Haryana: विदेश में रह अपराधों को अंजाम दे रहे गैंग के सदस्य, इन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं कानून के लंबे हाथ
करनाल के झंझाड़ी गांव में दिनदहाड़े एक व्यापारी जयभगवान को गोलियों से भून दिया गया था। उसे 29 गोलियां लगी थी। हत्या के बाद विदेश में बैठे सागर चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जिम्मेदारी ली थी, जिसने खुद को गोगी गैंग से जुड़ा बताया था।
विस्तार
विदेश में बैठकर कुख्यात बदमाश प्रदेश में आपराधिक गैंग संचालित कर रहे हैं। हाल ही में करनाल में दिनदहाड़े सार्वजनिक स्थलों पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में भी इसका खुलासा हुआ है। विदेश में रहकर किसी के तार गोगी गैंग से जुड़े हैं तो कोई लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में है। यही कारण है कि आसानी से वे हत्या, लूट, फिरौती, रंगदारी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन कानून के लंबे हाथ उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
झंझाड़ी में व्यापारी की 29 गोली मारकर हत्या करने के बाद विदेश से सागर चौधरी ने ली थी जिम्मेदारी
हाल ही में करनाल के झंझाड़ी गांव में दिनदहाड़े एक व्यापारी जयभगवान को गोलियों से भून दिया गया था। उसे 29 गोलियां लगी थी। हत्या के बाद विदेश में बैठे सागर चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जिम्मेदारी ली थी, जिसने खुद को गोगी गैंग से जुड़ा बताया था। इसके बाद करनाल के मुगल कैनाल तीन दिन पहले गोलीबारी की घटना सामने आई थी। रंजिश में हुई यह वारदात 2015 में हुई संजय हत्याकांड से जुड़ी हुई बताई गई, जिसकी साजिश संजय के दो बेटों ने विदेश में बैठकर रची थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस फायरिंग में भी लॉरेंस गैंग का नाम सामने आया था।
सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी धमकी, पुलिस के लिए भी थी खुली चुनौती
इसके अलावा कुख्यात गैंगस्टर अमन सांभी, जो हत्या, लूटपाट और रंगदारी के मामले में जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद अमेरिका चला गया था। विदेश जाने के बाद वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया और अपने शूटरों को हथियार सप्लाई कराने लगा। इस गैंग के अंकुश कमालपुरिया, मुकेश जांबा इन दिनों करनाल जिला कारागार में बंद हैं। ये दोनों गैंगस्टर भी लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते हैं। इन पर व्यापारियों से रंगदारी और हत्या के मामले भी दर्ज किये जा चुके हैं।
कृष्ण दादूपुर को होती है विदेशों से फंडिंग
कुख्यात बदमाश कृष्ण दादूपुर इन दिनों कुरुक्षेत्र जेल में बंद है। दादूपुर का अमेरिका के साथ-साथ कनाडा, ऑस्ट्रेलिया में भी संपर्क है। बताते हैं कि विदेशों से कुख्यात बदमाश को फंडिंग होती है। फंडिंग करने वाले लोग कृष्ण गैंग के ही हैं, जो अपराध करने के बाद विदेश चले गए।
पुलिस से बचने के लिए विदेश भाग जाते हैं कुख्यात
प्रदेश में लूटपाट, हत्या, चोरी, रंगदारी, फिरौती के अपराधिक मामलों में जेल जाने के बाद कुख्यात बदमाश जमानत पर बाहर आए। उसके बाद पुलिस से बचने के लिए विदेश चले गए। विदेश जाने के बाद गैंगस्टरों के संपर्क में हैं। गैंगस्टरों के कहने पर विदेशों में बैठकर फंडिंग कर अपने गुर्गों से गोली चलवा रहे हैं।
अधिकारी के अनुसार
विदेश में बैठकर आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों को चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। विदेशों में बैठे अपराधियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। साथ ही इनकी स्थानीय संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी की जा रही है। -सतेंद्र कुमार गुप्ता, आईजी करनाल रेंज।