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Explainer: सीईटी पास करना ही नौकरी की गारंटी नहीं... पढ़ें संयुक्त पात्रता परीक्षा से जुड़े हर सवाल का जवाब
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Tue, 29 Jul 2025 10:52 AM IST
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सार
हरियाणा में 26 और 27 जुलाई को सीईटी 2025 की परीक्षा हुई। दो दिन में चार चरणों में हुई परीक्षा में 12 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी बैठे थे। एक्सपर्ट के अनुसार, इनमें से सिर्फ 30 से 40 हजार परीक्षार्थी को ही नौकरी मिल सकेगी।

सीईटी परीक्षा
- फोटो : संवाद/फाइल
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विस्तार
हरियाणा में संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) संपन्न हो गई है। तीन साल बाद हुए सीईटी को लेकर युवाओं में गजब का उत्साह दिखा। दो दिन में 12 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है। अब परीक्षार्थियों की निगाहें आंसर की और सीईटी के परिणाम पर टिकी है। एक महीने के भीतर परिणाम भी लागू कर दिया जाएगा। हालांकि सीईटी पास करने वाले सभी की नौकरी लग जाए, इसकी गारंटी नहीं है।

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जितने भी सीईटी पास करेंगे, उनमें से सिर्फ 30 से 40 हजार परीक्षार्थी को ही नौकरी मिल सकेगी। दरअसल इसके पीछे बड़ा कारण यह है कि सरकार की ओर से नौकरियां कम निकलती हैं। हालांकि सीईटी का स्कोर तीन साल के लिए मान्य होगा। यानी इन तीन साल के दौरान कोई नौकरी निकलती है तो सीईटी पास करने वाले परीक्षार्थी को मौका मिल सकता है। इस बारे में हमने एक्सपर्ट राजेश शर्मा से बातचीत की।
सवाल : सीईटी का पेपर कैसा रहा, कौन सा कठिन आया और कौन सा सरल।
जवाब : 26 जुलाई को पहली शिफ्ट का पेपर काफी कठिन था और 27 की पहली शिफ्ट का पेपर काफी सरल था। 26 की शाम वाला पेपर भी सरल आया था। 27 की शाम का पेपर मिला-जुला था। आयोग को नॉर्मलाइजेशन लागू करना चाहिए।
सवाल : नॉर्मलाइजेशन क्या है और इसकी क्या प्रक्रिया होती है
जवाब : मान लीजिए दो शिफ्ट में एग्जाम हुए। एक शिफ्ट में दिया गया प्रश्नपत्र आसान था और दूसरे में कठिन। ऐसे में पहले शिफ्ट वाले स्टूडेंट के ज्यादा नंबर आ सकते हैं और दूसरे में कम। इसी नंबर को ध्यान में रखते हुए कटऑफ जारी होती है। ये कटऑफ निकालने के लिए जिस प्रक्रिया/ फॉर्मूला को अपनाया जाता है, उसी को नॉर्मलाइजेशन कहते हैं। यदि आयोग नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया लागू करता है तो इसमें कठिन पेपर देने वाले परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ाएं जाएंगे और सरल पेपर देने वाले परीक्षार्थियों के नंबर कम किए जा सकते हैं।
सवाल : क्या हरियाणा से संबंधित 25 फीसदी सवाल आए थे
जवाब : ऐसा तो नहीं लगा। किसी में पेपर में 15 फीसदी सवाल हरियाणा के थे तो किसी में 16 फीसदी। परीक्षा में हरियाणा से संबंधित 25 फीसदी सवाल होने चाहिए थे। यदि ऐसा होता तो कई सारे विद्यार्थियों का पेपर और अच्छा हो सकता था।
सवाल : सीईटी पास करने के लिए कितने नंबर आने चाहिए।
जवाब : सीईटी की अधिसूचना के मुताबिक एससी कैटेगिरी के परीक्षार्थियों के लिए 40 फीसदी और बीसी व जनरल कैटेगरी के परीक्षार्थी को 50 फीसदी नंबर पाने वाला सीईटी क्वालिफाई कर जाएगा।
सवाल: सीईटी का स्कोर कितने दिन तक मान्य रहेगा।
जवाब: परिणाम जारी होने वाली तिथि से लेकर तीन साल तक। सीईटी का स्कोर तीन साल तक मान्य रहेगा।
सवाल : क्या सीईटी पास करने वाले सभी को नौकरी मिलेगी।
जवाब : नहीं। सीईटी क्वालिफाई करने का मतलब यह नहीं है कि सभी को नौकरी मिलेगी। इसमें सिर्फ उन लोगों को ही नौकरी मिल सकेगी जो टॉपर होंगे। ऐसे लोगों की संख्या करीब 30 से 40 हजार लोगों की संख्या होगी। दरअसल सरकार की ओर से नौकरियां ही बहुत कम निकलती हैं। सरकार जब नौकरी निकालेगी तो फिर से पेपर देना होगा। पिछला अनुभव यही बताता है कि जो परीक्षार्थी टॉपर होते हैं, वही नौकरी पाते हैं। वे एक नौकरी पाते हैं तो दूसरी छोड़ देते हैं। ऐसे कई परीक्षार्थी हैं जो बार-बार नौकरी बदल रहे हैं। एक ऐसा भी परीक्षार्थी है, जिसने छठी नौकरी हासिल की है। इस पर सरकार को रोक लगानी चाहिए।
सवाल: सीईटी पास करने के बाद नौकरी की क्या प्रक्रिया होगी
जवाब : सीईटी पास करने के बाद सरकार वैकेंसी निकालेगी। मान लेते हैं कि सरकार ने पटवारी के 100 पद निकाले। इसके लिए दस गुना यानी हजार लोगों को पेपर के लिए बुलाया जाएगा। इसमें टॉप 100 जो विभिन्न कैटेगिरी के होंगे, उन्हें नौकरी पर रखा जाएगा।
सवाल: जो लोग सीईटी पास कर गए हैं, मगर उन्हें नौकरी नहीं मिलती है तो उनका क्या होगा
जवाब : जैसा सरकार की घोषणा है कि जो सीईटी पास होंगे, यदि उन्हें नौकरी नहीं मिलती है तो दो साल तक सरकार उन्हें नौ हजार रुपये भत्ता देगी।
सवाल : सीईटी का परिणाम कब तक आ सकता है
जवाब : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एलान कर चुका है कि सीईटी का परिणाम महीने भर में आ सकता है। मुझे नहीं लगता है कि इसमें कोई देरी होगी।
जवाब : 26 जुलाई को पहली शिफ्ट का पेपर काफी कठिन था और 27 की पहली शिफ्ट का पेपर काफी सरल था। 26 की शाम वाला पेपर भी सरल आया था। 27 की शाम का पेपर मिला-जुला था। आयोग को नॉर्मलाइजेशन लागू करना चाहिए।
सवाल : नॉर्मलाइजेशन क्या है और इसकी क्या प्रक्रिया होती है
जवाब : मान लीजिए दो शिफ्ट में एग्जाम हुए। एक शिफ्ट में दिया गया प्रश्नपत्र आसान था और दूसरे में कठिन। ऐसे में पहले शिफ्ट वाले स्टूडेंट के ज्यादा नंबर आ सकते हैं और दूसरे में कम। इसी नंबर को ध्यान में रखते हुए कटऑफ जारी होती है। ये कटऑफ निकालने के लिए जिस प्रक्रिया/ फॉर्मूला को अपनाया जाता है, उसी को नॉर्मलाइजेशन कहते हैं। यदि आयोग नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया लागू करता है तो इसमें कठिन पेपर देने वाले परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ाएं जाएंगे और सरल पेपर देने वाले परीक्षार्थियों के नंबर कम किए जा सकते हैं।
सवाल : क्या हरियाणा से संबंधित 25 फीसदी सवाल आए थे
जवाब : ऐसा तो नहीं लगा। किसी में पेपर में 15 फीसदी सवाल हरियाणा के थे तो किसी में 16 फीसदी। परीक्षा में हरियाणा से संबंधित 25 फीसदी सवाल होने चाहिए थे। यदि ऐसा होता तो कई सारे विद्यार्थियों का पेपर और अच्छा हो सकता था।
सवाल : सीईटी पास करने के लिए कितने नंबर आने चाहिए।
जवाब : सीईटी की अधिसूचना के मुताबिक एससी कैटेगिरी के परीक्षार्थियों के लिए 40 फीसदी और बीसी व जनरल कैटेगरी के परीक्षार्थी को 50 फीसदी नंबर पाने वाला सीईटी क्वालिफाई कर जाएगा।
सवाल: सीईटी का स्कोर कितने दिन तक मान्य रहेगा।
जवाब: परिणाम जारी होने वाली तिथि से लेकर तीन साल तक। सीईटी का स्कोर तीन साल तक मान्य रहेगा।
सवाल : क्या सीईटी पास करने वाले सभी को नौकरी मिलेगी।
जवाब : नहीं। सीईटी क्वालिफाई करने का मतलब यह नहीं है कि सभी को नौकरी मिलेगी। इसमें सिर्फ उन लोगों को ही नौकरी मिल सकेगी जो टॉपर होंगे। ऐसे लोगों की संख्या करीब 30 से 40 हजार लोगों की संख्या होगी। दरअसल सरकार की ओर से नौकरियां ही बहुत कम निकलती हैं। सरकार जब नौकरी निकालेगी तो फिर से पेपर देना होगा। पिछला अनुभव यही बताता है कि जो परीक्षार्थी टॉपर होते हैं, वही नौकरी पाते हैं। वे एक नौकरी पाते हैं तो दूसरी छोड़ देते हैं। ऐसे कई परीक्षार्थी हैं जो बार-बार नौकरी बदल रहे हैं। एक ऐसा भी परीक्षार्थी है, जिसने छठी नौकरी हासिल की है। इस पर सरकार को रोक लगानी चाहिए।
सवाल: सीईटी पास करने के बाद नौकरी की क्या प्रक्रिया होगी
जवाब : सीईटी पास करने के बाद सरकार वैकेंसी निकालेगी। मान लेते हैं कि सरकार ने पटवारी के 100 पद निकाले। इसके लिए दस गुना यानी हजार लोगों को पेपर के लिए बुलाया जाएगा। इसमें टॉप 100 जो विभिन्न कैटेगिरी के होंगे, उन्हें नौकरी पर रखा जाएगा।
सवाल: जो लोग सीईटी पास कर गए हैं, मगर उन्हें नौकरी नहीं मिलती है तो उनका क्या होगा
जवाब : जैसा सरकार की घोषणा है कि जो सीईटी पास होंगे, यदि उन्हें नौकरी नहीं मिलती है तो दो साल तक सरकार उन्हें नौ हजार रुपये भत्ता देगी।
सवाल : सीईटी का परिणाम कब तक आ सकता है
जवाब : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एलान कर चुका है कि सीईटी का परिणाम महीने भर में आ सकता है। मुझे नहीं लगता है कि इसमें कोई देरी होगी।