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Karnal News: हरियाणा महिला टीम ने पंजाब को 21-13 से हराया
संवाद न्यूज एजेंसी, करनाल
Updated Sun, 21 Dec 2025 02:11 AM IST
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मोरखी टीम के खिलाड़ी को रोकने का प्रयास करता देयोरा टीम का खिलाड़ी। संवाद
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संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। शामगढ़ गांव के खेल स्टेडियम में शनिवार को दोदिवसीय सर्कल कबड्डी खेल महाकुंभ का समापन हुआ। कबड्डी का पहला मुकाबला अलेवा और सोगंल के बीच खेला गया। अलेवा ने सोंगल को 18-10 से हराया। महिलाओं के कबड्डी मुकाबले में हरियाणा की टीम ने 21-13 से पंजाब की टीम को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। देयोरा और मोरखी के मुकाबले में देयोरा ने 22-07 से मैच अपने नाम किया।
कबड्डी के मैच देखने के लिए काफी संख्या में दर्शक आए थे। प्रतियोगिता का शुभारंभ गांव शामगढ़ के पूर्व सरपंच दिलराज शामगढ़ व पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुरजीत शामगढ़ ने किया। पूर्व सरपंच दिलराज शामगढ़ ने कहा कि कबड्डी हमारी मिट्टी से जुड़ा खेल है और ऐसे आयोजन आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे। उन्होंने बताया कि इस कबड्डी महाकुंभ में जिन खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया, उन खिलाड़ियों को मौके पर ही 2100 रुपये का नकद इनाम दिया गया। हरियाणा महिला टीम को रुपये की माला पहना कर सम्मानित किया गया।
सर्कल कबड्डी
पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुरजीत शामगढ़ ने बताया कि सर्कल कबड्डी पारंपरिक खेल है। 22 मीटर व्यास के गोलाकार मैदान (सर्कल) में खेला जाता है। रेडर (आक्रमण करने वाला) और डिफेंडर (बचाव करने वाले) के बीच मुकाबला होता है। यह खेल मुख्य रूप से पंजाब व हरियाणा में खेला जाता है। इसे पंजाबी कबड्डी या लंबी कबड्डी के नाम से भी जाना जाता है। इसमें खिलाड़ी एक ही सांस में कबड्डी-कबड्डी बोलते हुए विरोधी टीम के खिलाड़ियों को छूने और वापस लौटने की कोशिश करते हैं।
ये होते है नियम
सुरजीत शामगढ़ ने बताया कि हर टीम में आठ खिलाड़ी होते हैं। इसमें चार रेडर और चार डिफेंडर होते हैं। रेडर एक बार में केवल एक ही डिफेंडर को छू सकता है। एक बार में एक से ज़्यादा डिफेंडर रेडर को नहीं रोक सकते। यदि रेडर एक से ज्यादा डिफेंडर को छूता है तो जिन डिफेंडर को रेडर ने छुआ है वे मिलकर उसे सर्कल से बाहर कर सकते हैं। ऐसे में रेडर आउट हो जाएगा। यदि वे रेडर को सर्कल से बाहर नहीं निकाल पाते तो दोनों डिफेंडर आउट हो जाते हैं। हर एक मैच 40 मिनट का होता है (20-20 मिनट के दो हाफ)। बीच में ब्रेक होता है और टीमें अपनी साइड बदलती हैं
आकर्षण के केंद्र
पहले मैच में जब देयोरा और मोरखी दोनों टीमे आने में लेट हो गईं तो आयोजकों ने 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों की दौड़ लगवाई और नकद इनाम भी दिया।देयोरा टीम के खिलाड़ी ने मोरखी टीम के खिलाड़ी को पटखनी दी तो देर तक तालियां बजती रहीं। महिला खिलाड़ियों के मुकाबलों में दर्शकों का जोश देखते ही बनता था। इन मैचों में तालियां जैसे रुकती ही नहीं थीं।
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करनाल। शामगढ़ गांव के खेल स्टेडियम में शनिवार को दोदिवसीय सर्कल कबड्डी खेल महाकुंभ का समापन हुआ। कबड्डी का पहला मुकाबला अलेवा और सोगंल के बीच खेला गया। अलेवा ने सोंगल को 18-10 से हराया। महिलाओं के कबड्डी मुकाबले में हरियाणा की टीम ने 21-13 से पंजाब की टीम को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। देयोरा और मोरखी के मुकाबले में देयोरा ने 22-07 से मैच अपने नाम किया।
कबड्डी के मैच देखने के लिए काफी संख्या में दर्शक आए थे। प्रतियोगिता का शुभारंभ गांव शामगढ़ के पूर्व सरपंच दिलराज शामगढ़ व पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुरजीत शामगढ़ ने किया। पूर्व सरपंच दिलराज शामगढ़ ने कहा कि कबड्डी हमारी मिट्टी से जुड़ा खेल है और ऐसे आयोजन आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे। उन्होंने बताया कि इस कबड्डी महाकुंभ में जिन खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया, उन खिलाड़ियों को मौके पर ही 2100 रुपये का नकद इनाम दिया गया। हरियाणा महिला टीम को रुपये की माला पहना कर सम्मानित किया गया।
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सर्कल कबड्डी
पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुरजीत शामगढ़ ने बताया कि सर्कल कबड्डी पारंपरिक खेल है। 22 मीटर व्यास के गोलाकार मैदान (सर्कल) में खेला जाता है। रेडर (आक्रमण करने वाला) और डिफेंडर (बचाव करने वाले) के बीच मुकाबला होता है। यह खेल मुख्य रूप से पंजाब व हरियाणा में खेला जाता है। इसे पंजाबी कबड्डी या लंबी कबड्डी के नाम से भी जाना जाता है। इसमें खिलाड़ी एक ही सांस में कबड्डी-कबड्डी बोलते हुए विरोधी टीम के खिलाड़ियों को छूने और वापस लौटने की कोशिश करते हैं।
ये होते है नियम
सुरजीत शामगढ़ ने बताया कि हर टीम में आठ खिलाड़ी होते हैं। इसमें चार रेडर और चार डिफेंडर होते हैं। रेडर एक बार में केवल एक ही डिफेंडर को छू सकता है। एक बार में एक से ज़्यादा डिफेंडर रेडर को नहीं रोक सकते। यदि रेडर एक से ज्यादा डिफेंडर को छूता है तो जिन डिफेंडर को रेडर ने छुआ है वे मिलकर उसे सर्कल से बाहर कर सकते हैं। ऐसे में रेडर आउट हो जाएगा। यदि वे रेडर को सर्कल से बाहर नहीं निकाल पाते तो दोनों डिफेंडर आउट हो जाते हैं। हर एक मैच 40 मिनट का होता है (20-20 मिनट के दो हाफ)। बीच में ब्रेक होता है और टीमें अपनी साइड बदलती हैं
आकर्षण के केंद्र
पहले मैच में जब देयोरा और मोरखी दोनों टीमे आने में लेट हो गईं तो आयोजकों ने 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों की दौड़ लगवाई और नकद इनाम भी दिया।देयोरा टीम के खिलाड़ी ने मोरखी टीम के खिलाड़ी को पटखनी दी तो देर तक तालियां बजती रहीं। महिला खिलाड़ियों के मुकाबलों में दर्शकों का जोश देखते ही बनता था। इन मैचों में तालियां जैसे रुकती ही नहीं थीं।