाकारों को कर्नाटक रत्न देने की अपील की थी। सरकार ने जनता की भावना और कलाकारों के योगदान को देखते हुए इस निर्णय को मंजूरी दी।

Trending Videos
अभिनेता विष्णुवर्धन को चुना गया
18 सितंबर 1950 को जन्मे विष्णुवर्धन का असली नाम संपथ कुमार था। चार दशक से ज्यादा लंबे करियर में उन्होंने लगभग 220 फिल्मों में अभिनय किया। कन्नड़ सिनेमा के साथ-साथ उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। दमदार संवाद, एक्शन और रोमांटिक अदाकारी से दर्शकों का दिल जीतने वाले विष्णुवर्धन को दर्शक ‘साहस सिंहा’ के नाम से जानते हैं। 30 दिसंबर 2009 को उनका निधन हो गया, लेकिन आज भी उनका नाम कन्नड़ फिल्मों के स्वर्णिम अध्याय में दर्ज है।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये खबर भी पढ़ें: Lokah Chapter 1 Box Office Collection: 'लोका चैप्टर 1' ने बॉक्स ऑफिस पर लगाया शतक, जानें गुरुवार का कलेक्शन
बी सरोजा देवी का भी नाम शामिल
7 जनवरी 1938 को जन्मीं और 14 जुलाई 2025 को इस दुनिया से विदा हुईं सरोजा देवी ने करीब 200 फिल्मों में काम किया। दक्षिण भारतीय सिनेमा की यह स्टार अदाकारा हिंदी फिल्मों में भी अपनी खास पहचान बनाने में सफल रहीं। राजेंद्र कुमार के साथ उनकी फिल्म ससुराल हिंदी पट्टी में सुपरहिट साबित हुई। वहीं कन्नड़ सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्म कित्तूर रानी चेनम्मा में उनके किरदार को आज भी याद किया जाता है। सौंदर्य, अभिनय और गरिमामय व्यक्तित्व से सजी सरोजा देवी को कर्नाटक रत्न मिलना सिनेमा जगत के लिए गर्व का विषय है।
पुरानी परंपरा और सम्मान की निरंतरता
कर्नाटक रत्न की शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी जब डॉ. राजकुमार और कवि कुवेंपू को यह सम्मान दिया गया। इसके बाद संगीत सम्राट भीमसेन जोशी, वैज्ञानिक सी.एन.आर. राव, समाजसेवी वीरेंद्र हेगड़े, शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र के डॉ. जे. जावरेगोड़ा जैसे कई दिग्गज इस सूची में शामिल हुए। वर्ष 2022 में यह सम्मान दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत प्रदान किया गया था। अब विष्णुवर्धन और सरोजा देवी का नाम जुड़ना इस सम्मान को और भी भव्य बनाता है।
जनता की मांग पर लिया गया फैसला
कुछ दिन पहले अभिनेत्री एवं पूर्व मंत्री जयंमाला, अभिनेत्री श्रुति और मलविका अविनाश ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की थी और दोनों दिग्गज कलाकारों को कर्नाटक रत्न देने की अपील की थी। सरकार ने जनता की भावना और कलाकारों के योगदान को देखते हुए इस निर्णय को मंजूरी दी।