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Haryana Crime: करोड़ों रुपये की ठगी मामले में पुलिस को मिली सफलता, चार आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार
संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहाबाद
Published by: शाहिल शर्मा
Updated Tue, 08 Jul 2025 04:06 PM IST
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सार
ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले चार आरोपियों को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में सक्रिय था।

साइबर ठगी मामले में चार आरोपी गिरफ्तार
- फोटो : अमर उजाला
विस्तार
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फतेहाबाद साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ठगी में प्रयुक्त बड़ी मात्रा में सामग्री बरामद की है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन के मार्गदर्शन में साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राहुल कुमार और उनकी टीम ने की।
आरोपियों से बरामद सामग्री
पुलिस ने चार आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया जिनकी पहचान साहिल, मानव, बालकिशन और यश कुमार के तौर पर हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से168 एटीएम कार्ड, 68 सिम कार्ड, 50 चेकबुक, 46 पासबुक, 15 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 13 मोहरें और दो बिल बुक बरामद की हैं।
आरोपियों से बरामद सामग्री
पुलिस ने चार आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया जिनकी पहचान साहिल, मानव, बालकिशन और यश कुमार के तौर पर हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से168 एटीएम कार्ड, 68 सिम कार्ड, 50 चेकबुक, 46 पासबुक, 15 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 13 मोहरें और दो बिल बुक बरामद की हैं।
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गिरोह विभिन्न राज्यों में था सक्रिय
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह गिरोह हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। विशेष रूप से, आरोपी बालकिशन के बैंक खाते में केवल तीन दिनों में 40 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर हुई। वहीं, अन्य आरोपियों के खातों की भी जांच जारी है।
फतेहाबाद के सुभाष नगर निवासी राजीव कुमार, एक अध्यापक, द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर शुरू हुई। राजीव को व्हाट्सएप कॉल के जरिए फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में निवेश का लालच दिया गया। उन्होंने पेटीएम के माध्यम से दो किस्तों में 10 हजार रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन न तो लाभ मिला और न ही राशि वापस हुई। तकनीकी साक्ष्य, बैंक लेन-देन और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर दिल्ली से उन्हें गिरफ्तार किया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह सोशल मीडिया, मोबाइल ऐप्स और फर्जी वेबसाइट्स के जरिए लोगों को झांसा देता था। वे आकर्षक निवेश योजनाओं का लालच देकर पीड़ितों से पैसे ऐंठते थे। पुलिस ने आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने बताया कि जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।
ये भी पढ़ें: Rishi Lohan Murder: काला रामराय गैंग से जुड़ा था ऋषि...विवाद के बाद बनाया था गिरोह; सबसे ज्यादा था यहां सक्रिय
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह गिरोह हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। विशेष रूप से, आरोपी बालकिशन के बैंक खाते में केवल तीन दिनों में 40 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर हुई। वहीं, अन्य आरोपियों के खातों की भी जांच जारी है।
फतेहाबाद के सुभाष नगर निवासी राजीव कुमार, एक अध्यापक, द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर शुरू हुई। राजीव को व्हाट्सएप कॉल के जरिए फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में निवेश का लालच दिया गया। उन्होंने पेटीएम के माध्यम से दो किस्तों में 10 हजार रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन न तो लाभ मिला और न ही राशि वापस हुई। तकनीकी साक्ष्य, बैंक लेन-देन और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर दिल्ली से उन्हें गिरफ्तार किया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह सोशल मीडिया, मोबाइल ऐप्स और फर्जी वेबसाइट्स के जरिए लोगों को झांसा देता था। वे आकर्षक निवेश योजनाओं का लालच देकर पीड़ितों से पैसे ऐंठते थे। पुलिस ने आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने बताया कि जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।
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