Fact Check: एआई से बना है आदमी का बिरयानी बनाते हुए उसमें नाली का पानी मिलाने का वीडियो
Fact Check: सोशल मीडिया पर बिरयानी बनाते हुए एक आदमी का वीडियो शेयर किया जा रहा है। आदमी बिरयानी में नाली का पानी मिला रहा है। हमारी पड़ताल में यह वीडियो एआई से बना निकला है।
विस्तार
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक आदमी बड़े से बर्तन में बिरयानी बनाते हुए दिखाई दे रहा है। बिरयानी बनाते समय वह व्यक्ति नाली से पानी लेकर खाना बन रहे बर्तन में डाल देता है। इस वीडियो को शेयर करके सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है साथ ही असली बताकर शेयर किया जा रहा है।
अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया है। हमारी पड़ताल में सामने आया है कि वीडियो में किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है। यह वीडियो असली नहीं है बल्कि एआई के माध्यम से बनाया गया है। वीडियो को झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
क्या है दावा
इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि एक मुस्लिम आदमी नाली में से पानी निकालकर बिरयानी में डाल रहा है।
डॉ. जफीरा सेलेना (@ZafiraSelena) नाम के एक एक्स यूजर ने इस वीडियो को शेयर करके लिखा, “ये जाहिल कौम न सुधरे हैं न सुधरेंगे।” पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
इस तरह के कई और दावों के लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इसके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
पड़ताल
इस वीडियो को ध्यान ने देखने पर हमें वीडियो में कुछ चीजें ऐसी दिखी जो ज्यादातर एआई से बने वीडियो में दिखती हैं। जैसे पानी उठाने का तरीका, डालने का तरीका सभी चीजें काफी स्मूद तरह से होते हुए नजर आ रही है। हमने वीडियो की सच्चाई जानने के लिए इसे एआई टूल पर सर्च करने की कोशिश की। एआई टूल हाइव मॉडरेशन से सर्च करने पर हमें हमने वीडियो के 98.9 प्रतिशत एआई से बने होने के बारे में जानकारी मिली।
आगे हमने वीडियो के कीफ्रेम्स को एक और एआई डिटेक्टर टूल पर सर्च करने की कोशिश की। साइट इंजन पर सर्च करने पर हमें इस वीडियो के 89 प्रतिशत एआई से बने होने की जानकारी मिली।
पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में यह साफ है कि वीडियो को एआई के माध्यम से बनाया गया है। वीडियो के असली होने का दावा झूठा है।