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Hisar News: महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट का लाइसेंस 6 माह के लिए और बढ़ाया
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महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट।
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हिसार। महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट (एयरोड्रम) का लाइसेंस 6 माह के लिए और बढ़ा दिया गया है। 12 सितंबर को इस लाइसेंस की अवधि समाप्त हो गई थी। लाइसेंस के रिन्यू होने से एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का संचालन पहले की तरह जारी रहेगा। इसके अलावा एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से एएआई (एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के पास लाइसेंस को आईएफआर (इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स) में बदलने के लिए आवेदन किया हुआ है। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि इसकी प्रक्रिया अभी चल रही है। संभावना है कि जल्द ही लाइसेंस वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल्स) से आईएफआर में बदल जाएगा।
महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को शुरुआत में 6 माह का लाइसेंस दिया गया था। यह लाइसेंस 12 अप्रैल से 12 सितंबर तक का था। हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन ने 12 सितंबर से पहले ही लाइसेंस को रिन्यू करवा लिया।
लाइसेंस को आईएफआर में बदलने के लिए कर रखा है आवेदन
हिसार एयरपोर्ट के लाइसेंस को आईएफआर में बदलवाने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से आवेदन किया हुआ है। इस तकनीक के बदलने से पायलट खराब मौसम या कम दृश्यता की स्थिति में उड़ान भर सकेंगे। वीएफआर तकनीक में पायलट को बाहरी संकेतों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। वर्तमान में वीएफआर परिचालन के लिए न्यूनतम 5 हजार मीटर की दृश्यता आवश्यक है, जबकि तकनीक के आईएफआर में अपग्रेड होने के बाद 1400 मीटर तक की दृश्यता में भी परिचालन संभव हो सकेगा। आईएफआर में नाइट लैंडिंग सुविधा भी शामिल होती है। मतलब आईएफआर में अपग्रेड होने के बाद हिसार एयरपोर्ट पर रात के समय में भी हवाई उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे।
नए टर्मिनल का काम शुरू
उधर, एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 14 अप्रैल को हिसार एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल के लिए शिलान्यास किया था। करीब 413 करोड़ रुपये की लागत से यह निर्माण होना है। 17 अप्रैल 2027 तक टर्मिनल का काम पूरा किया जाना है। टर्मिनल में एक पैसेंजर व एक कार्गो टर्मिनल होगा। पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग 37790 वर्ग मीटर में बनेगी, जबकि कार्गो टर्मिनल बिल्डिंग 2235 वर्ग मीटर में तैयार होगी। इस टर्मिनल की क्षमता 21 लाख पैसेंजर प्रति वर्ष होगी और यह शंख आकार में बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट का लाइसेंस 6 माह के लिए रिन्यू हो गया है। वीएफआर के लिए आवेदन किया हुआ है। इसकी प्रोसेस चल रही है।
मोहन यादव, निदेशक, महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट

महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को शुरुआत में 6 माह का लाइसेंस दिया गया था। यह लाइसेंस 12 अप्रैल से 12 सितंबर तक का था। हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन ने 12 सितंबर से पहले ही लाइसेंस को रिन्यू करवा लिया।
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लाइसेंस को आईएफआर में बदलने के लिए कर रखा है आवेदन
हिसार एयरपोर्ट के लाइसेंस को आईएफआर में बदलवाने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से आवेदन किया हुआ है। इस तकनीक के बदलने से पायलट खराब मौसम या कम दृश्यता की स्थिति में उड़ान भर सकेंगे। वीएफआर तकनीक में पायलट को बाहरी संकेतों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। वर्तमान में वीएफआर परिचालन के लिए न्यूनतम 5 हजार मीटर की दृश्यता आवश्यक है, जबकि तकनीक के आईएफआर में अपग्रेड होने के बाद 1400 मीटर तक की दृश्यता में भी परिचालन संभव हो सकेगा। आईएफआर में नाइट लैंडिंग सुविधा भी शामिल होती है। मतलब आईएफआर में अपग्रेड होने के बाद हिसार एयरपोर्ट पर रात के समय में भी हवाई उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे।
नए टर्मिनल का काम शुरू
उधर, एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 14 अप्रैल को हिसार एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल के लिए शिलान्यास किया था। करीब 413 करोड़ रुपये की लागत से यह निर्माण होना है। 17 अप्रैल 2027 तक टर्मिनल का काम पूरा किया जाना है। टर्मिनल में एक पैसेंजर व एक कार्गो टर्मिनल होगा। पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग 37790 वर्ग मीटर में बनेगी, जबकि कार्गो टर्मिनल बिल्डिंग 2235 वर्ग मीटर में तैयार होगी। इस टर्मिनल की क्षमता 21 लाख पैसेंजर प्रति वर्ष होगी और यह शंख आकार में बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट का लाइसेंस 6 माह के लिए रिन्यू हो गया है। वीएफआर के लिए आवेदन किया हुआ है। इसकी प्रोसेस चल रही है।
मोहन यादव, निदेशक, महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट