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Bhiwani News: ग्रेप-3 ने रोकी विकास कार्यों की रफ्तार, दिसंबर में पूरी होने वाली परियोजनाओं पर बढ़ा असर
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Tue, 18 Nov 2025 01:31 AM IST
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भिवानी- हांसी फोरलेन मार्ग
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भिवानी। एक सप्ताह पहले जिले में ग्रेप तीन के निर्देश लागू होने से विकास कार्यों की रफ्तार थम गई है। अगर जल्द ही वायु में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ तो दिसंबर में पूरी होने वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं पर सीधा असर पड़ेगा। जिले में कई प्रोजेक्टों में 80 से 90 फीसदी तक काम पूरा हो चुका है।
भिवानी-हांसी फोरलेन, लघु सचिवालय का नया प्रशासनिक खंड और दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे पर रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य अभी भी जारी हैं। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र व आसपास के इलाकों में हवा में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंचने पर ग्रेप तीन लागू किया हुआ है। इसके तहत जिले में क्रॅशर जोन पर पाबंदी लग गई है और चल रहे निर्माण कार्यों में धूल-मिट्टी से जुड़े काम भी रोक दिए गए हैं। ऐसे में क्रॅशर बंद होने से निर्माण सामग्री का संकट बढ़ गया है और प्रोजेक्टों की गति प्रभावित हो रही है।
भिवानी-हांसी फोरलेन पर 80 फीसदी काम पूरा
राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी अथॉरिटी लगभग 802 करोड़ रुपये की लागत से भिवानी-हांसी सड़क परियोजना का निर्माण करा रही है। करीब 43 किमी लंबे इस फोरलेन में दो मुख्य ओवरब्रिज, सात पुल और दस से अधिक अंडरपास तैयार किए जा चुके हैं। परियोजना को दिसंबर तक पूरा किया जाना है। करीब 14 मीटर चौड़े बन रहे इस फोरलेन के बीच में डिवाइडर बनाया गया है। जाटूलुहारी, बवानीखेड़ा और सिकंदरपुर में बाईपास भी तैयार हो चुके हैं। स्ट्रीट लाइटों को सोलर पैनल सिस्टम से जोड़ा गया है हालांकि कुछ स्थानों पर बाईपास की कनेक्टिविटी अभी अधूरी है। ग्रेप तीन के आदेशों के चलते निर्माण सामग्री की कमी इस परियोजना पर भी असर डाल रही है।
70 फीसदी बन चुका लोहारू रोड का रेलवे ओवरब्रिज
दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 एक्सटेंशन पर देवसर चुंगी के पास करीब 52 साल पुराने लोहारू रोड रेलवे ओवरब्रिज को हटाकर 950 मीटर लंबा नया रेलवे ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। ढाणी महताब चौक से लेकर लोहारू रोड नई अनाज मंडी गेट तक बन रहे इस पुल का कार्य पहले डिस्पोजल लाइनें शिफ्ट होने में देरी के कारण धीमा हुआ और अब ग्रेप तीन लागू होने से प्रभावित हो रहा है। इस परियोजना में अब तक लगभग 70 फीसदी काम हो पाया है। इसी वर्ष के भीतर इसे पूरा कर पाना मुश्किल माना जा रहा है। आरओबी के दोनों तरफ का सर्विस रोड भी अभी तैयार नहीं हुआ है जिन पर वाहनों की आवाजाही से दिनभर धूल उड़ती है और यह भी कार्य की गति पर असर डाल रहा है।
लघु सचिवालय के नए प्रशासनिक खंड का 90 फीसदी काम पूरा
लघु सचिवालय के नए प्रशासनिक खंड में लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। बाहरी ढांचा लगभग तैयार होने के कारण ग्रेप तीन का प्रभाव इस परियोजना पर कम पड़ रहा है लेकिन अंदरूनी हिस्सों में निर्माण अभी जारी है। इस परियोजना को दिसंबर तक पूरा होना था। लगभग 72 करोड़ रुपये की लागत से पिछले चार वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है। नए खंड बनने के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारी एक ही परिसर में कार्य करेंगे। बेसमेंट को वाहन पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है। प्रथम तल पर डीसी, एडीसी, एसपी, सीटीएम, एसडीएम सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय बनाए जा रहे हैं। अन्य महत्वपूर्ण विभागों के अफसरों के दफ्तर भी इसी परिसर में होंगे। हालांकि बाहरी प्रारूप उभरकर सामने आ गया है लेकिन इसका पूरा निर्माण अभी बाकी है।
भिवानी-हांसी फोरलेन का निर्माण दिसंबर तक पूरा किया जाना है। अब इसका काम अंतिम चरण में चल रहा है। ग्रेप तीन की हिदायतों की पालना कराते हुए काम निरंतर किया जा रहा है। क्रॅशर जोन बंद होने से निर्माण सामग्री को लेकर थोड़ी दिक्कतें जरूर आ रही हैं। - राजेश गुप्ता, मैनेजर, एनएच 148बी अथॉरिटी
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भिवानी-हांसी फोरलेन, लघु सचिवालय का नया प्रशासनिक खंड और दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे पर रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य अभी भी जारी हैं। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र व आसपास के इलाकों में हवा में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंचने पर ग्रेप तीन लागू किया हुआ है। इसके तहत जिले में क्रॅशर जोन पर पाबंदी लग गई है और चल रहे निर्माण कार्यों में धूल-मिट्टी से जुड़े काम भी रोक दिए गए हैं। ऐसे में क्रॅशर बंद होने से निर्माण सामग्री का संकट बढ़ गया है और प्रोजेक्टों की गति प्रभावित हो रही है।
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भिवानी-हांसी फोरलेन पर 80 फीसदी काम पूरा
राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी अथॉरिटी लगभग 802 करोड़ रुपये की लागत से भिवानी-हांसी सड़क परियोजना का निर्माण करा रही है। करीब 43 किमी लंबे इस फोरलेन में दो मुख्य ओवरब्रिज, सात पुल और दस से अधिक अंडरपास तैयार किए जा चुके हैं। परियोजना को दिसंबर तक पूरा किया जाना है। करीब 14 मीटर चौड़े बन रहे इस फोरलेन के बीच में डिवाइडर बनाया गया है। जाटूलुहारी, बवानीखेड़ा और सिकंदरपुर में बाईपास भी तैयार हो चुके हैं। स्ट्रीट लाइटों को सोलर पैनल सिस्टम से जोड़ा गया है हालांकि कुछ स्थानों पर बाईपास की कनेक्टिविटी अभी अधूरी है। ग्रेप तीन के आदेशों के चलते निर्माण सामग्री की कमी इस परियोजना पर भी असर डाल रही है।
70 फीसदी बन चुका लोहारू रोड का रेलवे ओवरब्रिज
दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 एक्सटेंशन पर देवसर चुंगी के पास करीब 52 साल पुराने लोहारू रोड रेलवे ओवरब्रिज को हटाकर 950 मीटर लंबा नया रेलवे ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। ढाणी महताब चौक से लेकर लोहारू रोड नई अनाज मंडी गेट तक बन रहे इस पुल का कार्य पहले डिस्पोजल लाइनें शिफ्ट होने में देरी के कारण धीमा हुआ और अब ग्रेप तीन लागू होने से प्रभावित हो रहा है। इस परियोजना में अब तक लगभग 70 फीसदी काम हो पाया है। इसी वर्ष के भीतर इसे पूरा कर पाना मुश्किल माना जा रहा है। आरओबी के दोनों तरफ का सर्विस रोड भी अभी तैयार नहीं हुआ है जिन पर वाहनों की आवाजाही से दिनभर धूल उड़ती है और यह भी कार्य की गति पर असर डाल रहा है।
लघु सचिवालय के नए प्रशासनिक खंड का 90 फीसदी काम पूरा
लघु सचिवालय के नए प्रशासनिक खंड में लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। बाहरी ढांचा लगभग तैयार होने के कारण ग्रेप तीन का प्रभाव इस परियोजना पर कम पड़ रहा है लेकिन अंदरूनी हिस्सों में निर्माण अभी जारी है। इस परियोजना को दिसंबर तक पूरा होना था। लगभग 72 करोड़ रुपये की लागत से पिछले चार वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है। नए खंड बनने के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारी एक ही परिसर में कार्य करेंगे। बेसमेंट को वाहन पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है। प्रथम तल पर डीसी, एडीसी, एसपी, सीटीएम, एसडीएम सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय बनाए जा रहे हैं। अन्य महत्वपूर्ण विभागों के अफसरों के दफ्तर भी इसी परिसर में होंगे। हालांकि बाहरी प्रारूप उभरकर सामने आ गया है लेकिन इसका पूरा निर्माण अभी बाकी है।
भिवानी-हांसी फोरलेन का निर्माण दिसंबर तक पूरा किया जाना है। अब इसका काम अंतिम चरण में चल रहा है। ग्रेप तीन की हिदायतों की पालना कराते हुए काम निरंतर किया जा रहा है। क्रॅशर जोन बंद होने से निर्माण सामग्री को लेकर थोड़ी दिक्कतें जरूर आ रही हैं। - राजेश गुप्ता, मैनेजर, एनएच 148बी अथॉरिटी