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Ukraine: जेलेंस्की ने बुडापेस्ट ज्ञापन को बताया 'कागज का टुकड़ा', रूस के साथ स्थायी शांति की मांग की
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कीव।
Published by: निर्मल कांत
Updated Sun, 21 Dec 2025 12:18 AM IST
सार
Ukraine: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बुडापेस्ट ज्ञापन को 'कागज का टुकड़ा' करार देते हुए कहा कि यह उनके देश की रक्षा करने में विफल रहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस के साथ किसी भी शांति समझौते में सख्त और लागू करने योग्य सुरक्षा गारंटी होनी जरूरी हैं।
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वोलोदिमीर जेलेंस्की, यूक्रेन के राष्ट्रपति
- फोटो : एक्स@ZelenskyyUa
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विस्तार
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को 1994 के बुडापेस्ट ज्ञापन (मेमोरेंडम) को 'कागज का एक टुकड़ा' बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूक्रेन रूस के साथ किसी भी शांति समझौते को स्वीकार नहीं करेगा जिसमें मजबूत और लागू करने योग्य सुरक्षा गारंटी न हों।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जेलेंस्की ने कहा, शांति युद्ध से बेहतर होती है। लेकिन यह यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा की कीमत नहीं हो सकती। उन्होंने ऐसे 'न्यायपूर्ण और स्थायी शांति' समझौते की मांग की, जिसे भविष्य में रूस की किसी भी आक्रामक कार्रवाई से कमजोर न किया जा सके।
ये भी पढ़ें: एपस्टीन फाइल्स के पहले बैच में क्या?: क्लिंटन से माइकल जैक्सन तक; 1996 की शिकायत का भी जिक्र, हुए ये नए खुलासे
'स्थायी शांति के लिए समझौते में सख्त सुरक्षा गारंटी हों'
उन्होंने कहा, शांति युद्ध से बेहतर है, लेकिन किसी भी कीमत पर नहीं, क्योंकि हमने पहले ही इसकी भारी कीमत चुकाई है। हमारे लिए एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति अहम है। ऐसी शांति जिसे पुतिन या पुतिन जैसे किसी नेता की इच्छा से तोड़ा नहीं जा सके। यह बेहद जरूरी है कि मजबूत सुरक्षा गारंटी हों, ताकि कोई भी दुश्मन हम पर फिर से आक्रमण करने का सोच भी न सके और न ही उसके पास वास्तविक शक्ति हो।
क्या है बुडापेस्ट ज्ञापन?
बुडापेस्ट मेमोरेंडम को लेकर उन्होंने कहा कि यह समझौता यूक्रेन की रक्षा करने में विफल रहा। इस मेमोरेंडम के तहत रूस और अन्य देशों ने यूक्रेन को सुरक्षा का आश्वासन दिया था। बदले में यूक्रेन ने सोवियत काल से विरासत में मिले परमाणु हथियार छोड़ दिए थे।
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'बुडापेस्ट ज्ञापन केवल एक कागज का टुकड़ा'
उन्होंने कहा, मैं बुडापेस्ट मेमोरेंडम को किसी समझौते के रूप में नहीं देखता। मैं इसे केवल एक कागज का टुकड़ा मानता हूं, क्योंकि हमारे क्षेत्रों पर कब्जा किया गया और बहुत से लोग मारे गए और यह समझौता हमारी रक्षा नहीं कर सका। मैं इसे मजबूत या प्रभावी नहीं मानता। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भविष्य का कोई भी शांति समझौता केवल दस्तावेज पर हस्ताक्षर तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसमें नए आक्रमण की स्थिति में स्पष्ट परिणाम तय होने चाहिए।
यूक्रेन युद्ध रोकने के तरीकों पर चर्चा जारी
उन्होंने पूछा कि अगर रूस फिर से हमला करता है तो यूक्रेन के साझेदार कैसे प्रतिक्रिया देंगे और आक्रमण को रोकने के लिए कौन से ठोस उपाय किए जाएंगे। जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब वैश्विक ताकतों के बीच युद्ध को समाप्त करने के संभावित तरीकों पर चर्चा चल रही है और यूक्रेन भविष्य में रूसी आक्रमण को रोकने के लिए दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी की मांग कर रहा है।
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जेलेंस्की ने कहा, शांति युद्ध से बेहतर होती है। लेकिन यह यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा की कीमत नहीं हो सकती। उन्होंने ऐसे 'न्यायपूर्ण और स्थायी शांति' समझौते की मांग की, जिसे भविष्य में रूस की किसी भी आक्रामक कार्रवाई से कमजोर न किया जा सके।
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'स्थायी शांति के लिए समझौते में सख्त सुरक्षा गारंटी हों'
उन्होंने कहा, शांति युद्ध से बेहतर है, लेकिन किसी भी कीमत पर नहीं, क्योंकि हमने पहले ही इसकी भारी कीमत चुकाई है। हमारे लिए एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति अहम है। ऐसी शांति जिसे पुतिन या पुतिन जैसे किसी नेता की इच्छा से तोड़ा नहीं जा सके। यह बेहद जरूरी है कि मजबूत सुरक्षा गारंटी हों, ताकि कोई भी दुश्मन हम पर फिर से आक्रमण करने का सोच भी न सके और न ही उसके पास वास्तविक शक्ति हो।
क्या है बुडापेस्ट ज्ञापन?
बुडापेस्ट मेमोरेंडम को लेकर उन्होंने कहा कि यह समझौता यूक्रेन की रक्षा करने में विफल रहा। इस मेमोरेंडम के तहत रूस और अन्य देशों ने यूक्रेन को सुरक्षा का आश्वासन दिया था। बदले में यूक्रेन ने सोवियत काल से विरासत में मिले परमाणु हथियार छोड़ दिए थे।
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'बुडापेस्ट ज्ञापन केवल एक कागज का टुकड़ा'
उन्होंने कहा, मैं बुडापेस्ट मेमोरेंडम को किसी समझौते के रूप में नहीं देखता। मैं इसे केवल एक कागज का टुकड़ा मानता हूं, क्योंकि हमारे क्षेत्रों पर कब्जा किया गया और बहुत से लोग मारे गए और यह समझौता हमारी रक्षा नहीं कर सका। मैं इसे मजबूत या प्रभावी नहीं मानता। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भविष्य का कोई भी शांति समझौता केवल दस्तावेज पर हस्ताक्षर तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसमें नए आक्रमण की स्थिति में स्पष्ट परिणाम तय होने चाहिए।
यूक्रेन युद्ध रोकने के तरीकों पर चर्चा जारी
उन्होंने पूछा कि अगर रूस फिर से हमला करता है तो यूक्रेन के साझेदार कैसे प्रतिक्रिया देंगे और आक्रमण को रोकने के लिए कौन से ठोस उपाय किए जाएंगे। जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब वैश्विक ताकतों के बीच युद्ध को समाप्त करने के संभावित तरीकों पर चर्चा चल रही है और यूक्रेन भविष्य में रूसी आक्रमण को रोकने के लिए दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी की मांग कर रहा है।