{"_id":"68fe820bd074f14231063c9e","slug":"the-civil-hospital-has-been-in-need-of-a-gastroenterologist-for-a-long-time-bhiwani-news-c-125-1-shsr1009-141659-2025-10-27","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhiwani News: नागरिक अस्पताल में लंबे अर्से से पेट रोग विशेषज्ञ की दरकार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhiwani News: नागरिक अस्पताल में लंबे अर्से से पेट रोग विशेषज्ञ की दरकार
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Mon, 27 Oct 2025 01:48 AM IST
विज्ञापन
सामान्य अस्पताल में स्थित ओपीडी ब्लॉक।
विज्ञापन
भिवानी। जिले के स्वास्थ्य केंद्रों और राजकीय अस्पतालों में लंबे अर्से से चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। इस कारण कई जगह पर तो सामान्य चिकित्सक ही चिकित्सा विशेषज्ञों की ओपीडी देख रहे हैं। भिवानी के नागरिक अस्पताल में भी लंबे समय से पेट रोग विशेषज्ञ नहीं है। इस कारण सामान्य रोग विशेषज्ञ ही पेट संबंधी बीमारियों का इलाज कर रहे हैं। वहीं, पेट की गंभीर बीमारियों के चलते मरीजों को रेफर किया जा रहा है।
पेट संबंधी सामान्य लक्षण जैसे पेट में संक्रमण, पथरी, लीवर में सूजन जैसी बीमारियों का तो सामान्य रोग विशेषज्ञ ही इलाज कर देते हैं। लेकिन पेट रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण पेट संबंधी गंभीर बीमारियों के मरीजों को बाहर रेफर करना पड़ रहा है। इसके अलावा पेट की जांच करने के लिए अल्ट्रासाउंड केंद्र की स्थिति भी दयनीय हालात में है। जांच के लिए दो मशीनें हैं। लेकिन एक रेडियोलॉजिस्ट होने के चलते समस्या बन रही है। मरीजों को पांच दिन से एक सप्ताह तक का समय देकर बुलाया जा रहा है। इसके अलावा पेट संबंधी अन्य जांंच अभी अस्पताल में नहीं है।
-- -- -- -- -- -- -- -
बवानीखेड़ा अस्पताल में भी चिकित्सा विशेषज्ञों के पद खाली
कस्बा बवानीखेड़ा के सामान्य अस्पताल में भी चिकित्सा विशेषज्ञों के सभी सात पद खाली हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अस्पताल के लिए सात चिकित्सा विशेषज्ञों के पद स्वीकृत हैं। लेकिन इसमें से एक भी पद नहीं भरा है। इस कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण नर्सिंग ऑफिसर ही प्रसूति करवा रही हैं। वहीं, बाल रोग विशेषज्ञ के भी नहीं होने के कारण मरीजों को भिवानी और हांसी, हिसार तक की दौड़ लगानी पड़ रही है। चिकित्सा विशेषज्ञ नहीं होने के कारण आपात विभाग में भी चिकित्सकों की कमी रहती है। अगर कस्बे के आस-पास कोई दुर्घटना हो जाती है तो उन्हें भिवानी ही रेफर करना पड़ता है।
-- -- -- -- -- -- -
वर्सन :
जिले में चिकित्सकों के पदों को भरने के लिए लगातार मुख्यालय से संपर्क किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि जल्द ही चिकित्सकों की नियुक्ति हो। जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाया जा सकें।
-डॉ. रघुबीर शांडिल्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।
पेट संबंधी सामान्य लक्षण जैसे पेट में संक्रमण, पथरी, लीवर में सूजन जैसी बीमारियों का तो सामान्य रोग विशेषज्ञ ही इलाज कर देते हैं। लेकिन पेट रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण पेट संबंधी गंभीर बीमारियों के मरीजों को बाहर रेफर करना पड़ रहा है। इसके अलावा पेट की जांच करने के लिए अल्ट्रासाउंड केंद्र की स्थिति भी दयनीय हालात में है। जांच के लिए दो मशीनें हैं। लेकिन एक रेडियोलॉजिस्ट होने के चलते समस्या बन रही है। मरीजों को पांच दिन से एक सप्ताह तक का समय देकर बुलाया जा रहा है। इसके अलावा पेट संबंधी अन्य जांंच अभी अस्पताल में नहीं है।
विज्ञापन
विज्ञापन
बवानीखेड़ा अस्पताल में भी चिकित्सा विशेषज्ञों के पद खाली
कस्बा बवानीखेड़ा के सामान्य अस्पताल में भी चिकित्सा विशेषज्ञों के सभी सात पद खाली हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अस्पताल के लिए सात चिकित्सा विशेषज्ञों के पद स्वीकृत हैं। लेकिन इसमें से एक भी पद नहीं भरा है। इस कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण नर्सिंग ऑफिसर ही प्रसूति करवा रही हैं। वहीं, बाल रोग विशेषज्ञ के भी नहीं होने के कारण मरीजों को भिवानी और हांसी, हिसार तक की दौड़ लगानी पड़ रही है। चिकित्सा विशेषज्ञ नहीं होने के कारण आपात विभाग में भी चिकित्सकों की कमी रहती है। अगर कस्बे के आस-पास कोई दुर्घटना हो जाती है तो उन्हें भिवानी ही रेफर करना पड़ता है।
वर्सन :
जिले में चिकित्सकों के पदों को भरने के लिए लगातार मुख्यालय से संपर्क किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि जल्द ही चिकित्सकों की नियुक्ति हो। जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाया जा सकें।
-डॉ. रघुबीर शांडिल्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।