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Bhiwani News: एनएचएआई ने सड़क मार्ग के बीच बने अतिक्रमण हटाए, मजार व मंदिर किया ध्वस्त
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Sat, 20 Dec 2025 11:00 PM IST
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गांव सिकंदरपुर में अवैध निर्माण को तोड़ती जेसीबी मशीन।
- फोटो : 1
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बवानीखेड़ा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम ने शनिवार को गांव सिकंदरपुर में सड़क मार्ग के बीच बने अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई करते हुए करीब 40 वर्ष पुरानी पीर की मजार सहित एक मंदिर को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना में की गई जिसमें जेसीबी मशीन की सहायता से अवैध निर्माण को हटाया गया।
कार्रवाई के दौरान मौके पर मामूली विरोध भी देखने को मिला हालांकि ग्रामीणों के मौके पर पहुंचने से पहले ही एनएचएआई की टीम पीर की मजार सहित मंदिर को तोड़कर वहां से जा चुकी थी। ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार को एनएचएआई की ओर से मंदिर और पीर को हटाने के लिए नोटिस चस्पा किया गया था जिसमें तीन दिन का समय दिया गया था लेकिन टीम ने शनिवार को ही कार्रवाई कर दी।
एनएचएआई के अधिकारी राजेश पांडे ने बताया कि यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत अमल में लाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक स्थानों पर किए गए अवैध निर्माणों को हटाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश मिले हुए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे बने ऐसे अवैध ढांचे यातायात व्यवस्था और सड़क सुरक्षा में बाधा बनते हैं तथा दुर्घटनाओं की आशंका को बढ़ाते हैं इसलिए नियमानुसार इन्हें हटाया जा रहा है। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे सार्वजनिक भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण न करें और कानून का पालन सुनिश्चित करें।
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कार्रवाई के दौरान मौके पर मामूली विरोध भी देखने को मिला हालांकि ग्रामीणों के मौके पर पहुंचने से पहले ही एनएचएआई की टीम पीर की मजार सहित मंदिर को तोड़कर वहां से जा चुकी थी। ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार को एनएचएआई की ओर से मंदिर और पीर को हटाने के लिए नोटिस चस्पा किया गया था जिसमें तीन दिन का समय दिया गया था लेकिन टीम ने शनिवार को ही कार्रवाई कर दी।
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एनएचएआई के अधिकारी राजेश पांडे ने बताया कि यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत अमल में लाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक स्थानों पर किए गए अवैध निर्माणों को हटाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश मिले हुए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे बने ऐसे अवैध ढांचे यातायात व्यवस्था और सड़क सुरक्षा में बाधा बनते हैं तथा दुर्घटनाओं की आशंका को बढ़ाते हैं इसलिए नियमानुसार इन्हें हटाया जा रहा है। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे सार्वजनिक भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण न करें और कानून का पालन सुनिश्चित करें।